पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ पूर्व कृषि मंत्री सह आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह अक्सर बयान देते हैं. ऐसे में भागलपुर में सुल्तानगंज-अगुवानी पुल ध्वस्त होने के मामले में भी उन्होंने नीतीश कुमार को टारगेट किया है. साथ ही कहा कि उनके विधायक को प्रधान सचिव से नहीं बल्कि नीतीश कुमार से इस्तीफा मांगना चाहिए.
पुल हादसे के लिए सीएम नीतीश जिम्मेदार: दरअसल परबत्ता से जदयू विधायक डॉक्टर संजीव सिंह ने कहा था कि प्रत्यय अमृत इस मामले में जिम्मेदार हैं और उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए. इसपर सुधाकर सिंह ने कहा कि इस मामले में जितनी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री की है उतनी ही जिम्मेदारी प्रधान सचिव की है. अगर वह प्रधान सचिव के इस्तीफे की मांग करते हैं तो उन्हें अपने मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग करनी चाहिए.
"हमारे नेता तेजस्वी यादव ने साफ-साफ कहा है कि कंपनी को दंड के रूप में जितने पैसे में पुल बनाना था,कंपनी उसी पैसे में पुल बना कर देगी. बीजेपी की बातों से साफ झलकता है कि जब पुल का टेंडर हुआ था डीपीआआर बना था तब वह सत्ता में नीतीश कुमार के साथ थे और उनके अनुसार इस भ्रष्टाचार में वो लोग भी संलिप्त हैं."- सुधाकर सिंह, आरजेडी विधायक
जदयू विधायक सीएम नीतीश से मांगे इस्तीफा: सुधाकर सिंह बुधवार को मीडिया से बात करते हुए आगे कहा कि बिहार सरकार का इंजीनियरिंग सिस्टम पूरी तरह से फेल है. अगर प्रधान सचिव पर आरोप लगाया जा रहा है तो यह पूरी तरह से सही नहीं है क्योंकि सीएम ही तो प्रधान सचिव को आदेश देते हैं.
बीजेपी पर हमला: भागलपुर की घटना पर बीजेपी के हमले पर सुधाकर सिंह ने कहा कि इस मामले में बीजेपी भी भ्रष्टाचार में संलिप्त रही है. जब नीतीश कुमार के साथ थे तो कुछ नहीं कहा और अलग होते ही गालियां देने लगे. यह बीजेपी की दोहरी राजनीति है.
जेडीयू विधायक की बात मान लेते तो..! : बता दें कि 5 मार्च 2023 को परबत्ता के जेडीयू विधायक डॉ संजीव कुमार ने सुलतानगंज- अगुवानी महासेतु से जुड़े मुद्दे को विधानसभा में भी उठाया था. उन्होंने सदन में आशंका जताते हुए कहा था कि कभी भी पुल गिर सकता है. निर्माणाधीन पुल के पायों में दरार आ गई हैं, जिसका पिछले साल सुपर स्ट्रचर गिर गया था.