पटना: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बंगला विवाद में अब बिहार सरकार के मंत्री भी डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी की मांग का समर्थन कर रहे हैं. सुशील कुमार मोदी ने तेजस्वी पर मंत्री रहते अपने सरकारी आवास पर नियमों के विरूद्ध खर्च करने का आरोप लगाया था. वहीं, आवास विभाग के प्रधान सचिव ने तेजस्वी को क्लीन चिट दे दी है.
तेजस्वी यादव को बंगला मामले में भले ही विभाग की ओर बड़ी राहत मिली हो. लेकिन डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी इससे खुश नहीं है. वो तेजस्वी को क्लीन चिट नहीं देना चाहते हैं. इसके लिए वो मामले की जांच फिर से कराना चाहते हैं. इसको लेकर बिहार सरकार के मंत्री ने प्रतिक्रिया दी है.
'दोबारा जांच की मांग जायज'
डिप्टी सीएम मोदी के समर्थन में सबसे पहले आए पीएचईडी मंत्री विनोद नारायण झा ने कहा कि बंगले में नियम के विरूद्ध काम कराए गए हैं. इसलिए इसकी जांच होनी चाहिए. तो वहीं, अब मोदी के पक्ष में उतरे कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने भी कहा है कि आवास में अधिक खर्च हुए थे. क्योंकि मंत्री के आवास के लिए जो नियम हैं उसके विपरीत खर्च हुआ था. इसलिए सुशील मोदी ने सवाल उठाया था.
मामले की गहराई में जाने की जरूरत- प्रेम कुमार
कृषि मंत्री ने कहा कि सभी जगह ऐसी खबरें नहीं है. केवल कुछ ही जगह है. इसलिए ऐसी भ्रम की स्थिति पैदा हुई है. उन्होंने कहा, 'मैंने तो सिर्फ एक ही अखबार में क्लीन चिट की बात पढ़ी है. बाकी मेरे पास तो कोई ऐसी रिपोर्ट नहीं आयी है.' पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने ये भी कहा कि इस पूरे मामले के बारे में डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ही अच्छी तरह बताएंगे. इस मामले की गहराई में जाने की जरूरत है. बंगले में अधिक खर्च हुआ है. इसलिये सुशील मोदी ने जो सवाल उठया है, वो सही है. प्रेम कुमार ने कहा अगर उपमुख्यमंत्री इस मामले की जांच फिर से कराने की मांग कर रहे हैं. तो बिल्कुल जांच होनी चाहिए. मैं भी इसका समर्थन करता हूं कि जांच फिर से हो.