पटना: विधान परिषद में कभी सीएम नीतीश कुमार सभापति के तर्ज पर विपक्षी दलों के नेताओं को मर्यादा और बैठने की नसीहत दे रहे हैं. तो कभी, विधानसभा के अंदर विपक्ष के सवालों से घिरी सरकार के मंत्री आसन पर उंगली उठाने लगे हैं. विधानसभा अध्यक्ष पर सरकार के तरफ से किए जा रहे हैं. जिसको लेकर सियासत गर्म है.
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'मंत्री ही आसन पर उठा रहे उंगली'
विपक्षी दलों का कहना है कि इस बार बजट सत्र के दौरान सरकार के कार्यों को लेकर जब हमने सरकार से सवाल पूछना शुरू किया तो सरकार जवाब नहीं दे पा रही है. इसलिए सरकार के मंत्री ही आसन पर उंगली उठाना शुरू कर रहे हैं. जो लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है, विपक्ष के आरोप पर बीजेपी ने पलटवार किया है.
दोनों सदन में आरोप-प्रत्यारोप जारी
दरअसल, बिहार विधानसभा बजट सत्र की 17वीं बैठक चल रही है, बजट सत्र के दौरान सदन के दोनों सदनों के अंदर और बाहर पक्ष विपक्ष आमने-सामने एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाते हुए नहीं थक रहे हैं. दोनों दलों के आरोप-प्रत्यारोप के बीच अब विधानसभा अध्यक्ष के आसन पर भी उंगली उठना शुरू हो गया है. कल बीजेपी नेता सह पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी और विधानसभा अध्यक्ष के बीच जो कुछ हुआ उसको लेकर नेता सफाई देने में लगे हुए हैं.
'विपक्ष के सवालों से भाग रहे मंत्री'
इन सबके बीच राजद और कांग्रेस के साथ वामदलों का कहना है कि विपक्ष द्वारा सरकार के किए गए 15 सालों के कार्यों को लेकर जब हम मंत्री से सवाल पूछते हैं तो मंत्री ठीक ढंग से जवाब नहीं दे पा रहे हैं.
''सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों में गड़बड़ी को लेकर आसन के माध्यम से जब हम विभाग के मंत्री से सवाल पूछते हैं तो मंत्री जवाब नहीं दे पा रहे हैं. मंत्री को कुछ जवाब नहीं सूझ रहा है, इसलिए सरकार के लोगों ने ही आसन की तरफ उंगली उठाना शुरू कर दिया है''- राकेश रोशन, विधायक राजद
''विधानसभा अध्यक्ष अपने शक्ति के अनुसार कार्य कर रहे हैं. लेकिन विभागों के द्वारा जिन सवालों का जवाब सही आना चाहिए, वह नहीं आने पर उनसे सवाल पूछ रहे हैं तो उनके ही लोग उन पर उंगली उठाने लगते हैं, जो लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है''- आनंद शंकर, विधायक कांग्रेस
''विपक्ष द्वारा पूछे जा रहे सवालों पर सरकार सही जवाब नहीं दे पा रही है. विपक्ष द्वारा बिहार में हो रहे कार्यों में हो रही गड़बड़ी को लेकर जब सवाल पूछते हैं, तो सरकार के मंत्री सत्ता के नशे में चूर होकर जवाब नहीं दे पा रहे हैं और वह अध्यक्ष पर ही उंगली उठाना शुरू कर दे रहे हैं. इससे साफ पता चलता है कि सरकार के मंत्रियों को सत्ता की गर्मी है और वह लोग सीधा अध्यक्ष पर ही उंगली उठाने लगे हैं''- मनोज मंजिल, विधायक वामदल
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विपक्ष के आरोपों पर बीजेपी का पलटवार
वहीं, विपक्ष द्वारा विधानसभा अध्यक्ष पर उंगली उठाने और सवालों से भागने को लेकर आरोप लगाए जा रहे हैं. सरकार के आरोप पर बीजेपी ने पलटवार किया है. बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने कहा है कि ऐसा कोई मामला नहीं है. विपक्ष द्वारा जितने भी सवाल उठाए जा रहे हैं, उनका सही जवाब उन्हें दिया जा रहा है. हालांकि, विधानसभा अध्यक्ष पर सरकार के मंत्री के द्वारा उठाए जा रही उंगली के सवाल पर बीजेपी नेता बचते हुए नजर आए.
गहमागहमी के बीच चल रही कार्यवाही
बता दें कि बिहार विधान सभा बजट सत्र 17वीं बैठक हो रही है. बजट को लेकर सदन के अंदर विभागवार चर्चा हो रही है. चर्चा के दौरान पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर कई तरह के आरोप भी लगाते हुए दिख रहे हैं. इन सबके बीच माननीय द्वारा अध्यक्ष पर उंगली उठाना कितना सही है, ये समझ से परे हैं. लेकिन हम आपको बता दें कि मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, मंत्री और विपक्ष के कई नेता सदन के अंदर एक दूसरे पर गुस्सा करते हुए नजर आ रहे हैं.
विधान परिषद में नीतीश बन गए सभापति
विधानसभा बजट सत्र के दौरान विधान परिषद में पहुंचे सीएम नीतीश कुमार विपक्षी दलों पर उस वक्त बरसे, जब विपक्ष की तरफ से क्राइम और शराबबंदी को लेकर सवाल उठाए जा रहे थे. वहां पर मौजूद नीतीश कुमार परिषद के अंदर काफी गुस्से में नजर आए और विपक्षी दलों को नसीहत दी, जबकि ये कार्य परिषद के अंदर सभापति का होता है. सभापति जी परिषद के अंदर माननीयों को नियम, कायदा कानून और नसीहत देते हैं. लेकिन वहां मुख्यमंत्री ही नसीहत देते हुए नजर आए.
तारकिशोर प्रसाद ने भी खोया आपा
बजट सत्र के दौरान विधानसभा सदन के अंदर मंत्री रामसूरत राय मामले को लेकर विपक्ष द्वारा सवाल पूछे जा रहे थे. उस समय उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद तेजस्वी यादव के ऊपर टीका टिप्पणी करने लगे. जिसके बाद बचाव में आए अध्यक्ष ने उपमुख्यमंत्री को बैठने की नसीहत दी, तो उनके तरफ से कहा गया कि आप सरकार को सीरियसली नहीं ले रहे हैं. हालांकि बाद में उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद को अपनी गलती का एहसास होते ही उन्होंने आसन से क्षमा मांग ली थी.
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सम्राट चौधरी और स्पीकर के बीच तकरार
विधानसभा के अंदर पंचायती राज मंत्री से बीजेपी नेता विनय बिहारी द्वारा पूछे गए सवाल को लेकर जब अध्यक्ष ने मंत्री से सवाल किया कि आपका जवाब ऑनलाइन नहीं आ रहा है. जिसके बाद मंत्री के तरफ से ज्यादा बेचैन नहीं होने की नसीहत दी गई. इसके बाद अध्यक्ष और मंत्री में तकरार भी हुई. बाद में संसदीय कार्य मंत्री ने मामले को लेकर अध्यक्षता कर मामले को शांत करवाया. बाद में पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने आसन से माफी भी मांगी, उसके बाद सदन की कार्रवाई आगे चलती रही.