पटना: प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उन्नयन योजना में शिवहर को सहजन के लिए चयनित किया गया है. वहीं, विधान परिषद में पार्षद मो. मो. फारुख और रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि शिवहर में केला, आम, लीची आदि फसलों की अपार संभावनाएं हैं. आम, लीची, केला आदि के बदले सहजन को प्रोत्साहन सूची में रखने के कारण वहां किसानों में घोर निराशा व्याप्त हो गई है. अत्यंत पिछड़े जिले को एक बार प्रोत्साहन से वंचित रखने की साजिश हो रही है. वहीं कृषि मंत्री ने कहा कि सहजन एक सुपर फूड है इसलिए उसका चयन किया गया है.
सहजन के बदले आम, लीची, केला की मांग
विधान परिषद में ध्यानाकर्षण के तहत मो. फारुख और रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उन्नयन योजना में शिवहर सहित पूरे राज्य में 38 जिलों में राज्य सरकार की अनुशंसा पर विशेष कृषि उत्पादन का चयन किया गया है. इस योजना के तहत शिवहर में सहजन का चयन किया गया है. जबकि वहां केला, आम, लीची आदि फसलों की अपार संभावनाएं हैं. उन्होंने कहा कि वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के तहत शिवहर में सहजन के बदले आम, लीची, केला के लिए रेखांकित किया जाना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि शिवहर के लिए सहजन के बदले आम, लीची, केला उत्पादों को प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्यान्न योजना में शामिल करने के लिए सरकार से सदन में मांग करता हूं.
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सहजन खाने से बूढ़े भी जवान हो जाते हैं
इस दौरान सभापति अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि सहजन खाने से बूढ़े भी जवान हो जाते हैं. जवाब में कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि सहजन सुपर फूड है. प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यान उन्नयन योजना भारत सरकार के द्वारा प्रायोजित है. जो कि भारत सरकार और बिहार सरकार के अंशदान से राज्य के 38 जिलों में कार्यान्वित किया जा रहा है. इस योजना के अंतर्गत एक जिला एक उत्पादन दृष्टिकोण को प्राथमिकता दी गई है. शिवहर जिले में कृषि रोड मैप के अंतर्गत सहजन जो कि एक औषधीय पौधा है. उसे विशिष्ट उत्पाद के रूप में चयन किया गया है और आम एवं लीची का चयन अन्य जिलों के लिए किया गया है.