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बाढ़ को जिला बनाने को लेकर आर-पार के मूड में लोग, पटना के लिए रवाना हुए आंदोलनकारी - Agitators

बाढ़ को जिला बनाने की मांग 1972 से उठ रही है. 15 अगस्त 1993 को 1 सप्ताह के जिला बनने के बाद अधिसूचना रद्द कर दी गई. अब बाढ़ से आंदोलनकारियों का जत्था पटना के लिए रवाना हुआ है.

बाढ़ से पटना के लिए रवाना हुए आंदोलनकारी
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Published : Aug 9, 2019, 1:16 PM IST

पटना: बाढ़ को जिला बनाने की मांग फिर से तेज हो गई है. बाढ़ की जनता आर-पार के मूड में दिख रही है. जिला का दर्जा दिलाने के लिए लोग बाढ़ से दो दिवसीय पदयात्रा पर पटना रवाना हो गए हैं. पटना में ये लोग अपनी मांग का ज्ञापन सीएम को सौंपेंगे.

बाढ़ से पटना के लिए रवाना हुए आंदोलनकारी

बाढ़ अनुमंडल को जिला बनाने की मांग वर्षो से लंबित है. सीएम नीतीश कुमार ने लोगों को बार-बार आश्वासन दिया. लेकिन अब तक बाढ़ को जिला नहीं बनाया जा सका. मांगें पूरी नहीं होने पर जिला बीजेपी उपाध्यक्ष राजेश कुमार राजू के नेतृत्व में इस बार आंदोलनकारी पैदल मार्च कर रहे हैं.

सीएम को सौंपेंगे ज्ञापन
राजेश कुमार राजू ने बताया कि अबतक बाढ़ की जनता की मांग पूरी नहीं हो सकी है. यह मांग किसी एक व्यक्ति की नहीं है बल्कि यहां के आवाम की है. पदयात्रा करते हुए पटना सचिवालय में सीएम से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपेंगे. सीएम को लोगों की भावनाओं से अवगत कराएंगे.

bjp district dupty president barh
राजेश कुमार राजू, भाजपा उप-जिला अध्यक्ष

बाढ़ को जिला बनाने तक चलेगी लड़ाई
आंदोलनकारियों का जत्था बाढ़ के अनुग्रह नारायण सिंह कॉलेज मैदान से पैदल मार्च करते हुए 10 अगस्त को पटना पहुंचेगी. प्रोफेसर साधु शरण सिंह सुमन ने तिरंगा झंडा के साथ पदयात्रा की शुरूआत की. प्रोफेसर साधु शरण ने ईटीवी भारत को बताया कि जिला बनाने के लिए हर अधिकारी को ज्ञापन सौंपा जायेगा. सीएम तक ज्ञापन पहुंचने के बाद आमरणअनशन करेंगे. हमारी लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक बाढ़ को जिला का हक मिल नहीं जाता.

sadhu sharan suman
प्रोफेसर साधु शरण सिंह सुमन

जगह-जगह खाने-पीने की व्यवस्था
आंदोलनकारियों के काफिले के साथ आपातकालीन सुविधाएं साथ चल रही हैं. आंदोलनकारियों के साथ पानी, एंबुलेंस और खाली गाड़ियां चल रही हैं. राजधानी पटना पहुंचने तक काफिले में भारी बढ़ोतरी होने की संभावना है. अथमलगोला में नाश्ता और बख्तियारपुर में भोजन की व्यवस्था की गई है. वहीं खुसरूपुर में आंदोलनकारी विश्राम करेंगे. यहां भोजन की व्यवस्था की गई है. सभी आंदोलनकारी कल यानी 10 अगस्त को पटना पहुंचेंगे.

barh agitator
पटना के लिए रवाना हुए आंदोलनकारी

एक सप्ताह के लिए जिला बन चुका है बाढ़
बाढ़ को पटना से अलग कर जिला बनाने की मांग 1972 से उठ रही है. हर सरकार की तरफ से अबतक आश्वासन ही मिला है. 15 अगस्त 1993 को बाढ़ 1 सप्ताह के जिला जरूर बना था, लेकिन 1 सप्ताह के बाद जिला से संबंधित अधिसूचना को खारिज कर दिया गया. सीएम बनने के बाद नीतीश कुमार की पहली कैबिनेट की बैठक में जिला बनाने का आश्वासन दिया गया था. लेकिन अबतक इसपर अमल नहीं किया गया.

पटना: बाढ़ को जिला बनाने की मांग फिर से तेज हो गई है. बाढ़ की जनता आर-पार के मूड में दिख रही है. जिला का दर्जा दिलाने के लिए लोग बाढ़ से दो दिवसीय पदयात्रा पर पटना रवाना हो गए हैं. पटना में ये लोग अपनी मांग का ज्ञापन सीएम को सौंपेंगे.

बाढ़ से पटना के लिए रवाना हुए आंदोलनकारी

बाढ़ अनुमंडल को जिला बनाने की मांग वर्षो से लंबित है. सीएम नीतीश कुमार ने लोगों को बार-बार आश्वासन दिया. लेकिन अब तक बाढ़ को जिला नहीं बनाया जा सका. मांगें पूरी नहीं होने पर जिला बीजेपी उपाध्यक्ष राजेश कुमार राजू के नेतृत्व में इस बार आंदोलनकारी पैदल मार्च कर रहे हैं.

