पटना: पटना: बिहार के कई हिस्सों में लगातार चौथे दिन भी अग्निपथ योजना के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन ( Bihar Bandh Against Agneepath Scheme) जारी रहा. प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को जहानाबाद जिले में तेहटा पुलिस चौकी परिसर के अंदर खड़े एक ट्रक और एक बस समेत कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया. वामपंथी अखिल भारतीय छात्र संघ (आईसा) के नेतृत्व में छात्र संगठनों द्वारा आहूत राज्यव्यापी बंद के मद्देनजर गया, बक्सर, जहानाबाद सहित राज्य के कुछ अन्य हिस्सों में शनिवार को सड़क परिवहन सेवाएं प्रभावित हुईं और आपात सेवाओं को छोड़कर अधिकांश दुकानें व अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे.
पढ़ें: अग्निपथ योजना को लेकर नवादा में बवाल, उपद्रवियों ने BJP कार्यालय को फूंका
बक्सर में इंस्पेक्टर की गाड़ी भी जलाई: बक्सर में डुमरांव इंस्पेक्टर विमल दास की गाड़ी को अराजक तत्वों ने जला दिया. विमल दास नावानगर से डुमरांव जा रहे थे. इस दौरान उपद्रवियों ने सनकी पुल के पास गाड़ी जला दी. इस दौरान पुलिस की ओर से फायरिंग भी की गई. घटना के बाद नावानगर और सिकरौल थाना से पुलिस बल को मौके पर भेजा गया. डुमरांव के एएसपी कुमार राज, नावानगर के बीडीओ धर्मेंद्र कुमार और सीओ अजीत कुमार मौके पर पहुंचे.
जहानाबाद में बस फूंकी, पुलिस पर पथराव : जहानाबाद में सुबह होते ही युवा सड़क पर उतर गये. युवाओं ने शेखपुरा नगर के कालेज मोड़ पर सड़क जाम कर विरोध-प्रदर्शन कर रहे है. जहानाबाद के टेहटा ओपी में खड़ी बस-ट्रक में बिहार बंद समर्थकों ने आग लगा दी. इस दौरान बंद समर्थकों ने पुलिस पर भी पथराव किया. घटनास्थल पर डीएम और एसपी पहुंच गये हैं.
मसौढ़ी में उपद्रवियों का तांडव: उधर, पटना जिले के मसौढ़ी में उपद्रवियों का तांडव देखने को मिला है. तारेगना रेलवे स्टेशन पर उपद्रवी जीआपी बैरक में घुस गए और पुलिस पर पथराव कर दिया. बेकाबू होते हालात को देखते हुए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया है. उपद्रवियों ने दर्जनों गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया है. 50 राउंड फायरिंग भी हुई है. इस घटना में कई पुलिसकर्मी चोटिल हो चुके हैं. रुक-रुक कर पत्थरबाजी जारी है.
तारेगना स्टेशन पर बंद समर्थकों का कब्जा : पटना के पास तारेगना स्टेशन पर बंद समर्थकों का कब्ज़ा, करीब एक दर्जन गाड़ियों में आग लगाई. पुलिस ने फायरिंग की. बंद समर्थकों ने भी की जवाबी फायरिंग.
जमुई में पुलिस पर पथराव: उधर, जमुई के झाझा थाना क्षेत्र के सोहजाना मोड़ स्थित कर्पूरी चौक के पास प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हो गई. प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षाकर्मियों पर रोड़ेबाजी शुरू कर दी. समें कई सुरक्षाकर्मियों को चोटे आई है. हालांकि सुरक्षाबलों ने सख्ती से कार्रवाई करते हुए रोड़ेबाजी कर रहे प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया. झड़प के बाद स्थिति काफी तनावपूर्ण है.
अरवल में एंबुलेंस पर हमला: इस बीच, अरवल से बड़ी खबर आ रही है. बिहार बंद के दौरान अरवल के कुर्था अस्पताल से रेफर मरीज को सदर फल पहुंचाने के क्रम में उपद्रवियों ने एंबुलेंस पर हमला कर दिया. इसमें एंबुलेंस चालक और मरीज गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं.
