पटना: बिहार विधानसभा के बजट सत्र के दौरान 23 मार्च को विधानसभा सुरक्षा प्रहरी की कमी रहने पर मार्शल और बिहार पुलिस के जवानों की प्रतिनियुक्ति की गई थी. इस दौरान माननीय सदस्यों से किये गए दुर्व्यवहार की समीक्षा के लिए बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने पटना प्रमंडल के आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल और पटना पुलिस महानिरीक्षक संजय सिंह के साथ विधानसभा स्थित अपने कार्यालय में एक उच्चस्तरीय बैठक की.
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सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराने के निर्देश
बैठक के दौरान उन्होंने इन अधिकारियों के साथ सभा सचिवालय के सीसीटीवी फुटेज और नेता प्रतिपक्ष द्वारा उपलब्ध कराये गये वीडियो फुटेज को देखा. उन्होंने बैठक में इन पदाधिकारियों द्वारा किये गये अनुरोध पर घटना से संबंधित सभी वीडियो फुटेज उपलब्ध कराने के निर्देश सभा सचिवालय के प्रभारी सचिव को दिए.
''मर्यादा की लक्ष्मण रेखा लांघने की इजाजत किसी को नहीं दी जा सकती है. फिर चाहे वह माननीय सदस्य हो या कोई पुलिस या प्रशासनिक अधिकारी. हर हाल में माननीय सदस्यों के साथ सौम्यतापूर्वक व्यवहार किया जाना चाहिए. माननीय सदस्यों के सम्मान से कोई समझौता नहीं किया जा सकता और सदन की गरिमा सर्वोपरि है''- विजय कुमार सिन्हा, विधानसभा अध्यक्ष
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कठोर कार्रवाई के दिए निर्देश
विधानसभा सदस्यों से किये गये दुर्व्यवहार के दोषी पुलिसकर्मियों की पहचान कर जांच करते हुए उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का निर्देश विजय कुमार सिन्हा ने आयुक्त और पुलिस महानिरीक्षक पटना को दिए. इस बैठक में बिहार विधान सभा के प्रभारी सचिव भूदेव राय सहित सभा सचिवालय के अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे.
विपक्ष ने की थी कार्रवाई की मांग
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर दोषी पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की थी. उससे पहले कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने भी विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा को पत्र लिखा था. विपक्षी सदस्यों ने विधायकों के साथ मारपीट करने वाले पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई को लेकर विधानसभा अध्यक्ष से कई बार गुहार लगाई, ऐसे में विधानसभा अध्यक्ष की ये बड़ी पहल है.
पुलिस बिल पर विपक्ष ने किया था हंगामा
बता दें कि बजट सत्र के दौरान 23 मार्च को विपक्ष ने पुलिस बिल को लेकर जोरदार हंगामा किया था. मंगलवार को बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक 2021 सदन में पेश किया गया. काफी हंगामे के बीच उसी दिन सदन से विधेयक को पास करा लिया गया था. विपक्ष की ओर से लगातार इस बिल का विरोध किया जा रहा है.
विपक्ष की गैर मौजूदगी में बिल हुआ था पारित
बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस बिल को लेकर सदन में जबरदस्त हंगामा देखने को मिला. विधानसभा में तो ऐतिहासिक हंगामा हुआ और पुलिस बल को विधानसभा के अंदर तक बुलाना पड़ा. शुक्रवार को विधान परिषद में भी विपक्ष ने जबरदस्त हंगामा किया. इस दौरान विपक्ष के सदस्यों की गैर मौजूदगी में ही इस बिल को पारित करा लिया गया.
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