सीएम को सौंपेंगे ज्ञापन
राजेश कुमार राजू ने बताया कि अबतक बाढ़ की जनता की मांग पूरी नहीं हो सकी है. यह मांग किसी एक व्यक्ति की नहीं है बल्कि यहां के आवाम की है. पदयात्रा करते हुए पटना सचिवालय में सीएम से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपेंगे. सीएम को लोगों की भावनाओं से अवगत कराएंगे.

bjp district dupty president barh
राजेश कुमार राजू, भाजपा उप-जिला अध्यक्ष

बाढ़ को जिला बनाने तक चलेगी लड़ाई
आंदोलनकारियों का जत्था बाढ़ के अनुग्रह नारायण सिंह कॉलेज मैदान से पैदल मार्च करते हुए 10 अगस्त को पटना पहुंचेगी. प्रोफेसर साधु शरण सिंह सुमन ने तिरंगा झंडा के साथ पदयात्रा की शुरूआत की. प्रोफेसर साधु शरण ने ईटीवी भारत को बताया कि जिला बनाने के लिए हर अधिकारी को ज्ञापन सौंपा जायेगा. सीएम तक ज्ञापन पहुंचने के बाद आमरणअनशन करेंगे. हमारी लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक बाढ़ को जिला का हक मिल नहीं जाता.

sadhu sharan suman
प्रोफेसर साधु शरण सिंह सुमन

जगह-जगह खाने-पीने की व्यवस्था
आंदोलनकारियों के काफिले के साथ आपातकालीन सुविधाएं साथ चल रही हैं. आंदोलनकारियों के साथ पानी, एंबुलेंस और खाली गाड़ियां चल रही हैं. राजधानी पटना पहुंचने तक काफिले में भारी बढ़ोतरी होने की संभावना है. अथमलगोला में नाश्ता और बख्तियारपुर में भोजन की व्यवस्था की गई है. वहीं खुसरूपुर में आंदोलनकारी विश्राम करेंगे. यहां भोजन की व्यवस्था की गई है. सभी आंदोलनकारी कल यानी 10 अगस्त को पटना पहुंचेंगे.

barh agitator
पटना के लिए रवाना हुए आंदोलनकारी

एक सप्ताह के लिए जिला बन चुका है बाढ़
बाढ़ को पटना से अलग कर जिला बनाने की मांग 1972 से उठ रही है. हर सरकार की तरफ से अबतक आश्वासन ही मिला है. 15 अगस्त 1993 को बाढ़ 1 सप्ताह के जिला जरूर बना था, लेकिन 1 सप्ताह के बाद जिला से संबंधित अधिसूचना को खारिज कर दिया गया. सीएम बनने के बाद नीतीश कुमार की पहली कैबिनेट की बैठक में जिला बनाने का आश्वासन दिया गया था. लेकिन अबतक इसपर अमल नहीं किया गया.

Intro:बाढ़ को जिला बनाने को लेकर बाढ़ की जनता आर-पार के मूड में,जनता सड़क पर आकर दो दिवसीय बाढ़ से पदयात्रा करते हुए 10 अगस्त को बाढ़ को जिला बनाने को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ज्ञापन सौंपेंगे।


Body:बिहार राज्य का सबसे पुराना अनुमंडल बाढ़ को जिला बनाने की मांग वर्षो से लंबित है बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा आश्वासन पर आश्वासन से ऊब चुकी जनता इस बार आर-पार की लड़ाई लड़ने के मूड में दिख रही है। यही वजह है कि बाढ़ भाजपा जिला उपाध्यक्ष राजेश कुमार राजू के नेतृत्व में इस बार आंदोलनकारियों ने बाढ़ से पटना पैदल मार्च कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बाढ़ को जिला बनाने संबंधित ज्ञापन सौंपेंगे।

आंदोलनकारियों का जत्था बाढ़ के अनुग्रह नारायण सिंह कॉलेज मैदान से पैदल मार्च करते हुए 10 अगस्त को पटना पहुंचेगी। प्रोफेसर साधु शरण सिंह सुमन भारतीय झंडा तिरंगा को दिखाते हुए पदयात्रा के शुभारंभ करवाई। आंदोलनकारियों के काफिले के साथ आपातकालीन से निपटने के लिए सारी सुविधाएं जैसे पानी, एंबुलेंस,खाली गाड़ियां चल रही है यह काफिला जैसे-जैसे बढ़ता जाएगा आंदोलनकारियों की संख्या बढ़ती जाएगी।अथमलगोला के लोगों ने आंदोलनकारियों के लिए नाश्ता और बख्तियारपुर में भोजन की व्यवस्था की गई है। वहीं आंदोलनकारियों के लिए खुसरूपुर के निवासियों द्वारा भोजन की व्यवस्था एवं आंदोलनकारियों धाम में रात्रि विश्राम करेंगे और 10 अगस्त को पटना पहुंचेंगे।


Conclusion:विदित हो कि 1972 से उठ रही समान को अब तक सरकार से आश्वासन ही मिला है जबकि 15 अगस्त 1993 को बाढ़ को 1 सप्ताह के लिए जिला का दर्जा नसीब हुआ था। लेकिन 1 सप्ताह बाद ही जिला से संबंधित अधिसूचना को खारिज कर दिया गया। फिर वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कैबिनेट की पहली बैठक में बाढ़ को जिला बनाने की आश्वासन भी ढाक के तीन पात होकर रह गए।


बाइट- राजेश कुमार राजू (भाजपा उप जिला अध्यक्ष बाढ़)
बाइट- प्रोफेसर साधु शरण सिंह सुमन
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