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नीतीश कुमार की पहली वर्चुअल रैली, कहा- कोरोना काल में एक-एक चीज पर किया काम

सभी जेडीयू कार्यकर्ता इस वर्चुअल रैली को लेकर काफी उत्साहित हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पार्टी के वर्चुअल प्लेटफॉर्म से बिहार की आम जनता, पार्टीजनों और एनडीए के तमाम समर्थकों व प्रशंसकों को संबोधित किया.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
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Published : Sep 7, 2020, 8:00 AM IST

Updated : Sep 7, 2020, 2:18 PM IST

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को अपनी पहली वर्चुअल रैली को संबोधित कर पार्टी के चुनाव प्रचार की शुरूआत की. पार्टी के अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म से वर्चुअल रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना काल कब तक चलेगा कोई नहीं जानता. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल के दौरान एक-एक चीज पर काम किया गया है. उन्होंने कहा कि इस काल में लोगों को रोगजार उपलब्ध कराने का काम भी किया गया है.

जेडीयू 'निश्चय संवाद', Live अपडेट्स:

  • जेडीयू अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का संबोधन शुरू
  • डिजिटल प्लेटफर्म पर आ गई है जेडीयू : नीतीश कुमार
  • राज्य से लेकर बूथ स्तर तक सभी लोग जुड़े.
  • निश्चय संवाद से जुड़े हुए तमाम लोगों का मैं अभिनंदन करता हूं.
  • होली के बाद ही हमलोग कोरोना को लेकर सतर्क हो गए थे.
  • मार्च में ही हमलोगों ने कोरोना से निपटने की तैयारी शुरू कर दी थी.
  • कोरोना को लेकर जितनी तैयारी बिहार सरकार ने की है, वो इस्तेमाल भी नहीं हो पा रही है.
  • जितने लोग कोरोना के शिकार हुए, उनमें ठीक होने का प्रतिशत बिहार में सर्वाधिक.
  • 88.24 प्रतिशत लोग अब बिहार में ठीक हो रहे है.
  • कोवाश्क टेस्ट मशीन मिलेगा, जिससे दिनभर में 3600 टेस्ट होंगे.
  • लोग अपने इच्छा से टेस्ट कराएं, प्राइवेट जांच केंद्रों को भी जांच का अधिकार मिला.
  • 5 लाख प्रवासी मजदूर को क्वारंटीन सेंटर पर रखा गया.
  • 13 लाख 38 हजार वंचित परिवारों को राशन कार्ड उपलब्ध कराया गया.
  • राशनकार्ड धारी को एक-एक हजार रूपये की आर्थिक मदद दी.
  • मिड डे मिल की जगह सरकार राशि दे रही है.

नीतीश का विरोधियों पर तंज
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्ष के नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि जो लेाग कुछ नहीं जानते वे कुछ भी बोल देते हैं, लेकिन उन्हें जानना चाहिए. उन्होंने कहा, हमलोग काम करते हैं, प्रचार नहीं करते हैं. जिन्हें कुछ जानकारी नहीं, वे कुछ भी बोलते रहते हैं.'

कोरोना काल में लोगों को मिल रहा रोजगार
उन्होंने दावा करते हुए कहा कि लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए लगातार काम हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में 14 करोड़ 71 लाख से ज्यादा मानव दिवस का सृजन किया गया है.

कोरोना से भयभीत नहीं सचेत रहने की जरूरत
उन्होंने लोगों को सचेत करते हुए कहा कि आज भले ही कोरोना मरीजों की संख्या में कमी आई है, लेकिन कल क्या होगा, कोई नहीं जानता. इस कारण लोगों को भयभीत नहीं सचेत रहने की जरूरत है.

एक दिन में 1.50 लाख लोगों की कोरोना जांच
मुख्यमंत्री ने दावा करते हुए कहा कि आज एक दिन में 1.50 लाख से ज्यादा लोगों की कोरोना जांच कराई जा रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आज आपदा राहत के लिए कई काम हो रहे हैं, लेकिन पहले क्या होता था? कुछ मिलता था क्या?

सरकारी खजाने पर आपदा पीड़ितों का पहला अधिकार
उन्होंने कहा कि सत्ता में आने के बाद बाढ़ प्रभावित इलाकों के प्रत्येक परिवारों को ग्रैच्यूटस रिलीफ के रूप में 6000 राशि दी जा रही है. उन्होंने दोहराते हुए कहा कि सरकारी खजाने पर आपदा पीड़ितों का पहला अधिकार है. इससे पहले उन्होंने जदयू के डिजिटल प्लेटफोर्म पर लाने वाले लोगों को धन्यवाद दिया.

