पटना : एक तरफ सरकार ने कोरोना को लेकर लॉकडाउन लगाया है और इस लॉकडाउन में सभी गरीब और जरुतमंदो लोगों को सरकार ने राशन देने की बात कही है. लेकिन एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां राशन में खराब चावल के कारण डीलर दुकानदार और उपभोक्ताओं में मारपीट हो गयी. पूरा मामला राजधानी पटना से सटे बिहटा प्रखण्ड के परेव पंचायत का है, जहां के जनवितरण प्रणाली के दुकानदार रामबाबु यादव द्वारा उपभोक्ताओं को खराब चावल की आपूर्ति को लेकर उपभोक्ता भड़क गए.
आक्रोशित लोगों ने किया रोड़ेबाजी
इस दौरान लोगों ने हंगामा करते हुये खराब चावल लेने से इंकार कर दिया, जिसके बाद दुकानदार और उपभोक्ताओं के बीच झगड़ा शुरू हो गया और देखते ही देखते दोनों तरफ से लोग आक्रोशित होकर रोड़ेबाजी शुरू कर दिया. घटना की सूचना पर बिहटा पुलिस के पंहुचने पर भीड़ भाग खड़ी हुई. वहीं, पुलिस ने 5 घायल लोगों को उठाकर बिहटा रेफरल अस्पताल में भर्ती करवाया है, जहां चिकित्सक सभी लोगों के प्राथमिक उपचार के बाद एक को पटना रेफर कर दिया. घायल की पहचान दुकानदार की तरफ से नागेंद्र प्रसाद, लालू प्रसाद और दूसरे पक्ष के वनवीर कुमार, राजेश कुमार और धीरज कुमार के रूप में की गई है.
'सरकार के लोग ही हो गए है लापरवाह'
इस संबंध में उपभोक्ता संजु देवी ने कहा कि डीलर द्वारा खराब चावल दिया जा रहा, जिसको लेकर एक दिन पहले भी खराब चावल के वितरण के दौरान हंगामा और मारपीट हुई था. लेकिन चावल बदला नहीं गया, जिसको लेकर एक बार फिर हंगामा मारपीट हुआ. जिसमें हमारे लोग भी घायल हुए हैं. वहीं, डीलर रामबाबू ने कहा कि सरकार की तरफ से जो चावल आया है, वो ही दिया गया है. जब तक अच्छा चावल नहीं आएगा तो वो कहां से देंगे. इसी के कारण हगांमा हुआ था. एक तरफ सरकार खराब चावल की वितरण पर रोक लगा रखी है और दूसरी तरफ उनके अधिकारी लोग बेरोक होकर सीएमआर से खराब चावल की सप्लाई कर रहे हैं. अब लोग क्या खायेंगे जब सरकार के लोग ही लापरवाह हो गए हैं.
मामले की छानबीन में जुटी पुलिस
बता दें कि इस मामले में दोनों पक्षों की ओर से बिहटा थाना में लिखित शिकायत की गई है. वहीं, थानाध्यक्ष अवधेश कुमार झा ने बताया कि दोनों तरफ से मारपीट का मामला लिखित में मिला है. उसी आवेदन के आधार पर पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.