पटना: बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा के साथ विवाद के बाद गतिरोध अभी तक दूर नहीं हुआ है. बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा की नाराजगी के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के साथ कैबिनेट मीटिंग के बाद बैठक की है. बैठक में उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे भी मौजूद थे. बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा (Bihar Assembly Speaker Vijay Sinha) मंगलवार को सदन में अपने आसन पर नहीं बैठे. सियासी गलियारे में चर्चा है कि इस मामले को शांत कराने को लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की इंट्री हो सकती है. पहले खबर आई की स्पीकर विजय सिन्हा दिल्ली रवाना हो रहे हैं लेकिन वो पटना में ही हैं.
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वहीं, स्पीकर विजय सिन्हा और नीतीश कुमार मामले को लेकर विपक्ष ने मुख्यमंत्री से माफी की मांग की है. जिसे लेकर दिनभर बिहार विधानसभा में जोरदार हंगामा (Opposition Protests in Bihar Assembly) जारी रहा. जिस वजह से कई बार बिहार विधानसभा की कार्यवाही स्थगित (Bihar Legislative Assembly Adjourned) की गई. उधर, सोमवार की घटना से नाराज विधानसभा अध्यक्ष आज सदन नहीं पहुंचे थे. अगर ऐसी ही हालत रही और सदन की कार्यवाही बाधित होती रही तो जनता से जुड़े मुद्दों को कौन सुनेगा.
क्या है पूरा मामला?: लखीसराय में विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा के साथ दुर्व्यवहार (Misbehave with Speaker Vijay Sinha in Lakhisarai) मामले को लेकर विपक्षी दलों और बीजेपी के विधायक लगातार सदन में हंगामा कर रहे थे. ऐसे में सोमवार को सीएम ने सदन में कहा कि मामले में कार्रवाई की जा रही है. बार-बार इस तरह से इस मुद्दे को सदन में उठाना सही नहीं है. हम न किसी को फंसाते हैं और न किसी को बचाते हैं. विशेषाधिकार समिति जो रिपोर्ट पेश करेगी, हम उस पर जरूर विचार करेंगे और देखेंगे की कौन सा पक्ष सही है. इस दौरान सीएम और विधानसभा अध्यक्ष के बीच तीखी बहस हुई थी.
स्पीकर पर बिफरे नीतीश: सीएम ने इस दौरान सदन में कहा था कि सिस्टम संविधान से चलता है. किसी भी क्राइम की रिपोर्ट कोर्ट में जाता है. सदन में नहीं जाता है. कृपया करके ज्यादा मत करिए जो चीज जिस का अधिकार है, उसको करने दीजिए. किसी तरह का भ्रम है तो बातचीत की जाएगी. इस मामले को अकारण आगे बढ़ाने की कोई जरूरत नहीं है. आप संविधान देख लीजिए संविधान क्या कहता है.
नीतीश की नसीहत पर स्पीकर ने क्या कहा?: वहीं सीएम के भड़कने के बाद विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने कहा था कि कुर्की जब्ती नहीं हुई है. इसका जवाब नहीं दिया जा सका. आप ही बता दें कि सदन कैसे चलेगा, वैसे ही चलाएंगे. सदन में जब प्रश्न आया कि कुर्की जब्ती कब होगी, उसी में एक मामला जोड़ा गया जिसमें सारे विधायकों ने तीन बार हंगामा किया. हमने आग्रह किया कि विशेषाधिकार कमेटी में मामला चल रहा है, उसपर चर्चा नहीं होगी. मामला उठा कि आयोजनकर्ता व उद्घाटनकर्ता की आजतक अरेस्टिंग नहीं हुई है. इस मामले को सरकार ने क्यों गंभीरता से नहीं लिया? पुलिस द्वारा लखीसराय की घटना पर खानापूर्ति की जा रही है. जहां तक संविधान की बात है तो मुख्यमंत्री जी आप हमसे ज्यादा जानते हैं मैं आपसे सीखता हूं.
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