पटना: बिहार भाजपा ने रविवार को पार्टी के एमएलसी सच्चिदानंद राय से हाल के दिनों में बार-बार पार्टी और राजग विरोधी बयान देने के लिए स्पष्टीकारण मांगा है. भाजपा अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति के अध्यक्ष अमरेंद्र प्रताप सिंह ने बिहार विधान परिषद में पार्टी के सदस्य सच्चिदानंद राय को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए उनसे 10 दिन के भीतर जवाब मांगा है.
राय को भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि, 'हाल के दिनों में विभिन्न मीडिया के माध्यमों में उनके बयान पार्टी के रुख के विपरीत हैं. भाजपा नेतृत्व द्वारा बार-बार समझाए जाने के बावजूद पार्टी के विरूद्ध राय के इन बयानों से पार्टी संगठन और गठबंधन की गरिमा एवं मर्यादा आहत हुई है, जो अनुशासनहीनता के दायरे में आती है.
पार्टी ने पूछा कि ऐसे में उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए. बता दें कि राय बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आलोचक रहे हैं.
क्या कहा था सच्चिदानंद राय ने?
भाजपा के विधान पार्षद और पार्टी के वरिष्ठ नेता सच्चिदानंद राय ने शनिवार को स्वयं पूछा कि 'आखिर यह रिश्ता क्या कहलाता है.' राय ने कहा, 'मैं नहीं जानता कि अभी तक भाजपा क्यों गठबंधन का हिस्सा बनी हुई है. भाजपा में इतना दम है कि वो अकेले ही चुनाव लड़ सकती है.' उन्होंने अपने अंदाज में कहा, 'मुझे तो यही समझ नहीं आ रहा कि यह संबंध (रिश्ता) क्या कहलाता है?'
'सत्ता के लिए कुछ भी कर सकते हैं नीतीश कुमार'
राय ने बेबाक अंदाज में कहा कि नीतीश कुमार की सरकार बनी रहेगी. आप साथ रहें या कोई और साथ रहेगी. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार सत्ता के लिए कुछ भी कर सकते हैं. बिहार के हालातों पर चिंता जाहिर करते हुए सच्चिदानंद ने कहा कि इस मामले में केंद्रीय नेतृत्व को तुरंत फैसला लेना चाहिए और बिहार के गठबंधन पर चर्चा करनी चाहिए.