पटना: बिहार के चर्चित आईपीएस अधिकारी विकास वैभव ने ईटीवी भारत (ETV Bharat) टीम के साथ खास बातचीत की है. इस दौरान उन्होंने वर्तमान समय में बढ़ती बेरोजगारी (Unemployment) को लेकर चर्चा की. उन्होंने बताया कि नौकरी नहीं मिलने के कारण कई युवा अवसादग्रस्त हो जा रहे हैं. आईपीएस अधिकारी ने वैसे युवाओं को एक नई राह दिखाने के लिए अपने ब्लॉग के माध्यम से रोजगार से लेकर नशे की गिरफ्त से उन्हें आजादी दिलाने के लिए भी काम कर रहे हैं.
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युवाओं के हौसलों को कर रहे बुलंद
देश की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत पर 'Silent Pages: Travels in Historical Land of India' नाम से ब्लॉग चलाने वाले बिहार ही नहीं बल्कि देश के युवाओं की धड़कन विकास वैभव (IPS Officer Vikas Vaibhav) एक बार फिर से चर्चा में हैं. बेरोजगार युवकों के लिए प्रेरणा स्रोत बनकर उभरे पुलिस पदाधिकारी 'Let’s Inspire Bihar' के माध्यम से युवाओं के हौसले को बुलंद करने की कोशिश कर रहे हैं.
गलत रास्ते पर भटक रहे युवा
बेरोजगारी के कारण वर्तमान समय में युवाओं का भटकाव गलत रास्ते पर हो रहा है. जिससे वे नशे की गिरफ्त आने को मजबूर हो रहे हैं. विकास वैभव ने अपने ब्लॉग (Blog) के माध्यम से भटके हुए बेरोजगारों को नई राह दिखाने का संकल्प लिया है.
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2013 में की थी ब्लॉग की शुरुआत
वैसे ही पुलिस पदाधिकारियों अपनी पेशेवर जिम्मेदारियों को निभाने के बाद काफी कम वक्त मिल पाता है. लेकिन विकास वैभव उन गिनेचुने अफसरों में हैं जो अपनी पेशेवर जिम्मेदारियों को पूरा करने के बाद समाज के विकास में भी योगदान देते हैं. अतिसंवेदनशील छवि होने के साथ ही वे अपने व्यक्तित्व की कई खूबियों के कारण चर्चा में रहते हैं. हालांकि इन्होंने इसकी शुरुआत वर्ष 2013 में ही की थी. अपने ब्लॉग के माध्यम से वे बिहार की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और गौरवशाली विरासत के बारे विस्तृत रूप से वर्णन किया करते हैं. इसका लाभ उन युवाओं को मिलता है जो बिहार से जुड़े हुए विषयों पर शोध कार्य करते हैं.
बिहार के युवाओं ने किया नाम रोशन
आईपीएस अधिकारी विकास वैभव ने खास बातचीत के दौरान बताया कि बिहार के मगध साम्राज्य की चर्चा देश ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में होती थी. बिहार के होनहार युवा विश्व के कोने-कोने में अपनी सफलता का परचम लहराते हुए नाम रोशन करते हैं. लेकिन वर्तमान समय में बिहार की बात की जाए तो बेरोजगारी के कारण युवा लड़खड़ाते हुए गलत रास्ते पर जा रहे हैं. नौकरी नहीं मिलने के कारण वे अवसादग्रस्त होते जा रहे हैं.
पर्यावरण और ऐतिहासिक धरोहरों में रुचि
बचपन से ही फोटो शूट करने के शौकीन विकास वैभव का लगाव शुरू से ही पर्यावरण और ऐतिहासिक धरोहरों से रहा है. विकास वैभव की पदस्थापना जहां भी हुई, उन्होंने शैक्षणिक सहित अन्य गतिविधियों को अपने काम के बोझ के कारण मरने नहीं दिया. हालांकि कुछ नया करने की ललक ने बहुत कुछ सीखा दिया है.
पुलिस का काम सिर्फ बंदूक चलाना ही नहीं
आईपीएस अधिकारी ने कभी कहा था कि पुलिस का मतलब केवल बंदूक चलाना या लाठी चार्ज करना नहीं होता है. बल्कि समाजहित और अपने स्वविवेक से सभी की रक्षा करना भी होता है. उनका कहना है की पुलिस का पद एक प्रकार से मानवीय मूल्यों पर आधारित होता है जिस पर लोग भरोसा करते हैं.
जिज्ञासाओं को करते हैं व्यक्त
राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका और सफलता के सूत्रों सहित कई अन्य विषयों पर सोशल साइट्स के माध्यम से बिहार के विभिन्न क्षेत्रों के युवाओं से वार्ता करते आ रहे हैं. इसी कड़ी में 'Let’s Inspire Bihar' शीर्षक का एक अनोखा हैशटैग #LetsInspireBihar के साथ बिहार के युवाओ के साथ जुड़कर अपनी जिज्ञासाओं को व्यक्त करते आ रहे हैं. जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को न्याय और समानता के साथ समय की आवश्यकता है. इस पर निष्पक्ष रूप से कार्य करना चाहिए.
पूर्वज देते थे विश्व को नया आयाम
आईपीएस विकास वैभव ने साफ तौर पर कहा कि जिस प्रकार पूर्वज पूरे विश्व को एक नया आयाम दिया करते थे, वैसे ही आज हम उन पूर्वजों के रास्ते पर चलकर फिर से बिहार को विश्व में एक नया आयाम दिला सकते हैं. बिहार में जब विश्वविद्यालय खोला गया तो, विदेश से लोग आकर अध्ययन और शोध किया करते थे. युवा हमेशा ध्यान रखें कि वे उसी बिहार के रहने वाले हैं, जिसके पूर्वज पूरे विश्व के अग्रज का काम किया करते थे.
'जीवन एक ही मिलता है और जीवन भी हम एक ही जीते हैं. लेकिन इस जीवन में समाज को क्या देकर जाते हैं ये आपके विचारों पर निर्भर है. एक पुलिस अधिकारी के रूप में जहां भी कार्य करने का अवसर मिला, पुलिस के दायित्व को निभाया. लेकिन इसके साथ-साथ सामाजिक दायित्वों का भी निरन्तर प्रयास जारी रहा. मैं हमेशा युवाओं और स्कूल के बच्चों से बात करता रहा. साथ ही जिज्ञासाओं को भी साझा करता रहा.' -विकास वैभव, विशेष सचिव, गृह विभाग