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'बिहार में फिल्मों की शूटिंग करवाना है तो UP की तरह बड़ा करना होगा दिल'

खेसारी लाल यादव ने कहा कि अगर बिहार में उत्तर प्रदेश की तरह सब्सिडी मिले तो हमलोग यहां फिल्मों की शूटिंग अधिक करेंगे. इससे स्थानीय कलाकारों को मौका मिलेगा और लोगों को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे. पढ़ें पूरी खबर...

Khesari Lal yadav
खेसारी लाल यादव
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Published : Oct 7, 2021, 4:14 PM IST

Updated : Oct 7, 2021, 5:02 PM IST

पटना: भोजपुरी फिल्म अभिनेता खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) की फिल्म 'लिट्टी चोखा' (Bhojpuri Film Litti Chokha) 12 अक्टूबर को रिलीज होने वाली है. फिल्म के प्रमोशन के लिए पटना आए खेसारी लाल ने ईटीवी भारत के संवाददाता से बातचीत की. उन्होंने कहा कि फिल्म किसानों की समस्या पर आधारित है. बिहार में फिल्मों की शूटिंग कम होने के सवाल पर खेसारी ने कहा कि इसके लिए राज्य सरकार को दिल बड़ा करना होगा.

यह भी पढ़ें- ETV भारत से बोलीं डॉ. नीतू- 'स्टार बनने के चक्कर में परोसी जा रही भोजपुरी में फूहड़ता'

खेसारी ने कहा, 'फिल्म 'लिट्टी चोखा' में किसानों से जुड़ी समस्याओं को दिखाया गया है. मैं किसान का बेटा हूं. बचपन से ही देखता आ रहा हूं कि किसानों को कितनी कठिनाई का सामना करना पड़ता है. देश में किसान अपने मुद्दों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. उसी को ध्यान में रखते हुए फिल्म बनाया गया है. इसमें दिखाया गया है कि किसानों को कितनी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. किसान अन्नदाता हैं. उनकी बदौलत ही हमलोग दो वक्त खाना खा पाते हैं.'

देखें वीडियो

बिहार के कलाकारों को प्रतिभा दिखाने के मौके की कमी के सवाल पर खेसारी लाल ने कहा, 'बिहार में प्रतिभा की कमी नहीं है, लेकिन बिहार सरकार इस पर ध्यान नहीं देती है. बिहार के नई राजनेताओं ने देश को नई दिशा दी. सैकड़ों युवा आईएएस और आईपीएस बनकर आज देश में बिहार का नाम ऊंचा कर रहे हैं. हमलोग कोई फिल्म बनाते हैं तो उस राज्य को 40-50 लाख रुपये देते हैं. यूपी में सब्सिडी के रूप में वही पैसा हमें मिल जाता है. इससे लोगों को रोजगार मिलता है. इसके साथ ही स्थानीय कलाकारों को छोटे-छोटे रोल मिलते हैं, जिससे उनका उत्साह बढ़ता है. बिहार सरकार पता नहीं यह कब समझेगी.'

खेसारी ने कहा, 'बिहार में फिल्म शूटिंग के लिए सब्सिडी की कोई व्यवस्था नहीं है. अगर बिहार सरकार चाहती है कि यहां फिल्म इंडस्ट्री आए तो इसके लिए प्रोत्साहन देना होगा. उत्तर प्रदेश की तरह बिहार में भी सुविधा मिले तो हमलोग यहां फिल्म बनाएंगे. इससे लोगों को रोजगार मिलेगा और सरकार की इनकम भी होगी. सरकार चाहती तो बिहार में बहुत कुछ किया जा सकता था. बिहार के छोटे-छोटे कलाकारों को अच्छा प्लेटफार्म भी मिलता. बिहार को साल में कम से कम 4 से 5 करोड़ रुपये मिलते.'

"बिहार में हमलोगों को अगर सभी सुविधाएं मिल जाए तो मुंबई जाने की क्या जरूरत है. बिहार के लोगों को अगर अपने ही घर में रोजगार मिलेगा तो वे पैसे बचा पाएंगे और इससे अपने बच्चों का भविष्य बेहतर कर पाएंगे. बिहार अभी नहीं बदला है. जब से मैंने होश संभाला है तब से बिहार में बदलाव नहीं हुआ. बदलाव बिजली, सड़क और पानी से नहीं बल्कि रोजगार से होता है."- खेसारी लाल यादव, भोजपुरी अभिनेता

महंगाई के सवाल पर खेसारी लाल यादव ने कहा, 'महंगाई हमें इसलिए नजर आ रही है क्योंकि रोजगार नहीं है. अगर लोगों के पास काम है तो उनके लिए महंगाई बड़ी बात नहीं है. महंगाई गरीब तबके के लोगों के लिए है. बड़े-बड़े उद्योगपतियों पर महंगाई लागू नहीं होती. देश में सबसे ज्यादा गरीब तबके के लोग मर रहे हैं. देश में 90% महंगाई बढ़ गई है.