मुंगेर में प्रदर्शनकारियों का हंगामा : मुंगेर में भी प्रदर्शनकारियों ने जमकर हंगामा किया. तारापुर बीडीओ की गाड़ी में तोड़फोड़ की खबर है.
पप्पू यादव और MLA संदीप सौरभ गिरफ्तार: जाप अध्यक्ष पप्पू यादव ने अपने समर्थकों के साथ राजधानी पटना डाकबंगला चौराहा पर प्रदर्शन किया. इस दौरान उनके समर्थकों ने जमकर बवाल काटा. वहीं, पुलिस ने पप्पू को गिरफ्तार कर लिया है. समर्थकों के साथ उनको कोतवाली थाने में रखा गया है. उधर, पालीगंज विधायक संदीप सौरभ को भी कारगिल चौक पर हिरासत में लिया गया हैय संदीप सौरव के साथ आइसा के 4 छात्र अरेस्ट हुए हैं.
कई जगहों पर धारा 144 लागू: अग्निपथ योजना के खिलाफ छात्रों के उग्र आंदोलन और आज के बिहार बंद को देखते हुए प्रशासन ने कई जगहों पर धारा 144 लागू कर दिया है. हालात को देखते हुए सिवान में जिलाधिकारी ने धारा 144 लागू करने का आदेश दिया है. उधर, छपरा में भी धारा 144 लागू है. गोपालगंज में भी देर रात से ही धारा 144 लागू है.
अर्धसैनिक बल की तैनाती: अग्निपथ को लेकर विरोध प्रदर्शन के मुद्देनजर अतिरिक्त अर्धसैनिक बल की बिहार में तैनाती की गई है. इसमें RAF की एक कम्पनी, CRPF की तीन कम्पनी और SSB की छह कम्पनी शामिल है. ADG लॉ एंड ऑर्डर संजय सिंह ने इसकी जानकारी दी है.
15 जिलों में सोशल साइट बंद: उग्र प्रदर्शनों के बाद बिहार सरकार के गृह विभाग द्वारा अधिसूचना जारी कर दो दिनों के लिए सोशल साइट पर प्रतिबंध (2 Days Ban On Social Sites In Bihar) लगा दिया गया है. 15 जिलों में इंटरनेट मीडिया पर रोक लगाई गई है. यह रोक शुक्रवार को अपराह्न दो बजे से प्रभावी हो गई है, जो रविवार यानी 19 जून तक प्रभावी रहेगी. जिन जिलों में रोक लगाई गई है, उसमें कैमूर, भोजपुर, औरंगाबाद, रोहतास, बक्सर, नवादा, पश्चिमी चंपारण, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, मोतिहारी, लखीसराय, बेगूसराय, वैशाली और सारण शामिल है. गृह विभाग की विशेष शाखा ने इस बाबत आदेश जारी कर दिया है.
22 ट्रेनें रद्द, 29 ट्रेनें प्रभावित: इस बीच, पूर्व मध्य रेल की 22 ट्रेनें रद्द कर दी गयी है तो 29 ट्रेनें प्रभावित (Cancelled Trains Today) हुई है. 5 ट्रेनों को रीशेड्यूल भी किया गया है. बताया जाता है कि, समस्तीपुर रेल मंडल ने 6 पैसेंजर और एक एक्सप्रेस ट्रेन को रद्द कर दिया है. सहरसा से नई दिल्ली को जाने वाली वैशाली एक्सप्रेस को 8 घंटे के लिए रीशेड्यूल किया गया. इसके अलावे कई ट्रेनें अलग-अलग स्टेशनों पर रुकी हुई हैं. जो ट्रेनें रद्द की गई है और जिन्हें रीशेड्यूल किया गया है. ऐसे में अगर आप आज ट्रेन से ट्रैवल करने वाले हैं तो रद्द, रिशेड्यूल और डायवर्ट ट्रेनों की लिस्ट जरूर चेक कर लें.
