ETV Bharat / state

लॉकडाउन का पालन करें, सचेत रहें तो कोरोना को हरा देंगे - कोरोना वायरस के कारण लॉक डाउन

कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते इस वक़्त दुनिया के अलग-अलग देशों में लॉकडाउन चल रहा है. इस कारण से लोग अपने-अपने घरों में बंद हैं. कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर देशभर में अगले तीन सप्ताह तक पूर्ण लॉकडाउन रहेगा.

डिजाइन इमेज
डिजाइन इमेज
author img

By

Published : Apr 2, 2020, 7:54 AM IST

पटना: बिहार में कोरोना वायरस के संक्रमितों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. इस बीच बुधवार को तीन लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद राज्य में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 24 हो गई.

बिहार स्वास्थ्य सोसायटी की राज्य निगरानी अधिकारी डॉ. रागिनी मिश्र ने बुधवार को बताया कि बेगूसराय, नालंदा और गया निवासी तीन व्यक्ति, कोरोना वायरस के लिए की गई जांच में संक्रमित पाए गए. बेगूसराय निवासी दुबई से और नालंदा निवासी अबुधाबी से अपने घर लौटा था, जबकि गया निवासी महिला दुबई से लौटी थी. इस बीच, कोरोना वायरस से संक्रमित फुलवारीशरीफ के एक युवक के इलाज के बाद उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई है. वह पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एनएमसीएच) में भर्ती है.

नीतीश कुमार: 'डरने की जरूरत नहीं'
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कोरोना वायरस से सचेत रहने की जरूरत है. 14 अप्रैल तक लॉकडाउन है, इसका पालन करना चाहिए. इस दौरान उन्होंने कहा कि ये वायरस पूरी दुनिया का संकट है. इससे डरने की जरूरत नहीं है, बल्कि सचेत होना है. तभी हम सुरक्षित रहेंगे.

'लॉकडाउन का पालन करना जरूरी है'
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की. बैठक में उन्होंने कहा कि हमें सतर्क और सचेत रहने की जरूरत है. हम 13 मार्च से लगातार इस पर काम कर रहे हैं. लेकिन यह विश्वव्यापी महामारी है. इसके लिए हम सबको मिलकर लड़ना होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार गरीब राज्य है. लेकिन आपदा की तरह लोगों तक मदद पहुंचाई जा रही है. एक-एक चीज पर नजर रखी जा रही है. पीएम ने लॉक डाउन की घोषणा की है तो हमारे लिए उसका पालन करना जरूरी है.

गांव लौट रहे मजदूर की रास्ते में मौत
इस बीच मीडिया रिपोर्टस की माने तो बिहार का मजदूर जो इलाहाबाद से वैशाली अपने गांव के लिए पैदल निकला था. रास्‍ते में उसकी मौत हो गई. पुलिस ने शव को कब्‍जे में लेकर पोस्‍टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. बता दें कि कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते 21 दिन का लॉकडाउन कर दिया गया. लॉकडाउन की घोषणा होते ही बड़े शहरों के प्रवासी मजदूर अपने-अपने घरों की निकलने लगे. ट्रेन-बस बंद होने की वजह से ये मजदूर पैदल ही अपने घरों की ओर निकल पड़े हैं.

बिहार के प्रवासियों के लिए 24 घंटे हेल्‍पलाइन
बिहार के श्रमिकों के लिए नई दिल्‍ली के बिहार भवन में कंट्रोल रूम बनाया गया है. यहां पर चौबीसों घंटे हेल्‍पलाइन उपलब्‍ध है. जहां वे अपनी समस्‍या बता सकते हैं. बिहार भवन में नियंत्रण कक्ष (011-23792009, 011-23014326, 011-23013884) में कॉल्स, फैक्स, इंटरनेट और ईमेल की सुविधा है. बिहार सरकार की ओर से यहां पर विपिन कुमार को तैनात किया गया है.

