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बिहार इंटरमीडिएट परीक्षा 2022 का हुआ समापन, कदाचार के आरोप में कुल 464 छात्र हुए निष्कासित

बिहार इंटरमीडिएट परीक्षा 2022 (Bihar Intermediate Exam 2022) का सोमवार 14 फरवरी को समापन हो गया. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने जानकारी देते हुए बताया कि इंटरमीडिएट परीक्षा के दौरान कदाचार करते पकड़े जाने पर प्रदेश के 26 जिलों से कुल 464 परीक्षार्थी निष्कासित किए गए.

बिहार इंटरमीडिएट परीक्षा 2022 का समापन
बिहार इंटरमीडिएट परीक्षा 2022 का समापन
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Published : Feb 14, 2022, 10:57 PM IST

पटना: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (Bihar School Examination Board) द्वारा 1 फरवरी से आयोजित इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा का सोमवार 14 फरवरी को समापन हो गया. इंटरमीडिएट परीक्षा के आखिरी दिन प्रथम पाली में विज्ञान, वाणिज्य और कला संकाय के परीक्षार्थियों के लिए अतिरिक्त विषय समूह के अंतर्गत विभिन्न भाषा विषयों की परीक्षा आयोजित की गई. वहीं, दूसरी पाली में विज्ञान वाणिज्य और कला संकाय के परीक्षार्थियों के लिए कंप्यूटर साइंस, मल्टीमीडिया एंड वेब टेक्नोलॉजी, योगा एंड फिजिकल एजुकेशन और वोकेशनल के परीक्षार्थियों के लिए रिलेटेड सब्जेक्ट की परीक्षा आयोजित हुई.

ये भी पढ़ें- अब नौंवी की परीक्षा आयोजित करेगा बिहार बोर्ड, 26 फरवरी को साइंस का एग्जाम

इंटरमीडिएट परीक्षा का आयोजन प्रदेश के 1471 परीक्षा केंद्रों पर संपन्न हुआ. जहां 13 लाख 45 हजार 939 छात्र-छात्राएं परीक्षा में शामिल हुए. जिसमें 6,97,421 छात्र और 6,48,518 छात्राएं शामिल हैं. परीक्षा को लेकर पटना जिले में 84 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, जहां कुल 9856 परीक्षार्थी सम्मिलित हुए. जिसमें 41,039 छात्र और 37,817 छात्राएं शामिल हैं.

इंटरमीडिएट परीक्षा के आयोजन के बाद बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने विज्ञप्ति जारी कर जानकारी दी कि इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा 2022 सफलतापूर्वक संपन्न हुई. कोरोना महामारी से उत्पन्न विषम परिस्थितियों के बीच प्रॉपर प्लानिंग और पदाधिकारियों व कर्मियों के बीच बेहतर समन्वय और कोरोना के प्रति परीक्षार्थियों में जागरूकता के प्रयासों के कारण इंटरमीडिएट परीक्षा शांतिपूर्ण और स्वच्छ संपन्न हुई, जो एक गौरवपूर्ण उपलब्धि है. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा परीक्षा को सफल और कदाचार मुक्त परीक्षा के लिए जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई गई और परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थियों की पूरी फ्रिस्किंग की गई.

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने जानकारी दी कि इंटरमीडिएट परीक्षा के दौरान कदाचार करते पकड़े जाने पर प्रदेश के 26 जिलों से कुल 464 परीक्षार्थी निष्कासित (464 students expelled) किए गए. जिसमें टॉप 3 में नालंदा में सर्वाधिक 78 परीक्षार्थी, सारण में 68 परीक्षार्थी और वैशाली में 62 परीक्षार्थी सस्पेंड किए गए. इसके अलावा प्रदेश के 7 जिलों से दूसरे के बदले परीक्षा देते 57 छात्र पकड़े गए और इन पर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की. भागलपुर में सर्वाधिक 22 परीक्षार्थी, सुपौल में 16 परीक्षार्थी बांका में 6 परीक्षार्थी, नालंदा और जहानाबाद में 4-4 परीक्षार्थी, नवादा में 3 परीक्षार्थी और मधेपुरा में 2 परीक्षार्थी शामिल हैं, जो दूसरे के बदले परीक्षा दे रहे थे.