'अग्निपथ' पर मोदी सरकार को 72 घंटे का अल्टीमेटम : इन संगठनों ने कहा कि सरकार इस योजना को वापस करने में जितनी देर करेगी, आंदोलन उतना ही विस्फोटक होता जाएगा और तब इसके लिए केवल और केवल सरकार ही जिम्मेदारी होगी. संगठन के नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार को 72 घण्टे का अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि यदि सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ और युवाओं का मजाक उड़ाने वाली इस योजना को वापस नहीं लेती, तो 18 को बिहार बन्द और फिर भारत बंद की ओर बढ़ेंगे.
केंद्र सरकार अग्निपथ योजना को वापस लें - लालू : आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने अग्निपथ योजना को लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने ट्विट कर लिखा- ''केंद्र सरकार अविलंब अग्निपथ योजना को वापस लें. भाजपा सरकार की पूंजीपरस्त और युवा विरोधी नीतियों के कारण बेरोजगारी बढ़ी है. क्या यह ठेकेदारों द्वारा थोपी गयी सरकार है जो सेना की नौकरी भी ठेके पर दे रही है?'
तेजस्वी यादव ने क्या कहा? : इससे पहले, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अग्निपथ योजना के तहत बहाल अग्निवीरों की छुट्टी को लेकर भी सवाल उठाया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा- 'क्या इन लोगों को नियमित सैनिकों की तरह ही 90 दिनों की छुट्टियां मिलेंगी? अग्निपथ योजना अगर न्यायसंगत है तो इसमें ठेके पर अफसरों की भर्ती क्यों नहीं? केवल ठेके पर सैनिकों की ही भर्ती क्यों? क्या यह शिक्षित युवाओं के लिए मनरेगा है?'
असली देसी मोर्चा भी छात्रों के साथ: बिहार बंद को असली देसी मोर्चा ने भी समर्थन दिया है. मोर्चा के प्रदेश संयोजक लल्लन यादव ने कहा कि सवाल बेरोजगारी का है, सवाल नौकरी का है. उन्होंने कहा कि वह देश को बताना चाहेंगे कि प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठे लोग सत्ता के गलियारों से कितना जुल्म करेंगे, अब चप्पा चप्पा इंकलाब के नारों से गूंज रहा है. आज 17 साल में 4 साल की नौकरी देने की बात की जा रही है. ऐसे में नौकरी के बाद सरकार सब्जी की टोकरी युवाओं के माथे पर देना चाहती है. आज अग्निपथ योजना के कारण देश जल रहा है और उपद्रवियों के प्रदर्शन का शिकार हो रहा है. बेरोजगारों की समस्याएं बढ़ गई हैं, लिहाजा अब यह देश बेरोजगारों का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा.
उग्र प्रदर्शन से दहल उठा बिहार: शुक्रवार को उग्र छात्रों ने प्रदर्शन के दौरान पूरे बिहार में कहर बरपाया था. पटना के दानापुर स्टेशन पर ट्रेनों में तोड़फोड़ की गयी. दानापुर स्टेशन पर खड़ी ट्रेन को फूंका गया. वहीं लखीसराय में विक्रमशिला एक्सप्रेस और जनसेवा एक्सप्रेस में उपद्रवियों ने आग लगा दी थी. इस दौरान लूटपाट भी की गई और यात्रियों को पीटा भी गया. वहीं गया-कियूल-बख्तियारपुर ट्रेन की बोगियों को फूंक डाला गया था. बोगियों में आग लगाने के बाद काफी देर तक उपद्रवियों ने बवाल काटा और फिर कियूल गया पैसेंजर में ही बैठ कर भाग निकले. इधर समस्तीपुर में मोहद्दीनगर स्टेशन पर जम्मूतवी-गुहाटी एक्सप्रेस की कई बोगियों में आग लगा दी थी. ट्रेनों के साथ-साथ सड़कों पर भी सैंकड़ों की संख्या में प्रदर्शकारियों ने तोड़फोड़ की गयी थी. कई सरकारी भवनों को इस दौरान निशाना बनाया गया.
