पटनाः हाल में बीएसएससी सीजीएल 3 का रिजल्ट (BSSC CGL 3 Result) जारी किया गया है. छात्र नेता दिलीप कुमार के साथ साथ अभ्यर्थियों ने बीएसएससी में पारदर्शिता नहीं बरतने और धांधली करने का आरोप लगाया है. परीक्षा में एक ग्यारह हजार के करीब अभ्यर्थी सफल हुए हैं. लेकिन इस परीक्षा में नौ लाख के करीब अभ्यर्थी बैठे थे. अभ्यर्थियों का कहना है कि क्वेश्चन का आंसर, ओएमआर की कार्बन कॉपी, किसको कितना अंक आया है, कुछ जारी नहीं किया गया है.
यह भी पढ़ेंः BSSC Bihar CGL Result 2023: बिहार CGL 3 के प्रीलिम्स का रिजल्ट जारी, 11,240 अभ्यर्थी सफल, ऐसे करें चेक
ट्रांसपेरेंसी का घोर आभावः छात्र नेता दिलीप कुमार ने बताया कि बीएसएससी में ट्रांसपेरेंसी का घोर आभाव है. नौ लाख के करीब अभ्यर्थी इस परीक्षा में सम्मिलित हुए थे. सभी को यह जानने का हक है कि उन्होंने कितना अंक परीक्षा में प्राप्त किया है. परीक्षा में जब तक पारदर्शिता नहीं आएगा, बीएसएससी के ऊपर उंगली उठाते रहेंगे. दिलीप ने आरोप लगाया है कि बीएसएससी ने सभी अभ्यर्थियों के उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन भी नहीं किया है. प्रतिदिन उनके पास सैकड़ों अभ्यर्थी फोन कर रहे हैं. कह रहे कि बीएसएससी से उनका मोहभंग हो गया है. मांग पूरा नहीं होने पर आंदोलन किया जाएगा.
"बीएसएससी में ट्रांसपेरेंसी नहीं है. परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया गया है, लेकिन कितना अंक किसे मिला यह नहीं बताया गया है. सैकड़ों अभ्यर्थी फोन कर रहे हैं. कह रहे कि बीएसएससी से उनका मोहभंग हो गया है. बीएसएससी को क्वेश्चन का आंसर, ओएमआर की कार्बन कॉपी, किसको कितना अंक आया, यह जारी करना चाहिए." -दिलीप कुमार, छात्र नेता
सीएम से की थी शिकायतः बीएसएससी सीजीएल थ्री प्रीलिम्स के अभ्यर्थी दीपक कुमार ने कहा कि बिहार कर्मचारी चयन आयोग से उनका मोहभंग हो गया है. इसके किसी परीक्षा में सम्मिलित नहीं होंगे. 29 जनवरी को समाधान यात्रा के दौरान उन्होंने खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को यह बताया था कि बीएसएससी की परीक्षा में धांधली हुई है. तमाम जैमर के बावजूद सेकंड और थर्ड शिफ्ट की परीक्षा के क्वेश्चन पेपर वायरल हुए हैं, मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कहा कि दिखवाइए कि क्या हुआ है, जांच कीजिए और वह कुछ नहीं. हर बात पर मुख्यमंत्री कहते हैं कि वह अधिकारियों से दिखवा रहे हैं लेकिन होता कुछ नहीं है.
"परीक्षा में धांधली को लेकर सीएम से शिकायत की थी. उन्होंने अधिकारियों से कहा था कि जांच करवाइये क्या बात है, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ. अब आयोग से मोह भंग हो गया है. इसके किसी भी परीक्षा में भाग नहीं लेंगे." -दीपक कुमार, अभ्यर्थी
क्वेश्चन का आंसर जारी होः बीएसएससी सीजीएल 3 प्रीलिम्स के अभ्यर्थी विक्रम कुमार ने कहा कि बीएसएससी को लेकर उनकी नाराजगी यही है कि उन्हें पता ही नहीं चल पा रहा कि वह परीक्षा में कितने अंक प्राप्त किए हैं. कितने अंक से वह परीक्षा उत्तीर्ण करने से चूक गए हैं. क्वेश्चन का आंसर की जारी करना चाहिए ताकि पता चल सके कि किस क्वेश्चन के लिए आयोग ने किस उत्तर को सही माना है. ओएमआर शीट की कार्बन कॉपी ऑनलाइन जारी कर देनी चाहिए, जिससे वह मिलान कर सके और जान सके कि कितने अंक से वह क्वालीफाई करने से चूक गए.
"आयोग को क्वेश्चन का आंसर जारी करना चाहिए ताकि पता चल सके कि किसने कितना नंबर लाया है. कितने नंबर से छूट गया. ओएमआर शीट की कार्बन कॉपी ऑनलाइन ऑनलाइन जारी करना चाहिए. बीएसएससी को लेकर हमलोग नाराज हैं." -विक्रम कुमार, अभ्यर्थी