अबतक साढ़े तीन लाख से ज्यादा लोगों को मिली मदद
राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली स्थित बिहार भवन में नियंत्रण कक्ष बनाया गया है. जहां, अब तक 3,54,345 व्यक्तियों के समस्याओं पर कार्रवाई की गई है. नियंत्रण कक्ष में कॉल्स, फैक्स, इंटरनेट और ईमेल की सुविधा है. इसमे तीन पालियों में पदाधिकारियों और कर्मियों की नियुक्ति की गयी है.

पटना: बिहार में कोरोना वायरस के संक्रमितों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. इस बीच बुधवार को तीन लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद राज्य में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 24 हो गई.

बिहार स्वास्थ्य सोसायटी की राज्य निगरानी अधिकारी डॉ. रागिनी मिश्र ने बुधवार को बताया कि बेगूसराय, नालंदा और गया निवासी तीन व्यक्ति, कोरोना वायरस के लिए की गई जांच में संक्रमित पाए गए. बेगूसराय निवासी दुबई से और नालंदा निवासी अबुधाबी से अपने घर लौटा था, जबकि गया निवासी महिला दुबई से लौटी थी. इस बीच, कोरोना वायरस से संक्रमित फुलवारीशरीफ के एक युवक के इलाज के बाद उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई है. वह पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एनएमसीएच) में भर्ती है.

नीतीश कुमार: 'डरने की जरूरत नहीं'
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कोरोना वायरस से सचेत रहने की जरूरत है. 14 अप्रैल तक लॉकडाउन है, इसका पालन करना चाहिए. इस दौरान उन्होंने कहा कि ये वायरस पूरी दुनिया का संकट है. इससे डरने की जरूरत नहीं है, बल्कि सचेत होना है. तभी हम सुरक्षित रहेंगे.

'लॉकडाउन का पालन करना जरूरी है'
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की. बैठक में उन्होंने कहा कि हमें सतर्क और सचेत रहने की जरूरत है. हम 13 मार्च से लगातार इस पर काम कर रहे हैं. लेकिन यह विश्वव्यापी महामारी है. इसके लिए हम सबको मिलकर लड़ना होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार गरीब राज्य है. लेकिन आपदा की तरह लोगों तक मदद पहुंचाई जा रही है. एक-एक चीज पर नजर रखी जा रही है. पीएम ने लॉक डाउन की घोषणा की है तो हमारे लिए उसका पालन करना जरूरी है.

गांव लौट रहे मजदूर की रास्ते में मौत
इस बीच मीडिया रिपोर्टस की माने तो बिहार का मजदूर जो इलाहाबाद से वैशाली अपने गांव के लिए पैदल निकला था. रास्‍ते में उसकी मौत हो गई. पुलिस ने शव को कब्‍जे में लेकर पोस्‍टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. बता दें कि कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते 21 दिन का लॉकडाउन कर दिया गया. लॉकडाउन की घोषणा होते ही बड़े शहरों के प्रवासी मजदूर अपने-अपने घरों की निकलने लगे. ट्रेन-बस बंद होने की वजह से ये मजदूर पैदल ही अपने घरों की ओर निकल पड़े हैं.

बिहार के प्रवासियों के लिए 24 घंटे हेल्‍पलाइन
बिहार के श्रमिकों के लिए नई दिल्‍ली के बिहार भवन में कंट्रोल रूम बनाया गया है. यहां पर चौबीसों घंटे हेल्‍पलाइन उपलब्‍ध है. जहां वे अपनी समस्‍या बता सकते हैं. बिहार भवन में नियंत्रण कक्ष (011-23792009, 011-23014326, 011-23013884) में कॉल्स, फैक्स, इंटरनेट और ईमेल की सुविधा है. बिहार सरकार की ओर से यहां पर विपिन कुमार को तैनात किया गया है.

अबतक साढ़े तीन लाख से ज्यादा लोगों को मिली मदद
राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली स्थित बिहार भवन में नियंत्रण कक्ष बनाया गया है. जहां, अब तक 3,54,345 व्यक्तियों के समस्याओं पर कार्रवाई की गई है. नियंत्रण कक्ष में कॉल्स, फैक्स, इंटरनेट और ईमेल की सुविधा है. इसमे तीन पालियों में पदाधिकारियों और कर्मियों की नियुक्ति की गयी है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.