अलर्ट पर पुलिस प्रशासन: बिहार बंद के मद्देनजर पुलिस मुख्यालय ने सभी एसडीओ और एसडीपीओ को को अलर्ट रहने को कहा है क्योंकि तीन दिनों में पूरे प्रदेश में जमकर उत्पात मचाया गया था. ऐसे में आज के बंद के दौरान लॉ एंड आर्डर न बिगड़े इसके लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं. राजधानी पटना सहित पूरे बिहार के सभी थानाध्यक्षों को अपने-अपने इलाकों में सतर्क रहने को कहा किया गया है. बिहार पुलिस मुख्यालय के द्वारा राजधानी पटना सहित बिहार के कुछ संभावित जिले जहां पर उपद्रव हो सकता है वहां पर अतिरिक्त पुलिस बल के साथ साथ बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस बल के जवानों को भी तैनाती की गई है ताकि विधि व्यवस्था बनी रहे.
क्या है अग्निपथ योजना: भारत सरकार द्वारा जिस अग्निपथ योजना की शुरुआत की गई है. उसमें बहाली के प्रथम वर्ष में 21 हजार रुपये वेतन के रूप में भारत सरकार के द्वारा प्रत्येक महीने भुगतान किया जाएगा. दूसरे वर्ष वेतन में वृद्धि कर 23 हजार 100 रुपये प्रत्येक महीने दिया जाएगा और तीसरे महीने 25 हजार 580 एवं चौथे वर्ष में 28 हजार रुपये वेतन के रूप में भुगतान करने के साथ ही उन युवाओं को रिटायर्ड कर दिया जाएगा. लेकिन इस योजना को लेकर बिहार में चारों तरफ हंगामा बरपा है. वहीं, गुरुवार को केंद्र सरकार ने अग्निपथ योजना के विरोध के बीच अभ्यर्थियों की आयु सीमा को 21 से बढ़ाकर 23 साल कर दी है. ये स्पष्ट किया गया है कि ये छूट सिर्फ इस साल सेना में भर्ती के लिए किया गया है. बता दें कि अग्निपथ योजना के तहत सेना में भर्ती के लिए सरकार ने साढ़े 17 साल से लेकर 21 साल की आयु निर्धारित की थी.
'अंग्निपथ स्कीम' से क्यों नाराज है छात्र : दरअसल, 2020 से आर्मी अभ्यर्थियों की कई परीक्षाएं हुई थी. किसी का मेडिकल बाकी था तो किसी का रिटेन. ऐसे सभी अभ्यर्थियों की योग्यता एक झटके में रद्द कर दी गई. पहले ये नौकरी स्थाई हुआ करती थी. मतलब सरकारी नौकरी का ख्वाब इससे नौजवान पूरा करते थे. नई स्कीम की तहत बताया गया कि अब चार साल की नौकरी होगी. इसमें सिर्फ 25 प्रतिशत अग्निवीरों को स्थाई किया जाएगा. 75 प्रतिशत चार साल बाद रिटायर हो जाएंगे. उनको पेंशन समेत बाकी सुविधाएं नहीं मिलेंगी. बिहार जैसे राज्य में जहां ज्यादातर युवाओं का एक ही लक्ष्य कह लीजिए या सपना सरकारी नौकरी होता है, ऐसे में सपना टूटता देख छात्र सड़कों पर उतर गए.
पढ़ें- पुलिस मुख्यालय की प्रदर्शनकारियों को चेतावनी, भविष्य में होंगे योजना के लाभ से वंचित
पढ़ें- VIDEO: वैशाली में पुलिस वालों को प्रदर्शनकारियों ने दौड़ा दौड़ाकर पीटा, भागने को मजबूर हुए जवान