पटना: बिहार विधानसभा का शताब्दी वर्ष समारोह 7 फरवरी को मनाया जाएगा. इसके बाद 1 साल तक कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने गुरुवार को बैठक किया. बैठक के बाद उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के माध्यम से पूरे देश में मैसेज देने की कोशिश होगी. मुख्यमंत्री कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे.
स्थिति बेहतर होने पर ही राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को बुलाया जाएगा
विजय सिन्हा ने कहा कि 7 फरवरी को विधानसभा के सेंट्रल हॉल में कार्यक्रम होगा और मुख्यमंत्री कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और पूर्व उपमुख्यमंत्री राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी के साथ सभी माननीय सदस्यों को भी आमंत्रित किया गया है.
"7 फरवरी से 1 साल तक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. कोरोना काल में कई तरह के एहतियात भी बरते जाएंगे. स्थिति बेहतर होने पर राष्ट्रपति से भी एक कार्यक्रम कराने की योजना है और फिर प्रधानमंत्री से समापन कार्यक्रम कराने की तैयारी हो रही है."- विजय सिन्हा, अध्यक्ष, बिहार विधानसभा
शताब्दी वर्ष को यादगार बनाने की कोशिश
बिहार विधानसभा भवन तैयार होने के बाद 7 फरवरी 1921 में पहली बैठक हुई थी. पिछले 100 साल में विधानसभा में कई बड़े प्रस्ताव आए हैं. कई विधेयक पास कराए गए हैं. विधानसभा का 100 साल उपलब्धियों भरा रहा. अब उसे फिर से एक बार याद करने की कोशिश शताब्दी वर्ष समारोह में की जाएगी. 1 साल के कार्यक्रम के माध्यम से शताब्दी वर्ष समारोह यादगार बनाने की कोशिश होगी.