नई दिल्ली/पटना: आने वाले दिनों में बिहार कांग्रेस (Bihar Congress) में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है. ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत के दौरान प्रदेश प्रभारी भक्त चरण दास (Bhakt Charan Das) ने कहा कि संगठन को मजबूत करने के लिए जल्द ही बड़े स्तर पर फेरबदल किया जाएगा.
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आलाकमान के साथ होगी बैठक
बातचीत के दौरान कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास ने कहा कि बिहार कांग्रेस की कमेटियों का गठन नहीं हुआ है. ऐसे में जल्द ही इसका गठन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश के सीनियर नेताओं की कांग्रेस आलाकमान के साथ दिल्ली में जल्द बैठक होगी. इस बैठक में इस बात पर मंथन होगा कि कांग्रेस के संगठन को बिहार में धारदार कैसे बनाया जाए? कांग्रेस को शक्तिशाली कैसे बनाया जाए?
प्रदेश अध्यक्ष पर होगा फैसला
भक्त चरण दास ने कहा कि बिहार कांग्रेस के मौजूदा अध्यक्ष मदन मोहन झा का कार्यकाल समाप्त हो रहा है. ऐसे में आगे भी पद पर बने रहेंगे या किसी और व्यक्ति को ये जिम्मेदारी दी जाएगी. इस पर भी आलाकमान के साथ बैठक में निर्णय होगा. अगर ज्यादातर नेता यह चाहेंगे कि बिहार को नया अध्यक्ष मिले तो फिर नए नेता की नियुक्ति होगी.
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महागठबंधन साथ में करेगा कार्यक्रम
कांग्रेस प्रभारी ने कहा कि बिहार में कांग्रेस, आरजेडी और वाम दलों का महागठबंधन बना रहेगा. गठबंधन सिर्फ चुनाव तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि जनता के हित के लिए महागठबंधन आने वाले समय में बिहार में कई तरह के कार्यक्रम भी मिलकर करेगा. इस विषय पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से भी मेरी बात हुई है.
केंद्र और राज्य सरकार पर हमला
भक्त चरण दास ने कोरोना संकट को लेकर केंद्र और राज्य सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि सरकार की लापरवाही के कारण इतनी संख्या में लोगों की मौत हुई. बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चौपट है. बेरोजगारी बढ़ गई है, हर तरफ भ्रष्टाचार हो रहा है. ऐसे में आने वाले दिनों में हम सरकार को घेरने के लिए लोगों के बीच जाएंगे.
किसानों के साथ कांग्रेस
प्रदेश प्रभारी ने कृषि कानून को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा. साथ ही कहा कि इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस देश के किसानों के साथ खड़ी है. उन्होंने कहा कि प्रभारी बनने के बाद हमने किसानों के मसलों को लेकर सूबे के तमाम जिलों का दौरा किया था. जहां न केवल हमें अपने कार्यकर्ताओं का साथ मिला था, बल्कि किसानों और आम लोगों का भी पूरा समर्थन मिला था.
'हाथ' को मजबूत करने की जिम्मेदारी
आपको बताएं कि 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मात्र 19 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. खराब प्रदर्शन के बाद निजी कारणों का हवाला देते हुए तत्कालीन प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने पद से इस्तीफा दे दिया था. जिसके बाद भक्त चरण दास को नया प्रदेश प्रभारी बनाया गया था. जिम्मेदारी मिलने के बाद उन्होंने 'किसान सत्याग्रह यात्रा' के तहत प्रदेश के सभी जिलों का दौरा किया था.