पटनाः जल जीवन हरियाली को लेकर रविवार से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चौथे चरण की यात्रा पर हैं. लेकिन यात्रा से पहले पटना के विभिन्न सड़कों पर जल जीवन हरियाली को लेकर एक पोस्टर लगाया गया है. जिसके बाद पोस्टर पर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है. आरजेडी ने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा है कि सरकार पोस्टर के माध्यम से लोगों को जागरूक करने के बहाने चुनाव के लिए फंड की व्यवस्था कर रही है.
आरजेडी नेता भाई वीरेंद्र ने नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि पोस्टर लगाने से सरकार की वापसी नहीं हो सकती. नीतीश कुमार चाहे अब जो कुछ भी कर लें, लेकिन बिहार की जनता अब झांसे में आने वाली नहीं है. सरकार चाहे मानव श्रृंखला बना ले या फिर जल जीवन हरियाली का स्लोगन दे दे, लेकिन इससे जनता वोट देने वाली नहीं है.
'सिद्धांतविहीन है सरकार'
आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि ये सिर्फ स्लोगन की सरकार है. सरकार के पास नीति, सिद्धांत और कार्यक्रम कुछ भी नहीं है. इनके पास सिर्फ स्लोगन देकर जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा को आरसीपी टैक्स में ले जाने के लिए व्यवस्था की गई है. पोस्टर के माध्यम से सरकार सिर्फ चुनाव फंड की व्यवस्था कर रही है. भाई वीरेंद्र ने नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा की उनकी सरकार जल्द ही जाने वाली है. जनता अब इन्हें गद्दी से उतारने वाली है.
2015 में स्लोगन में अव्वल रही थी जेडीयू
'बिहार में बहार हो, नीतीशे कुमार हो' का स्लोगन 2015 में दिया गया था जब नीतीश कुमार महागठबंधन का हिस्सा हुआ करते थे. लेकिन महागठबंधन की सरकार छोड़ कर नीतीश कुमार फिर से एनडीए के साथ होकर बिहार में सरकार चला रहे हैं. लोकसभा चुनाव में मिली भारी सफलता के बाद पटना की सड़कों पर एक नया स्लोगन दिया गया था. 'क्यूं करें विचार जब ठीके हैं नीतीश कुमार' जिस पर काफी विवाद भी हुआ था. विपक्ष उस स्लोगन पर लगातार हमलावर रहा.
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फिलहाल बिहार की राजनीति इन दिनों पोस्टर के जरिए हो रही है. पार्टियों की तरफ से राजधानी पटना की सड़कों पर अलग-अलग तरह के स्लोगन देकर पोस्टर लगाए जा रहे हैं. कुछ दिन पहले सीएम का लापता वाला पोस्टर लगाया गया था, जिसका जबाव जेडीयू ने पोस्टर के माध्यम से ही दिया. जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आते जाएंगे, पोस्टर पॉलिटिक्स भी उफान पर रहेगी.