यह भी पढ़ें- 'RJD को छोड़े कांग्रेस तो करूंगा गठबंधन, पार्टी का विलय नहीं, नीतीश भी आएं साथ'

पटना: भोजपुरी फिल्म अभिनेता खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) की फिल्म 'लिट्टी चोखा' (Bhojpuri Film Litti Chokha) 12 अक्टूबर को रिलीज होने वाली है. फिल्म के प्रमोशन के लिए पटना आए खेसारी लाल ने ईटीवी भारत के संवाददाता से बातचीत की. उन्होंने कहा कि फिल्म किसानों की समस्या पर आधारित है. बिहार में फिल्मों की शूटिंग कम होने के सवाल पर खेसारी ने कहा कि इसके लिए राज्य सरकार को दिल बड़ा करना होगा.

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खेसारी ने कहा, 'फिल्म 'लिट्टी चोखा' में किसानों से जुड़ी समस्याओं को दिखाया गया है. मैं किसान का बेटा हूं. बचपन से ही देखता आ रहा हूं कि किसानों को कितनी कठिनाई का सामना करना पड़ता है. देश में किसान अपने मुद्दों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. उसी को ध्यान में रखते हुए फिल्म बनाया गया है. इसमें दिखाया गया है कि किसानों को कितनी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. किसान अन्नदाता हैं. उनकी बदौलत ही हमलोग दो वक्त खाना खा पाते हैं.'

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बिहार के कलाकारों को प्रतिभा दिखाने के मौके की कमी के सवाल पर खेसारी लाल ने कहा, 'बिहार में प्रतिभा की कमी नहीं है, लेकिन बिहार सरकार इस पर ध्यान नहीं देती है. बिहार के नई राजनेताओं ने देश को नई दिशा दी. सैकड़ों युवा आईएएस और आईपीएस बनकर आज देश में बिहार का नाम ऊंचा कर रहे हैं. हमलोग कोई फिल्म बनाते हैं तो उस राज्य को 40-50 लाख रुपये देते हैं. यूपी में सब्सिडी के रूप में वही पैसा हमें मिल जाता है. इससे लोगों को रोजगार मिलता है. इसके साथ ही स्थानीय कलाकारों को छोटे-छोटे रोल मिलते हैं, जिससे उनका उत्साह बढ़ता है. बिहार सरकार पता नहीं यह कब समझेगी.'

खेसारी ने कहा, 'बिहार में फिल्म शूटिंग के लिए सब्सिडी की कोई व्यवस्था नहीं है. अगर बिहार सरकार चाहती है कि यहां फिल्म इंडस्ट्री आए तो इसके लिए प्रोत्साहन देना होगा. उत्तर प्रदेश की तरह बिहार में भी सुविधा मिले तो हमलोग यहां फिल्म बनाएंगे. इससे लोगों को रोजगार मिलेगा और सरकार की इनकम भी होगी. सरकार चाहती तो बिहार में बहुत कुछ किया जा सकता था. बिहार के छोटे-छोटे कलाकारों को अच्छा प्लेटफार्म भी मिलता. बिहार को साल में कम से कम 4 से 5 करोड़ रुपये मिलते.'

"बिहार में हमलोगों को अगर सभी सुविधाएं मिल जाए तो मुंबई जाने की क्या जरूरत है. बिहार के लोगों को अगर अपने ही घर में रोजगार मिलेगा तो वे पैसे बचा पाएंगे और इससे अपने बच्चों का भविष्य बेहतर कर पाएंगे. बिहार अभी नहीं बदला है. जब से मैंने होश संभाला है तब से बिहार में बदलाव नहीं हुआ. बदलाव बिजली, सड़क और पानी से नहीं बल्कि रोजगार से होता है."- खेसारी लाल यादव, भोजपुरी अभिनेता

महंगाई के सवाल पर खेसारी लाल यादव ने कहा, 'महंगाई हमें इसलिए नजर आ रही है क्योंकि रोजगार नहीं है. अगर लोगों के पास काम है तो उनके लिए महंगाई बड़ी बात नहीं है. महंगाई गरीब तबके के लोगों के लिए है. बड़े-बड़े उद्योगपतियों पर महंगाई लागू नहीं होती. देश में सबसे ज्यादा गरीब तबके के लोग मर रहे हैं. देश में 90% महंगाई बढ़ गई है.

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Last Updated : Oct 7, 2021, 5:02 PM IST
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