पटना: देशभक्त भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव का 91वां शहादत दिवस मनाया गया. इस मौके पर राजधानी के अदालत गंज स्थित जनशक्ति परिसर में ‘भगत सिंह आज और कल’ विषय पर परिचर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया. भारतीय कांग्रेस पार्टी की ओर से इस परिचर्चा का आयोजन किया गया था.
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कार्यक्रम में शामिल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार अंजान, राजद नेता श्याम रजक और सीपीआई राज्य सचिव रामनरेश पांडे सहित सभी नेताओं ने भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की तस्वीरों पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया. वहीं इस मौके पर जनशक्ति के विशेषांक का विमोचन भी किया गया.
भगत सिंह को नहीं भूल सकती जनता
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार अंजान ने इस मौके पर कहा कि आजादी की लड़ाई में कई धाराएं काम कर रही. इनमें प्रमुख थी क्रांतिकारी धारा, कम्युनिस्ट धारा, किसान संघर्ष की धारा. जिसे हमारे देशभक्तों ने बखूबी अंजाम दिया. इसलिए हमें भगत सिंह के विचारों को अपनाकर देश की समस्याओं का समाधान ढूंढना चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि जिस तरीके से भगत सिंह और उनके साथियों ने देश की आजादी में अपना योगदान दिया, वह बहुत ही महत्वपूर्ण है. उसे हम कभी भूल नहीं सकते.
राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की मांग
शहीद भगत सिंह के शहादत दिवस को सरकार से राष्ट्रीय अवकाश के रूप में घोषित करने की मांग की गई. अतुल कुमार अंजान ने कहा कि यह भगत सिंह के लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी और इसके जरिए हम हर बार उन्हें याद भी कर सकेंगे. वहीं, उन्होंने यह भी कहा कि देश की आजादी में किसानों का भी योगदान काफी अधिक था. लेकिन आज किसान आंदोलन कर रहे हैं. हम सभी का कर्तव्य है कि किसानों के आंदोलन में अपना योगदान दें और उसे सफल बनाएं.