पटना: तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर ने लोकसभा चुनाव 2024 से पहले बीजेपी के खिलाफ विपक्षी एकता के लिए बुधवार को मेगा रैली का आयोजन किया था, जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, सपा नेता अखिलेश यादव और कई बड़े नेता शामिल हुए थे. बताया जाता है कि इस रैली में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नहीं बुलाया गया. समाधान यात्रा के बीच जब मुख्यमंत्री से यह सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इसके बारे में मुझे कोई जानकारी (Bihar CM Nitish Kumar on BRS Mega rally) नहीं है.
ये भी पढ़ें: KCR Mega Rally: दिल्ली-केरल-पंजाब के मुख्यमंत्रियों के साथ केसीआर का शक्ति प्रदर्शन
'KCR की रैली में शामिल नहीं होने गए आप' : दरअसल पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछा गया कि बुधवार को तेलंगाना में विपक्ष को एकजुट करने की मुहिम के तहत वहां के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव (केसीआर) की रैली में आप शामिल नहीं हुए. इस सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है. हम दूसरे काम में लगे हुए है. उन्होंने अपनी पार्टी की मीटिंग की होगी और किसी को बुलाया होगा तो लोग गए होंगे. ये कोई मुद्दा नहीं है.
''कोई अपनी पार्टी की बैठक करता है और अगर लोगों को बुलाता है तो इसमें कौन-सी नई बात है... मेरी अपने लिए कोई ख़्वाहिश नहीं है, बस यही चाहत है कि विपक्ष के लोग एकजुट हों और देशहित में आगे बढ़ें.'' - नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
नीतीश कुमार ने कहा- 'मेरी ख्वाहिश है..' : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पत्रकारों ने सवाल पूछा कि साल 2024 के लिए अगर थर्ड फ्रंट बनेगा तो आप उसके साथ जाएंगे या फिर कांग्रेस के साथ. इस सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं कह चुका हूं, सब लोगों से बात कर चुका हूं. क्या होगा कितने लोग एकजुट होंगे. उसके बाद हम सब एक साथ लग जाएंगे. साथ ही नीतीश कुमार ने एक बार फिर साफ किया कि मेरी कोई ख्वाहिश नहीं है. हम कुछ नहीं चाहते हैं. मेरी बस एक ही चाहत है, ज्यादा से ज्यादा विपक्ष के लोग एकजुट हो, वो आगे बढ़े.
'हम यहां हैं.. तो तेलंगाना में विपक्ष कैसे?' : इससे पहले भी बुधवार को जब सीएम नीतीश से यह सवाल पूछा गया था तो वे सवाल को टाल गए थे. उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा था कि मैं इस पर क्या कह सकता हूं. हालांकि बिहार के वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा था कि अगर हम यहां हैं तो आप कैसे कह सकते हैं कि सभी विपक्षी दल तेलंगाना में रैली के लिए जा रहे हैं. हर कोई प्रयास कर रहा है और अगर प्रयास होता रहे तो तय है कि बीजेपी 2024 में सत्ता में नहीं आएगी.
विपक्ष के प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन? : बता दें कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर ने सितंबर 2022 में बिहार का दौरा किया था. लेकिन उन्होंने विपक्ष के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार पर साफ कुछ भी नहीं किया था. दूसरी तरफ जेडीयू और आरजेडी के नेता नीतीश कुमार को 2024 लोकसभा चुनाव के लिए विपक्ष के प्रधानमंत्री के रूप में पेश कर रहे थे. तब केसीआर से जब यह सवाल पूछा गया था तो उन्होंने भी इस सवाल को टाल दिया था. हालांकि उन्होंने इतना जरूर कहा था कि विपक्षी दलों के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार का फैसला करने के लिए विपक्षी नेता एक साथ बैठेंगे.