ये भी पढ़ें- मोतिहारी में सरकारी गाड़ियों की रोशनी में इंटर की परीक्षा का मामला, SDO ने DM को सौंपी रिपोर्ट

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पटना: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (Bihar School Examination Board) द्वारा 1 फरवरी से आयोजित इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा का सोमवार 14 फरवरी को समापन हो गया. इंटरमीडिएट परीक्षा के आखिरी दिन प्रथम पाली में विज्ञान, वाणिज्य और कला संकाय के परीक्षार्थियों के लिए अतिरिक्त विषय समूह के अंतर्गत विभिन्न भाषा विषयों की परीक्षा आयोजित की गई. वहीं, दूसरी पाली में विज्ञान वाणिज्य और कला संकाय के परीक्षार्थियों के लिए कंप्यूटर साइंस, मल्टीमीडिया एंड वेब टेक्नोलॉजी, योगा एंड फिजिकल एजुकेशन और वोकेशनल के परीक्षार्थियों के लिए रिलेटेड सब्जेक्ट की परीक्षा आयोजित हुई.

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इंटरमीडिएट परीक्षा का आयोजन प्रदेश के 1471 परीक्षा केंद्रों पर संपन्न हुआ. जहां 13 लाख 45 हजार 939 छात्र-छात्राएं परीक्षा में शामिल हुए. जिसमें 6,97,421 छात्र और 6,48,518 छात्राएं शामिल हैं. परीक्षा को लेकर पटना जिले में 84 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, जहां कुल 9856 परीक्षार्थी सम्मिलित हुए. जिसमें 41,039 छात्र और 37,817 छात्राएं शामिल हैं.

इंटरमीडिएट परीक्षा के आयोजन के बाद बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने विज्ञप्ति जारी कर जानकारी दी कि इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा 2022 सफलतापूर्वक संपन्न हुई. कोरोना महामारी से उत्पन्न विषम परिस्थितियों के बीच प्रॉपर प्लानिंग और पदाधिकारियों व कर्मियों के बीच बेहतर समन्वय और कोरोना के प्रति परीक्षार्थियों में जागरूकता के प्रयासों के कारण इंटरमीडिएट परीक्षा शांतिपूर्ण और स्वच्छ संपन्न हुई, जो एक गौरवपूर्ण उपलब्धि है. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा परीक्षा को सफल और कदाचार मुक्त परीक्षा के लिए जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई गई और परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थियों की पूरी फ्रिस्किंग की गई.

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने जानकारी दी कि इंटरमीडिएट परीक्षा के दौरान कदाचार करते पकड़े जाने पर प्रदेश के 26 जिलों से कुल 464 परीक्षार्थी निष्कासित (464 students expelled) किए गए. जिसमें टॉप 3 में नालंदा में सर्वाधिक 78 परीक्षार्थी, सारण में 68 परीक्षार्थी और वैशाली में 62 परीक्षार्थी सस्पेंड किए गए. इसके अलावा प्रदेश के 7 जिलों से दूसरे के बदले परीक्षा देते 57 छात्र पकड़े गए और इन पर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की. भागलपुर में सर्वाधिक 22 परीक्षार्थी, सुपौल में 16 परीक्षार्थी बांका में 6 परीक्षार्थी, नालंदा और जहानाबाद में 4-4 परीक्षार्थी, नवादा में 3 परीक्षार्थी और मधेपुरा में 2 परीक्षार्थी शामिल हैं, जो दूसरे के बदले परीक्षा दे रहे थे.

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