पटना: सूचना एवं जनसंपर्क सचिव अनुपम कुमार, स्वास्थ्य सचिव लोकेश कुमार सिंह, अपर पुलिस महानिदेशक (पुलिस मुख्यालय) जितेंद्र कुमार, आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू और जल संसाधन विभाग के प्रभारी पदाधिकारी, बाढ़ अनुश्रवण सेल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना संक्रमण की रोकथाम और विभिन्न नदियों के जलस्तर को लेकर किए जा रहे कार्यों के संबंध में अद्यतन जानकारी दी.
88 प्रतिशत बढ़ी रिकवरी रेट
सचिव, सूचना एवं जन-सम्पर्क अनुपम कुमार ने बताया कि कोविड-19 की वर्तमान स्थिति को लेकर सभी आवश्यक कार्रवाई की जा रही है. कोरोना संक्रमण से पिछले 24 घंटे में 1,803 लोग स्वस्थ हुए हैं. बिहार का रिकवरी रेट बढ़कर 88 प्रतिशत हो गई है, जो पूरे देश में उच्चतम रिकवरी रेट में से एक है. उन्होंने बताया कि विगत 24 घंटे में 1 लाख 27 हजार 404 सैंपल्स की जांच की गई है और 1,969 कोविड-19 के नए मामले सामने आए हैं. बिहार में अब तक कुल 34 लाख 30 हजार 124 सैंपल की जांच हुई है. वर्तमान में बिहार में कोविड-19 के 16,107 एक्टिव मरीज हैं. उन्होंने बताया कि वरीय पदाधिकारी लगातार अस्पतालों में जाकर निरीक्षण कर रहे हैं. चिकित्सकीय गुणवत्ता को बढ़ाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है, जिससे रिकवरी का प्रतिशत और अच्छा हो सके.
83 लाख 62 हजार 451 लोग बाढ़ से प्रभावित
सचिव, सूचना एवं जन-संपर्क ने बताया कि बाढ़ की स्थिति में सभी जगहों पर काफी सुधार हो चुका है. नदियों के बढ़े जलस्तर से बिहार के 16 जिलों के कुल 130 प्रखंडों की 1,333 पंचायतों के 83 लाख 62 हजार 451 लोग प्रभावित हुए थे. बाढ़ प्रभावित इलाकों से 5 लाख 50 हजार 792 लोग को निष्क्रमित किया गया. इस स्थिति में निरंतर सुधार हो रहा है. अब स्थिति में सुधार होने के कारण कहीं पर भी राहत केंद्र चलाने की आवश्यकता नहीं है.
प्रभावित इलाकों में अभी 22 कम्युनिटी किचन चलाए जा रहे हैं, जिनमें प्रतिदिन 32,876 लोग भोजन कर रहे हैं. बाढ़ के पीक टाइम में 10 लाख से अधिक लोग प्रतिदिन कम्युनिटी किचन में भोजन करते थे. उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित परिवारों को प्रति परिवार 6,000 रुपये की दर से ग्रैचुट्स रिलीफ का वितरण किया जा रहा है. अब तक 16 लाख 4 हजार 380 परिवारों को 6,000 रुपये की दर से 962 करोड़ 63 लाख रुपये का भुगतान डीबीटी के माध्यम से उनके बैंक खाते में किया जा चुका है.
14 करोड़ से अधिक मानव दिवसों का सृजन
सचिव, सूचना ने बताया कि रोजगार सृजन पर भी सरकार का विशेष ध्यान है और लॉकडाउन पीरियड से लेकर अभी तक 05 लाख 60 हजार 201 योजनाओं के अंतर्गत 14 करोड़ 43 लाख 5 हजार 146 से अधिक मानव दिवसों का सृजन किया जा चुका है. अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय श्री जितेन्द्र कुमार ने बताया कि 01 अगस्त से लागू अनलॉक-3 के तहत जारी गाइडलाइन्स का अनुपालन कराया जा रहा है. पिछले 24 घंटे में 522 वाहन जब्त किए गए हैं और 16 लाख 75 हजार 600 रुपये की राशि जुर्माने के रुप में वसूल की गई है. इस दौरान 03 मामले दर्ज किए गए हैं और 03 व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई है.
इस प्रकार 1 अगस्त से अब तक 83 मामले दर्ज किये गए हैं और 126 व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई है. कुल 20,267 वाहन जब्त किए गए हैं और करीब 05 करोड़ 60 लाख 31 हजार 320 रुपए की राशि जुर्माने के रूप में वसूली की गई है. उन्होंने बताया कि सार्वजनिक स्थानों पर मास्क न पहनने वाले लोगों पर भी लगातार कार्रवाई की जा रही है. पिछले 24 घंटे में मास्क न पहनने वाले 3,822 व्यक्तियों से 01 लाख 91 हजार 100 रुपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गई है. इस प्रकार 01 अगस्त से अब तक मास्क न पहनने वाले 1,49,803 व्यक्तियों से 74 लाख 90 हजार 150 रुपये की जुर्माना राशि वसूली की गई है. कोविड-19 से निपटने के लिये उठाये जा रहे कदमों और नए दिशा-निर्देशों का पालन करने में अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाए जा रहे हैं.
गंगा छोड़ सभी नदियां खतरे के निशान से नीचे
जल संसाधन विभाग के प्रभारी पदाधिकारी, बाढ़ अनुश्रवण सेल ने बताया कि गंडक नदी में वाल्मीकिनगर बराज पर 97,500 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृत्ति घटने की है. गंगा नदी का जलस्तर वाराणसी और बक्सर में बढ़ा हुआ है, जबकि इलाहाबाद में इसके जलस्तर में घटने की प्रवृत्ति है. पिछले 24 घंटे में इलाहाबाद में गंगा नदी के जलस्तर में 5 सेंटीमीटर की कमी आई है. दीघा और गांधी घाट में जलस्तर स्थिर प्रवृत्ति में है, जबकि हाथीदह में इसकी बढ़ने की प्रवृत्ति है. गंगा नदी गांधी घाट में 20 सेंटीमीटर, हाथीदह में 30 सेंटीमीटर तथा कहलगांव में 13 सेंटीमीटर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. बाकी सभी नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं.
कोसी नदी का वीरपुर बराज पर आज 95,340 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृति बढ़ने की है. सोन नदी में इन्द्रपुरी बराज पर 39,462 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृत्ति घटने की है. बागमती नदी का जलस्तर कटौझा और डूब्बाधार में बढ़ा हुआ है लेकिन सभी स्थलों पर जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है. कमला बलान नदी का जलस्तर जयनगर वीयर के डाउनस्ट्रीम के पास और झंझारपुर रेल पुल में खतरे के निशान से क्रमशः 0.05 मीटर और 0.20 मीटर नीचे है. महानंदा नदी का जलस्तर तैयबपुर और ढेंगराघाट गेज स्थल पर खतरे के निशान से नीचे है.
बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर खगड़िया में खतरे के निशान से 0.56 मीटर ऊपर है, जबकि सिकन्दरपुर, समस्तीपुर रेल पुल और रोसरा रेल पुल में खतरे के निशान से नीचे है. घाघरा नदी का जलस्तर दरौली एवं गंगपुर सिसवन में खतरे के निशान से नीचे है. उन्होंने कहा अगले एक दो दिनों तक नेपाल और बिहार की सभी नदियों के बेसिन में हल्की से मध्यम वर्षा का पूर्वानुमान है. जल संसाधन विभाग ने सतत् निगरानी और चौकसी बरती जा रही है.