पटना: वित्त मंत्री सुशील कुमार मोदी 25 फरवरी को बिहार बजट 2020-21 पेश करेंगे. इससे पहले उन्होंने सोमवार को बिहार का आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश की. वहीं, बात करें पिछले बजट की तो बिहार सरकार वित्तीय वर्ष 2019-20 में बजट की 41% राशि ही खर्च कर पाई है. दूसरी ओर डिप्टी सीएम ने दावा करते हुए कहा है कि पिछले तीन वर्षो में संपूर्ण देश की अपेक्षा बिहार की अर्थव्यवस्था में तेज वृद्धि हुई है.
बिहार सरकार के कई विभाग बजट की राशि खर्च करने में काफी पीछे हैं. वित्तीय वर्ष 2019-20 में कुछ ही महीने ही बचे है और सरकार जनवरी तक कुल राशि का 41प्रतिशत ही खर्च कर पाई है. इस बाबत बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद कम खर्च पर अपने तरीके से सफाई दे रहे हैं. बीजेपी प्रवक्ता का कहना है कि सरकार का वित्तीय प्रबंधन बेहतर है. कहीं से कोई अनियमितता नहीं की जा रही है, जो राशि खर्च होती है. उसके आंकड़े आने में भी समय लगते हैं. आने वाले कुछ महीने जो बचे हुये हैं, उसमें सरकार के खर्च की तेज गति से होगी. निखिल आनंद का दावा है कि पिछले वित्तीय वर्ष से इस बार बेहतर प्रदर्शन होगा.
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बिहार सरकार का वित्तीय प्रबंधन बहुत अच्छा है. मार्च लूट होती थी. इसपर रोकथाम लगा है.- निखिल आनंद, बीजेपी प्रवक्ता
क्या पूरा होगा दावा?
बिहार सरकार 4 सालों में हर साल तय राशि का 100% खर्च नहीं कर पा रही है और हर साल खर्च प्रतिशत घटता जा रहा है. यह जरूर है कि बजट का आकार बढ़ा है. लेकिन वित्त विभाग की ओर से सभी विभागों को निर्देश दिया जाता रहा है कि उतनी ही राशि की डिमांड करें, जितना खर्च कर सके हैं. बावजूद वित्तीय वर्ष का 10 महीना बीतने के बाद भी सभी विभागों का खर्च 50 फीसदी से भी कम हुआ है.