'बिहार में कोरोना इलाज की त्रिस्तरीय व्यवस्था'
प्रखंड स्तर पर अब जांच हो रही है, अब कोई भी जांच करा सकता है. इलाज के लिए त्रिस्तरीय व्यवस्था की गयी है. होम आइसोलेशन के अलावा कोविड केयर, कोविड हेल्थ सेंटर और कोविड अस्पताल में इलाज किया जा रहा. कौन क्या-क्या प्रचारित करता है, हम कुछ नहीं कहेंगे. आज दोपहर बाद हम कोरोना पर मीटिंग करेंगे. हर जिले के बारे में जानकारी ली जाएगा, कई घंटे बैठक चलेगी.

बिहार में रिकवरी रेट 88.24 फीसदी : नीतीश कुमार
बिहार में ठीक होनेवालों का प्रतिशत सबसे ज्यादा 88.24 फीसदी है. अगर कोरोना से किसी की मौत होती है, उनके परिजनों को 4 लाख की मदद देते हैं. स्वास्थ्य कर्मियों को एक माह का अतिरिक्त दिया गया. अगर किसी स्वास्थ्य कर्मी की मौत होती है, तो आश्रित को नौकरी. अगर नौकरी नहीं करता है, तो सेवा की अवधि तक का वेतन दिया जाएगा. केंद्र सरकार की ओर से स्वास्थ्य कर्मियों को 50 लाख का बीमा दिया गया है.

'20.95 लाख को एक-एक हजार की मदद'
20.95 लाख को एक-एक हजार की मदद दी गयी. कोरेन्टीन सेंटर पर रहनेवाले 15 लाख से ज्यादा लोगों रखा गया, एक व्यक्ति पर 53 सौ रुपये खर्च किया गया. लॉक डाउन के दौरान राशनकार्ड धारियों को एक-एक हजार की मदद दी गयी. राशन के अतिरिक्त 5 किलो अतिरिक्त राशन दिया गया. एक किलो दाल या चना दिया जा रहा है. जिनके पास राशनकार्ड नहीं था, उनके लिए व्यवस्था की गयी. लोगों का राशनकार्ड बनवाया गया, अब तक 23.38 लाख लोगों को राशनकार्ड दिया गया.

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को अपनी पहली वर्चुअल रैली को संबोधित कर पार्टी के चुनाव प्रचार की शुरूआत की. पार्टी के अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म से वर्चुअल रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना काल कब तक चलेगा कोई नहीं जानता. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल के दौरान एक-एक चीज पर काम किया गया है. उन्होंने कहा कि इस काल में लोगों को रोगजार उपलब्ध कराने का काम भी किया गया है.

जेडीयू 'निश्चय संवाद', Live अपडेट्स:

  • जेडीयू अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का संबोधन शुरू
  • डिजिटल प्लेटफर्म पर आ गई है जेडीयू : नीतीश कुमार
  • राज्य से लेकर बूथ स्तर तक सभी लोग जुड़े.
  • निश्चय संवाद से जुड़े हुए तमाम लोगों का मैं अभिनंदन करता हूं.
  • होली के बाद ही हमलोग कोरोना को लेकर सतर्क हो गए थे.
  • मार्च में ही हमलोगों ने कोरोना से निपटने की तैयारी शुरू कर दी थी.
  • कोरोना को लेकर जितनी तैयारी बिहार सरकार ने की है, वो इस्तेमाल भी नहीं हो पा रही है.
  • जितने लोग कोरोना के शिकार हुए, उनमें ठीक होने का प्रतिशत बिहार में सर्वाधिक.
  • 88.24 प्रतिशत लोग अब बिहार में ठीक हो रहे है.
  • कोवाश्क टेस्ट मशीन मिलेगा, जिससे दिनभर में 3600 टेस्ट होंगे.
  • लोग अपने इच्छा से टेस्ट कराएं, प्राइवेट जांच केंद्रों को भी जांच का अधिकार मिला.
  • 5 लाख प्रवासी मजदूर को क्वारंटीन सेंटर पर रखा गया.
  • 13 लाख 38 हजार वंचित परिवारों को राशन कार्ड उपलब्ध कराया गया.
  • राशनकार्ड धारी को एक-एक हजार रूपये की आर्थिक मदद दी.
  • मिड डे मिल की जगह सरकार राशि दे रही है.

