पटना: छात्र नेता कन्हैया कुमार ने बिहार में एक संयुक्त मोर्चा बनाया है. इस मोर्चा में कांग्रेस के विधायक शकील अहमद भी शामिल हैं. इसके तहत अब कन्हैया कुमार बिहार के लोगों को सीएए, एनपीआर और एनआरसी की मुद्दे को लेकर एकजुट करने में लगे हैं.
क्या है इसका उद्देश्य
इस मोर्चा का मुख्य उद्देश्य है जितने भी लोग इन कानून का विरोध कर रहे हैं, उन सबको एक बैनर के नीचे लाना. कन्हैया कुमार ने इसकी शुरुआत कर दी है. बुधवार को पटना के गांधी मैदान में इसके तहत उन्होंने 'देश बचाओ नागरिकता बचाओ' यात्रा का भी शुभारंभ कर दिया है. इस यात्रा की शुरुआत गुरुवार को मोतिहारी के बापू धाम से होगी. इसमें कांग्रेस विधायक शकील अहमद भी शामिल होंगे.
CAA के खिलाफ एकजुटता
इस अवसर पर कम्युनिस्ट पार्टी के नेता विश्वजीत कुमार ने कहा कि हम बिहार के लोगों को ऐसे कानून के विरोध में एकजुट करने में लगे हैं. उन्होंने कहा कि सीएए का विरोध पूरे देश में हो रहा है और सरकार कुछ नहीं सुन रही है. इसलिए हम चाहते हैं कि वैसे लोग जो सीएए, एनपीआर और एनआरसी का विरोध कर रहे हैं वे हमारे साथ आये और गांधी मैदान में एकजुट होकर इस बहरी सरकार को ऐसी ललकार दें कि सरकार उसे सुने.
विपक्षी पार्टियों में एकता की कमी
बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले निश्चित तौर पर ऐसा दिखाई दे रहा है कि बिहार में विपक्षी एकता नहीं है. यही कारण है कि महागठबंधन और अन्य दलों को छोड़ अकेले कन्हैया कुमार एक बार नागरिकता संशोधन कानून, एनपीआर और एनआरसी के मुद्दे पर जनता के बीच जा रहे हैं. कहीं न कहीं विपक्ष जो यह दावा करता है कि उसमें एकजुटता है. इससे कन्हैया कुमार का यह मिशन खारिज करते नजर आ रहा है.