पटना: महाराष्ट्र के विरार के विजय बल्लभ कोविड अस्पताल में शुक्रवार को आग लगने से 13 मरीज की मौत हो गई. ऐसी घटना बिहार में न हो इसके लिए अग्निशमन विभाग अलर्ट मोड में है. विभाग ने सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों का फायर ऑडिट किया है.
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अस्पतालों का किया गया फायर ऑडिट
बिहार अग्निशमन सेवा की डीजी शोभा अहोतकर ने कहा "सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों का बिजली विभाग के साथ मिलकर फायर ऑडिट किया गया है. 30 बड़े सरकारी बिल्डिंग के साथ 241 बिल्डिंग का भी फायर ऑडिट किया गया है. इनमें निजी अस्पताल भी शामिल हैं. जिले में 182 स्थानों पर मॉक ड्रिल और जागरूकता कार्यक्रम चलाया गया है. पंचायत के जनप्रतिनिधियों के साथ भी फायर ब्रिगेड के कर्मचारी ने बैठक की है."
702 गाड़ियां हैं तैयार
शोभा अहोतकर ने कहा "राज्य भर में अगलगी की घटना से निपटने के लिए 702 गाड़ियों को ऑन रोड तैयार रखा गया है. पटना जिला में अगलगी से निपटने के लिए 82 गाड़ियां तैनात हैं. बिहार अग्निशमन मुख्यालय में 10 गाड़ियां मौजूद हैं जो राजधानी पटना के किसी भी इलाके में सूचना मिलते ही महज कुछ मिनटों के अंदर पहुंच जाती हैं. कोई भी व्यक्ति किसी भी मोहल्ले में अगलगी की घटना होने पर 101 नंबर डायल कर सूचना दे सकता है. फायर ब्रिगेड का यह नंबर चौबीसों घंटे सातों दिन काम करता है."
पटना के 18 हॉट स्पॉर्ट चिह्नित
शोभा अहोतकर ने कहा "पटना जिले में अगलगी की अति संवेदनशील 18 हॉट स्पॉर्ट की पहचान की गई है. इनमें पाटलिपुत्र इंडस्ट्रियल एरिया, राजीव नगर, दीदारगंज, दिनकर गोलंबर और मीठापुर आदि शामिल हैं. इन जगहों पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को प्री पोजीशन में रखा गया है. पूरे जिले में 223 कर्मियों के साथ फायर ब्रिगेड की 82 गाड़ियों को रेडी मोड में रखा गया है."
441 थानों में उपलब्ध हैं अग्निशमन सेवा की गाड़ियां
"पटना के कई थानों के साथ-साथ जिले के 441 थानों में अग्निशमन सेवा की छोटी गाड़ियां 24 घंटे उपलब्ध रहती हैं. थानों को तुरंत सूचना मिलने पर गली मोहल्ले तक आग को बुझाया जाता है."- शोभा अहोतकर, डीजी, बिहार अग्निशमन सेवा
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