पटना: शिक्षा विभाग (Education Department) ने मधेपुरा के मुरलीगंज बीईओ को रिश्वतखोरी के मामले में संलिप्त पाए जाने की पुष्टि होने पर सस्पेंड कर दिया. इसके साथ ही उन्हें सख्त कार्रवाई के लिए विभागीय जांच से भी गुजरना पड़ेगा. मुरलीगंज ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर का एक शिक्षक अभ्यर्थी से शिक्षक नियोजन (Teachers Niyojan) के लिए रुपए मांगने का ऑडियो वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग ने ये कार्रवाई की है.
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शिक्षक नियोजन के दौरान खुलेआम मुरलीगंज के ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर का रिश्वत मांगने का ऑडियो वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग ने उन्हें न सिर्फ सस्पेंड कर दिया है, बल्कि विभागीय कार्रवाई का निर्देश भी दिया है.
शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी (Vijay Kumar Choudhary) ने बताया कि मधेपुरा जिले के मुरलीगंज के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी की बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया के माध्यम से वायरल हुआ है. इस वायरल ऑडियो में मुरलीगंज मधेपुरा के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी खुलेआम शिक्षक नियोजन में रिश्वत मांगते सुने जा सकते हैं. इसकी जांच जिला शिक्षा पदाधिकारी मधेपुरा से कराई गई, जिसमें मामला सही पाया गया है.
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''शिक्षा विभाग ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए संबंधित प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई के तहत सस्पेंड करने का निर्णय लिया है. इस मामले की और गहनता से जांच के लिए उन्हें विभागीय कार्रवाई के अधीन करने का निर्देश भी दिया है.''- विजय कुमार चौधरी, शिक्षा मंत्री
इस दौरान शिक्षा मंत्री ने लोगों से अपील की है कि शिक्षक नियोजन के कार्यक्रम में जो भी गड़बड़ी या भ्रष्टाचार की शिकायत मिले, उन्हें विभाग की जानकारी में जरूर लाएं. जिससे गड़बड़ी करने वालों के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जा सके.
पटना के एन सिन्हा संस्थान में एक व्याख्यान में शामिल होने पहुंचे शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने इस बात का उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि मधेपुरा के मुरलीगंज ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर का एक ऑडियो वायरल हुआ है, जिसमें वे एक अभ्यर्थी से रुपए मांग रहे हैं और उसके बदले उन्हें वो सलाह दे रहे हैं कि अपनी जमीन बेचकर शिक्षक बन सकते हैं.