पटना: बिहार कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष हृदय कुमार वर्मा का बुधवार को सुबह हृदय गति रुक जाने के कारण निधन हो गया. वे 81 वर्ष के थे. उन्होंने पटना विश्वविद्यालय से भौतिक शास्त्र में एमएससी और कानून की भी पढ़ाई किए थे. छात्र जीवन से ही वे राजनीति में सक्रिय रहे. कांग्रेस पार्टी में विभिन्न पदों पर रहकर दल की सेवा करते रहे. वे बिहार के कांग्रेस के महासचिव रहे, जन शिकायत प्रकोष्ठ के अध्यक्ष भी रहे. वर्मा का निधन बिहार कांग्रेस के लिए एक अपूरणीय क्षति है. इनका अंतिम संस्कार आज गंगा किनारे बांस घाट पर किया जाएगा.
पांच दशकों से बिहार कांग्रेस की सेवा की
निःस्वार्थ भाव से लगातार वे पिछले पांच दशकों से भी अधिक बिहार कांग्रेस को अपनी सेवा देते आये हैं. वर्मा मीडिया कर्मियों के बीच अत्यंत ही लोकप्रिय थे और उनका संबंध भी सबसे मधुर था. राजनीति में रहने के बावजूद वे एक संत की तरह रहे. उनके निधन की सूचना मिलते ही कॉग्रेस खेमे में शोक की लहर दौड़ गई.
कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉक्टर अशोक कुमार ने बताया कि उनके निधन से मैं स्तब्ध हूं. उन्होंने उनके व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे पार्टी के जिम्मेवारी को बखूबी से निभाते थे. उनकी कमी हमेशा खलेगी. वहीं, पार्टी के नेता पुरुषोत्तम मिश्रा ने उन्हें पार्टी के समर्पित नेता बताया.
कांग्रेस प्रवक्ता हुए भावुक
प्रवक्ता शरीफ अहमद रंगरेज ने भावुक होकर कहा कि हमने अपना अभिवाहक खो दिया है. उन्होंने उनकी कार्यशैली को बेहतर बताया. साथ ही उनके चेहरे पर हमेशा मुस्कुराहट दिखाई देने की बात कही. प्रदेश अध्यक्ष डा. मदन मोहन झा उनके आवास पर जाकर शोक संवेदना व्यक्त किया.
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आज होगी अतिंम संस्कार
उन्होंने कहा कि वर्मा बिहार कांग्रेस के स्तंभ थे और उनकी कमी हम सब को खलेगी. वे हम सबके प्रेरणा स्रोत रहे. भक्त चरण दास ने शोक प्रकट करते हुए कहा वर्मा जी एक सहृदय व्यक्ति होने के साथ-साथ बिहार कांग्रेस के एक कर्मठ अधिकारी थे. विरले ही ऐसे कांग्रेसी अब रह गये हैं. बिहार कांग्रेस परिवार उनके निधन से दुखी है.
कांग्रेस के नेता, विधायक और कार्यकर्ताओं ने हृदय कुमार वर्मा के निधन पर शोक व्यक्त किया. इनका अंतिम संस्कार गुरुवार दोपहर में बांस घाट पर किया जाएगा.