पटना: दूसरों की खुशियों में चार चांद लगाने वाले बैंड पार्टी वालों की जिंदगी में एक बार फिर से रौनक लौट आई है. अब बारात के साथ बैंड-बाजा भी दिखेगा. दरअसल, कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण बैंड पार्टी वालों की हालत काफी खस्ता हो गई थी. सरकार ने भी बैंड बाजे पर पाबंदी लगा रखी थी.
नई अधिसूचना जारी होने पर बैंड संचालकों ने खुशी जताई है. बैंड संचालकों की मानें तो सरकार की ओर से कोरोना को देखते हुए शादी में बैंड बाजा पर रोक लगा दिया गया था, जिससे पूरे बिहार में इस क्षेत्र में काम करने वाले हजारों कलाकारों की रोजी-रोटी पर संकट आ गया था. इसके बाद से ही पूरे बिहार में बैंड बाजा संचालक सड़कों पर उतरकर आंदोलन कर रहे थे.
शामिल होने के लिए तैयारियां पूरी
पटना के करबिगहिया इलाके में 9 महीने बाद ऐसा नजारा देखने को मिला कि मानों मेला ही लग गया हो. शादी समारोह में शामिल होने के लिए सभी की तैयारियां पूरी कर ली गई है. वहीं, बैंड वालों ने बताया कि धंधा पूरा मंदा चल रहा था. खाने को भी लाले पड़ रहे थे.
'कमाई होने की उम्मीद'
एक बैंड वाले ने बताया कि प्रत्येक वर्ष शादी के मौसम में सभी खर्चे हटा कर एक से डेढ़ लाख की कमाई हो जाती थी. इस बार कुछ भी कमाई नहीं हुई. लेकिन अब सरकार के फैसले के बाद आखिरी समय में थोड़ी उम्मीद जागी है कि कुछ कमाई हो जाए. क्योंकि यह पूरा साल बर्बाद हो गया और काफी नुकसान भी हुआ.