पटनाः नोबेल कोरोना वायरस मामले में बिहार हाई अलर्ट जोन घोषित हो गया है. केंद्र सरकार ने देश के सभी राज्यों से इस मामले पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बैठक की. केंद्रीय कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में ये बैठक हुई. जिसमें स्वाथ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार भी मौजूद रहे.
बिहार में बढ़ा दी गई है निगरानी
बैठक के बाद स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि नेपाल से सटे होने के कारण बिहार में निगरानी बढ़ा दी गई है. अब तक 17 देशों में कोरोना वायरस के फैलने की सूचना आ रही है. उन्होंने यह भी बताया कि भारत में कुल 31 सैंपल कोरोना वायरस के लिए जांच में निगेटिव पाए गए हैं. जो संतोषप्रद है.
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पटना से भेजा गया छात्रा का सैंपल निगेटिव
संजय कुमार ने बताया कि पटना से भेजा गया एक छात्रा का सैंपल भी निगेटिव पाया गया है. उन्होंने कहा कि बिहार का एक बड़ा हिस्सा नेपाल के सीमावर्ती इलाके से जुड़ता है, इस वजह से उन इलाकों में निगरानी बढ़ा दी गई है. कोरोना वाइरस का एक पेशेंट नेपाल में डिडक्ट किया गया है. यही वजह है कि नेपाल के बॉर्डर रक्सौल और जोगबनी में विशेष निगरानी लगाई गई है. खासतौर से चाइना से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही है.
सभी जिलों के डीएम और एसपी को निर्देश
इस वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के सभी जिलों के डीएम और एसपी से बात कर कई दिशा निर्देश दिए हैं. संजय कुमार ने बताया कि ग्राम पंचायत से भी इस बीमारी को लेकर सजगता बरतने की अपील की गई है. खासतौर पर नेपाल के सीमा से सटे ग्राम पंचायत के त्रिस्तरीय कमेटी को विशेष निगरानी करने की सलाह दी गई है. संजय कुमार ने बताया कि इस वायरस का लक्षण तेज बुखार, सूखी खांसी और सिर में दर्द होना है.