पटनाः जेडीयू कोटे से मंत्री जय कुमार सिंह का कहना है कि पीएम के सामने सीएम नीतीश कुमार ने बाहर पढ़ रहे छात्रों और अप्रवासी मजदूरों का मामला उठाया. जिसके बाद केंद्र सरकार ने नियम में संशोधन कर बिहार सरकार की मांग को पूरी की है. बिहार में लॉक डाउन के दौरान बड़ी संख्या में लेबर आए हैं, उनके कारण परेशानी बढ़ी हुई है. कई लोग पॉजिटिव भी मिले हैं. लेकिन अब बिहार सरकार गाइडलाइन तैयार कर लोगों को लाएगी.
जय कुमार सिंह ने विपक्ष के हमले और तेजस्वी यादव के 1 मई के उपवास पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है. सरकार में रहते हुए कुछ नहीं किया और अब विपक्ष की भूमिका भी ठीक ढंग से नहीं निभा रहे हैं. जय सिंह ने कहा कि ऐसे मौकों पर पक्ष और विपक्ष सब को एक साथ मिलकर काम करना चाहिए. बिहार में कोरोना संक्रमित मरीज की संख्या लगातार बढ़ रही है. ऐसे में बड़ी संख्या में बाहर से मजदूरों के आने पर सरकार से सामने बड़ी चुनौती है.
लोगों को रोजगार मुहैया कराएगी सरकार
जय सिंह का कहना है कि इससे निपटने के लिए बिहार सरकार बिहार सरकार बाहर से आने वाले लोगों के लिए कार्य योजना तैयार करेगी. योगी सरकार और कई दूसरे राज्य सरकारों के फैसले के बाद बिहार सरकार पर लोगों को बिहार वापसी के लिए नीतीश सरकार पर काफी दवाब था. हालांकि, मंत्री जय सिंह का कहना है कि बिहार सरकार लॉक डाउन को सख्ती से पालन कर रही थी. वापस आए लोगों के लिए सरकार अधिक से अधिक रोजगार की व्यवस्था करेगी.
लोगों को लाना बड़ी चुनौती
बिहार में लॉक डाउन के बाद से अप्रवासी मजदूरों और छात्रों को लेकर लगातार सियासत हो रही है. विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है. ऐसे में अब केंद्र सरकार के फैसले के बाद बिहार सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती है कि प्रवासी मजदूरों को सुरक्षित बिहार लाने के साथ उन्हें रोजगार उपलब्ध कराएं.