नीतीश का विरोधियों पर तंज
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्ष के नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि जो लेाग कुछ नहीं जानते वे कुछ भी बोल देते हैं, लेकिन उन्हें जानना चाहिए. उन्होंने कहा, हमलोग काम करते हैं, प्रचार नहीं करते हैं. जिन्हें कुछ जानकारी नहीं, वे कुछ भी बोलते रहते हैं.'

कोरोना काल में लोगों को मिल रहा रोजगार
उन्होंने दावा करते हुए कहा कि लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए लगातार काम हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में 14 करोड़ 71 लाख से ज्यादा मानव दिवस का सृजन किया गया है.

कोरोना से भयभीत नहीं सचेत रहने की जरूरत
उन्होंने लोगों को सचेत करते हुए कहा कि आज भले ही कोरोना मरीजों की संख्या में कमी आई है, लेकिन कल क्या होगा, कोई नहीं जानता. इस कारण लोगों को भयभीत नहीं सचेत रहने की जरूरत है.

एक दिन में 1.50 लाख लोगों की कोरोना जांच
मुख्यमंत्री ने दावा करते हुए कहा कि आज एक दिन में 1.50 लाख से ज्यादा लोगों की कोरोना जांच कराई जा रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आज आपदा राहत के लिए कई काम हो रहे हैं, लेकिन पहले क्या होता था? कुछ मिलता था क्या?

सरकारी खजाने पर आपदा पीड़ितों का पहला अधिकार
उन्होंने कहा कि सत्ता में आने के बाद बाढ़ प्रभावित इलाकों के प्रत्येक परिवारों को ग्रैच्यूटस रिलीफ के रूप में 6000 राशि दी जा रही है. उन्होंने दोहराते हुए कहा कि सरकारी खजाने पर आपदा पीड़ितों का पहला अधिकार है. इससे पहले उन्होंने जदयू के डिजिटल प्लेटफोर्म पर लाने वाले लोगों को धन्यवाद दिया.

'बिहार में कोरोना इलाज की त्रिस्तरीय व्यवस्था'
प्रखंड स्तर पर अब जांच हो रही है, अब कोई भी जांच करा सकता है. इलाज के लिए त्रिस्तरीय व्यवस्था की गयी है. होम आइसोलेशन के अलावा कोविड केयर, कोविड हेल्थ सेंटर और कोविड अस्पताल में इलाज किया जा रहा. कौन क्या-क्या प्रचारित करता है, हम कुछ नहीं कहेंगे. आज दोपहर बाद हम कोरोना पर मीटिंग करेंगे. हर जिले के बारे में जानकारी ली जाएगा, कई घंटे बैठक चलेगी.

बिहार में रिकवरी रेट 88.24 फीसदी : नीतीश कुमार
बिहार में ठीक होनेवालों का प्रतिशत सबसे ज्यादा 88.24 फीसदी है. अगर कोरोना से किसी की मौत होती है, उनके परिजनों को 4 लाख की मदद देते हैं. स्वास्थ्य कर्मियों को एक माह का अतिरिक्त दिया गया. अगर किसी स्वास्थ्य कर्मी की मौत होती है, तो आश्रित को नौकरी. अगर नौकरी नहीं करता है, तो सेवा की अवधि तक का वेतन दिया जाएगा. केंद्र सरकार की ओर से स्वास्थ्य कर्मियों को 50 लाख का बीमा दिया गया है.

'20.95 लाख को एक-एक हजार की मदद'
20.95 लाख को एक-एक हजार की मदद दी गयी. कोरेन्टीन सेंटर पर रहनेवाले 15 लाख से ज्यादा लोगों रखा गया, एक व्यक्ति पर 53 सौ रुपये खर्च किया गया. लॉक डाउन के दौरान राशनकार्ड धारियों को एक-एक हजार की मदद दी गयी. राशन के अतिरिक्त 5 किलो अतिरिक्त राशन दिया गया. एक किलो दाल या चना दिया जा रहा है. जिनके पास राशनकार्ड नहीं था, उनके लिए व्यवस्था की गयी. लोगों का राशनकार्ड बनवाया गया, अब तक 23.38 लाख लोगों को राशनकार्ड दिया गया.

Last Updated : Sep 7, 2020, 2:18 PM IST
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