नई दिल्ली/पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र के निधन से सत्ता के गलियारे में भी शोक की लहर है. डिप्टी सीएम सुशील मोदी और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने दिल्ली में उनके अंतिम दर्शन किए. दोनों नेताओं ने डॉ मिश्र को अपनी श्रद्धांजलि दी.
'उनके जैसा जीवट व्यक्ति बिहार की राजनीति में नहीं हुआ'
डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा कि मेरा डॉ साहब के साथ तीस वर्षों का पुराना नाता है. उनके साथ रहकर जीवन में बहुत कुछ सीखने का मौका मिला है. उनके जैसा जीवट व्यक्ति बिहार की राजनीति में कभी नहीं हुआ. राज्य के विकास में उनका काफी अहम योगदान है. बिहार उन्हें और उनके योगदान को कभी नहीं भूल पाएगा.
'एक पिता तुल्य अभिभावक हमारे बीच नहीं रहे'
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने भी उनके निधन पर दुख जताया. उन्होंने कहा कि डॉ जगन्नाथ मिश्र के साथ पारिवारिक संबंध थे. उनके जाने से एक बहुत बड़ी राजनीतिक शून्यता बिहार में बन गई है. अंतिम समय तक सक्रिय राजनीति में रहे. अभिभावक के तौर पर भी हमेशा हमें बिहार के विकास के लिए अहम और जरूरी बातें समझायी है. मंगल पांडेय ने कहा कि एक पिता तुल्य अभिभावक हमारे बीच नहीं रहे और हमें छोड़ कर चले गए. यह मेरी एक व्यक्तिगत क्षति है.
राज्य में तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा
बता दें कि जगन्नाथ मिश्रा तीन बार बिहार के मुख्यमंत्री रहे. 82 वर्षीय मिश्रा का लंबी बीमारी के बाद दिल्ली के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया. चारा घोटाले में उन्हें कई महीने जेल में भी बिताने पड़े थे. वह केंद्रीय मंत्री भी रहे थे. उनके निधन पर राज्य में तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की गई है.