पटना: बिहार में अति महत्वपूर्ण विधानमंडल का मानसून सत्र चल रहा है. इस सत्र में बजट के साथ-साथ कई महत्वपूर्ण विधेयक पर चर्चा होनी है. इसके अलावा मुजफ्फरपुर में बच्चों की मौत को लेकर के विपक्ष के पास सरकार को घेरने का बढ़िया मौका भी था. लेकिन लगता है विपक्ष ने सरकार को वाक ओवर दे दिया है. पटना में होने के बावजूद नेता प्रतिपक्ष सदन में नहीं हैं. यानी सरकार की बल्ले-बल्ले.
मंगलवार को मानसून सत्र का तीसरा दिन था. सबकी नजरें इस ओर थी कि पटना पहुंच चुके तेजस्वी यादव मंगलवार को सदन में जरूर आएंगे. इंतजार इसलिए भी खास था क्योंकि सदन में विपक्ष की आवाज कमजोर पड़ रही थी. करीब 1 महीने से बिहार से बाहर रहे तेजस्वी यादव के पास भी एक बढ़िया मौका था कि वे विपक्ष का शक्ति प्रदर्शन सदन में कर सकें. लेकिन एक बार फिर तेजस्वी नहीं आए. इस बात को लेकर कई तरह की चर्चा हो रही थी.
ईटीवी भारत से मंत्री नीरज कुमार खास बातचीत
इस बारे में ईटीवी भारत ने बिहार सरकार के मंत्री नीरज कुमार से खास बातचीत की. हमने जाने की कोशिश की कि आखिर क्यों तेजस्वी यादव सदन नहीं आ रहे. क्या इस बार सदन बिना नेता प्रतिपक्ष के ही चलेगा. खास बातचीत में नीरज कुमार ने कहा कि हम भी उन्हें ढूंढ रहे हैं कि आखिर वह हैं कहां. विपक्ष के नेता की सदन चलाने में महत्वपूर्ण जिम्मेवारी होती है और तेजस्वी यादव से उम्मीद की जाती है कि वह एक जिम्मेदार विपक्ष के नेता की भूमिका निभाएं. लेकिन वह क्यों सदन नहीं आ रहे हैं, इसका जवाब उन्हें सिर्फ अपने नेताओं को ही नहीं बल्कि जनता को भी देना होगा.