पटना: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (Bihar School Examination Board) ने देशभर में सबसे पहले इंटरमीडिएट परीक्षा का आयोजन किया था. इसे लेकर जानकारी मिल रही है कि आज और कल यानी रविवार और सोमवार के बीच कभी भी इंटरमीडिएट परीक्षा का रिजल्ट बोर्ड जारी कर सकता है. इंटरमीडिएट परीक्षा में इस बार 13 लाख परीक्षार्थियों ने हिस्सा लिया था और कुछ दिन पहले ही बिहार बोर्ड ने उत्तर पुस्तिका जांच करने का काम पूरा कर लिया है. टॉपर वेरिफिकेशन का कार्य जो पिछले कुछ दिनों से चल रहा है वह भी लगभग पूरा हो गया है. ऐसे में बिहार बोर्ड किसी भी समय इंटरमीडिएट परीक्षा का रिजल्ट जारी कर सकता है.
टॉपर्स का फिजिकल इंटरव्यू: सूत्र बताते हैं कि 22 मार्च से बिहार दिवस का तीन दिवसीय सेलिब्रेशन शुरू होगा और शिक्षा विभाग ही बिहार दिवस की नोडल एजेंसी है. ऐसे में बिहार दिवस से पूर्व इंटरमीडिएट परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा. कुछ वर्षों पहले बिहार बोर्ड के रिजल्ट के दौरान टॉपर्स की सूची में धांधली सामने आए थी. जिसके बाद बिहार बोर्ड ने निर्णय लिया कि रिजल्ट घोषणा से पहले सभी स्ट्रीम्स के टॉपर्स का फिजिकल इंटरव्यू लिया जाए और इसे अनिवार्य कर दिया गया है. इसके तहत सभी जिलों से साइंस कॉमर्स और आर्ट्स स्ट्रीम में टॉप 10 करने वाले छात्रों को पटना बुलाया जाता है और गोपनीय तरीके से उनका वेरिफिकेशन का कार्य किया जाता है.
पास होने के लिए इतना अंक है जरूरी: इंटरमीडिएट रिजल्ट के दौरान हर एक विद्यार्थी के लिए प्रत्येक पेपर में कम से कम 35% अंक पास करने के लिए अनिवार्य है और कोई विद्यार्थी एक अथवा दो अंक से फेल कर रहा होता है तो उसे ग्रेस मार्क्स देकर पास कराया जाता है. कुछ वेबसाइट है जिस पर बिहार बोर्ड के का रिजल्ट देखे जा सकते हैं और वह www.biharboardonline.bihar.gov.in, www.inter23.biharboardonline.com, www.secondary.biharboardonline.com, www.biharboardonline.com, www.results.biharboardonline.com है.
1 फरवरी से शुरू हुई थी परिक्षा: रविवार और सोमवार के बीच कभी भी किसी समय इंटरमीडिएट रिजल्ट जारी करने की घोषणा की जा सकती है. रिजल्ट जारी होने के बाद छात्र आंसर शीट की स्क्रूटनी के लिए आवेदन कर सकते हैं. जो स्टूडेंट पास नहीं हो पाएंगे उन्हें कंपार्टमेंट परीक्षा में दोबारा पास करने का एक और मौका दिया जाएगा. बता दें कि बिहार बोर्ड द्वारा आयोजित की गई इंटरमीडिएट परीक्षा 1 फरवरी से 11 फरवरी के बीच प्रदेश भर में आयोजित की गई थी और 24 फरवरी से कॉपी चेक करने का कार्य शुरू हुआ था.