पटना: बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के वाइस प्रेसिडेंट और बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान ने इस बजट को बिहार के दृष्टिकोण से निराशाजनक (No special package for Bihar) बताया है. हालांकि उन्होंने माना है कि पूरे देश के हिसाब से बजट ठीक है. बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष रामलाल खेतान ने कहा कि बिहार जैसे पिछड़े राज्य को बजट से लाभ नहीं मिला है.
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बिहार को लाभ नहीं मिलने वाला: रामलाल खेतान ने कहा कि बिहार पिछड़ा राज्य है. 10% की आबादी के हिसाब से अगर देखें तो बिहार के लिए कुछ नहीं मिला है. बजट में पिछड़े राज्यों पर विशेष ध्यान देना चाहिए था. इस बजट से बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन को जो उम्मीद थी उसमें निराश हाथ लगी है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री भी बिहार को पिछड़ा राज्य मानते हैं. उन्होंने कई बार यह वक्तव्य दिया है कि पिछड़े राज्य को अग्रणी राज्य में लाना है. लेकिन इस बजट से बिहार को लाभ नहीं मिलने वाला है.
छोटा बूस्टर डोज से काम नहीं चलेगाः बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि बिहार में जो उद्योग धंधे चल रहे हैं वह चलता रहेगा. लेकिन उम्मीद थी बिहार को बजट में बूस्टर डोज मिलेगा. लेकिन बिहार को बूस्टर डोज नहीं मिला. जिससे कि उद्योगपति काफी निराश हैं. बिहार में अगर उद्योग धंधे लगाने हैं तो केंद्र सरकार को मदद करनी होगी. यहां पर छोटा बूस्टर डोज से काम नहीं चलेगा. बड़े बूस्टर डोज देनी पड़ेगी, तब जाकर बिहार अग्रणी राज्य में शामिल हो पाएगा.
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बिहार को विशेष पैकेज नहींः चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के वाइस प्रेसिडेंट एनके ठाकुर ने कहा कि चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज की तरफ से बजट को लेकर विशेष पैकेज पर चर्चा की गयी थी. बजट में इस तरह का कुछ भी बिहार को नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय बजट है. राष्ट्र को ध्यान में रखते हुए इस बजट को पेश किया जाता है. इस बजट में कुछ जनहित घोषणाएं भी हैं. कोरोना प्रभावित व्यापारियों को छूट देने की बात बजट में की गई है. इससे छोटे व्यपारियो को काफी लाभ मिलेगा.