पटना: बिहार विधानसभा शताब्दी वर्ष मना रहा है. शताब्दी वर्ष के मौके पर विधानसभा में कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. दूसरे सत्र में वरिष्ठ नेताओं ने विधायकों को विधानसभा की कार्यवाही की जानकारी दी और उनके सवालों का जवाब दिया.
दिग्गज नेताओं ने दिया सवालों का जवाब
बिहार विधानसभा शताब्दी वर्ष के मौके पर कई कार्यक्रम आयोजित किये गये. जिसमें सभी दलों के विधायकों ने बड़े उत्साह के साथ कार्यक्रम में हिस्सा लिया. कार्यक्रम के दौरान नवनिर्वाचित विधायक उत्साहित दिखे. इस दौरान केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष विजय चौधरी और वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने विधायकों के सवालों के जवाब दिए.
संविधान की मूल प्रति की मांग
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद संविधान की मूल प्रति के साथ संविधान की मूल भावनाओं को विधायकों को समझा रहे थे. केंद्रीय मंत्री ने संविधान की तीन मूल प्रति विधानसभा अध्यक्ष को सौंपा. जिस पर कुछ विधायकों ने भी संविधान की मूल प्रति की मांग की, तो रविशंकर प्रसाद ने उन्हें यथाशीघ्र उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया.
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विधायकों ने पूछे सवाल और उनकी ये रही प्रतिक्रिया
"अधिकारी उनकी बात नहीं सुनते और विकास कार्यों में रोड़ा अटकाते हैं. तो कैसे शीघ्र काम हो इसके लिए कौन सा माध्यम सबसे अच्छा है?" डॉक्टर संजीव कुमार, जेडीयू विधायक
"विधायकों के लिए प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया जाता है. अधिकारी उनकी बात नहीं सुनते हैं राज्य में नौकरशाहों का बोलबाला है." सुदय यादव, राजद विधायक
"यह सत्र ज्ञानवर्धक था. नए विधायकों को बहुत कुछ सीखने का अवसर मिला." -शालिनी मिश्रा, जेडीयू विधायक
"100 साल पूरा होना हमारे लिए गर्व का क्षण है. समारोह में हिस्सा लेकर हम खुद को खुशनसीब समझ रहे हैं. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने विधायकों को भरोसा दिलाया है कि संविधान की मूल प्रति उन्हें भी उपलब्ध कराई जाएगी." -संजय सरावगी, भाजपा विधायक