पटना: सोमवार से बिहार विधानमंडल (Bihar Legislature) का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है. ये 29 नवंबर से 3 दिसंबर तक चलेगा. इसको लेकर बिहार विधानमंडल के आसपास धारा 144 लागू कर दिया गया है. विपक्ष के तेवर देखकर सत्र के हंगामेदार रहने के आसार हैं. इसको लेकर जहां विपक्ष ने तैयारी पूरी कर ली है, वहीं सरकार भी कमर कस चुकी है.
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सूबे में अपराध, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और शराबबंदी जैसे सुलगते मुद्दों को लेकर सदन के अंदर और बाहर राजनीति चरम पर होने की पूरी उम्मीद है.
एक तरफ दो सीटों पर हुए उपचुनाव में मिली जीत से गदगद सत्ता पक्ष पूरे उत्साह के साथ सदन में उपस्थित होगा, वहीं विपक्ष सरकार को घेरने में तनिक भी कसर नहीं छोड़ने वाला है. उपचुनाव में अलग हुई आरजेडी-कांग्रेस की एकजुटता पर सवाल उठ रहे हैं. उम्मीद है कि सदन में कई विधेयक भी लाए जाएंगे.
विपक्ष का आरोप है कि सरकार विपक्ष के डर से ही सत्र छोटा बुलाई है. यह भी सरकार की साजिश है. विपक्ष पूरी एकजुटता से छोटे सत्र में भी जनता के मुद्दे पर सरकार को घेरेगा. नेताओं का कहना है वे भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और कानून व्यवस्था सहित अन्य मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगेंगे.
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वहीं, सत्ता पक्ष का कहना है कि सदन की कार्यवाही सही ढंग से चले, इसकी पूरी तैयारी कर ली गई है. विपक्षी सदस्यों के प्रश्नों का उत्तर दिया जा सके, इसकी भी तैयारियां की गई हैं. सभी प्रश्नों के उत्तर सरकार देगी.
29 नवंबर से 3 दिसंबर तक चलने वाले बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में कई महत्वपूर्ण कार्य होंगे:
- पहले दिन नए सदस्यों को शपथ ग्रहण दिलाया जाएगा.
- बिहार विधान मंडल में राज्यपाल के स्वीकृत प्रतियों को सदन पटल पर रखेंगे.
- वित्तीय वर्ष 2021-22 का द्वितीय अनुपूरक व्यय विवरणी भी सदन पटल पर रखा जाएगा.
- 30 नवंबर और 1 दिसंबर को राजकीय विधेयक एवं अन्य राजकीय कार्य होंगे.
- 2 दिसंबर को वित्तीय वर्ष 2021-22 के द्वितीय अनुपूरक व्यय विवरणी पर विवाद होगा और संबंधी विनियोग विधेयक पर मतदान होगा.
- 3 दिसंबर को गैर सरकारी मसलों पर चर्चा होगी.
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सत्र को लेकर सुरक्षा व्यवस्था में कहीं कोई चूक न हो, डीएम और एसएसपी ने पुलिस अधिकारियों और जवानों को कई निर्देश दिए हैं. डीएम ने कहा कि सत्र के दौरान पटना में सुरक्षा व्यवस्था सख्त रखने के निर्देश दिये गए हैं. वहीं, शिष्टाचार बरतने के लिए भी कहा गया है.
सत्र के दौरान सुरक्षा व्यवस्था पर सबसे अधिक जोर रहता है. विधानसभा के मुख्य गेट से लेकर विधानसभा पोर्टिको तक सुरक्षाकर्मियों को किस तरह से शिष्टाचार बरतना है और सुरक्षा को लेकर क्या कुछ करना है डीएम और एसएसपी ने एक-एक कर सभी पुलिसकर्मियों को समझाया है. पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह ने साफ कहा कि सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा.
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