पटना: बिहार में शराबबंदी कानून (Liquor Ban In Bihar)को सख्ती से पालन करवाने के लिए तरह-तरह की टेक्निक का इस्तेमाल किया जा रहा है. एक ओर जहां भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गई. वहीं हेलीकॉप्टर, ड्रोन, सेटेलाइट फोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके बावजूद भी शराबबंदी कानून सही तरीके से लागू नहीं हो पा रहा. इसी कड़ी में मद्य निषेध विभाग की ओर से शराब पकड़ने को (Belgian Sniffer dogs Will Search Liquor In Bihar) लेकर बेल्जियम मूल के स्निफर डॉग्स को लगाया जाएगा.
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बेल्जियम डॉग्स की मदद से शराबबंदी पर सख्ती: बता दें कि खास तौर पर प्रशिक्षित बेल्जियम मूल का कुत्ता सीलबंद बोतल के अंदर रखे शराब को भी ढूंढ निकालेगा. बेल्जियम मेलिनोइस ब्रीड के इन स्निफर डॉग्स की मदद से ट्रेनों, बसों समेत भीड़भाड़ वाले इलाकों में भी शराब लेकर चलने वाले लोगों को पकड़ा जा सकेगा. मद्य निषेध विभाग की ओर से मिली जानकारी के अनुसार एक महीने के लिए ट्रायल के तौर पर कोलकाता की एक कंपनी से इसकी सेवा ली जाएगी. बड़ी संख्या में किराए पर खोजी कुत्तों की सेवा प्राप्त करने के लिए टेंडर प्रक्रिया भी पूरी की जा रही है.
बेल्जियम डॉग्स सीलबंद बोतल से भी खोज लेंगे शराब: दरअसल, इन स्निफर डॉग्स को ऐसी ट्रेनिंग दी जाती है कि बंद बोतल के अंदर रखी शराब को भी ये ढूंढ निकालते हैं. इससे पहले भी दूसरे राज्यों से कई स्निफर डॉग्स खरीदे जा चुके हैं. जिनकी भी शराबबंदी कानून के तहत मदद ली जा रही है. लेकिन बेल्जियम डॉग्स के अलग तरह के ब्रीड है. फिलहाल कोलकाता की कंपनी बिहार में बेल्जियम कुत्तों की सेवा देगी.
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मद्य निषेध विभाग ने जारी किए आंकड़ें: मद्य निषेध विभाग की ओर से मिली जानकारी के अनुसार 26 मार्च तक 1.15 लाख केसों का ट्रायल शुरू हो चुका है. जिसमें से 1915 ट्रायल पूरा हो चुका है. अबतक 1181 व्यक्तियों का सजा दी गई है. 26 मार्च तक 71,3001 स्थानों पर छापेमारी की गई. जिसमें से 7907 लोगों पर केस हुआ और 10486 लोगों की गिरफ्तारी की गई.
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