पटनाः दानापुर नगर परिषद के वार्ड नंबर-37 में गोला रोड से सटे इलाके राम जयपाल नगर मोहल्ले की सड़कों पर चलना दूभर हो गया है. यहां हर साल बरसात में जलजमाव की स्थिति बनी रहती है. लोगों का पैदल चलना मुश्किल है. मोहल्ले वासियों का कहना है कि इस रोड के लिए टेंडर तो निकलता है लेकिन काम नहीं होता है.
हमेशा मिलता है आश्वासन
दरअसल, गोला रोड से सटे इलाके राम जयपाल नगर मोहल्ले की सड़क लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है. नगर निगम की तरफ से हमेशा आश्वासन मिलने के बाद भी यह सड़क आज तक नहीं बनी. इस रोड पर चलना काफी मुश्किल हो गया. बरसात में तो जलजमाव के कारण स्तिथि और भी खराब हो जाती है.
सड़क पर पैदल चलना भी मुश्किल
स्थानीय बताते हैं कि उन्हें इस सड़क पर पैदल चलने में भी बहुत कठिनाई होती है. गाड़ी नहीं चलने की स्थिति में पैदल ही कॉलेज या फिर अन्य जगहों पर जाना-आना होता है. सड़क पर चलने पर बदबू भी बहुत आती है और मच्छर भी बहुत लगते हैं. महामारी का प्रकोप बना रहता है.
सिर्फ गिराया गया ईंट का टुकड़ा
वहीं, मोहल्लेवासियों का कहना है कि वार्ड पार्षद की ओर से ईंट के टुकड़े सड़कों पर गिरा दिए गए. उनकी लेवलिंग नहीं कराई गई है. सड़क पूरी तरह से ब्लॉक हो गई है. कोई भी फोर व्हीलर गाड़ी इधर से नहीं गुजर पाती है. उन्होंने बताया कि हर साल तीन से चार महीने मोहल्ले वासी जलजमाव का सामना करते हैं. जलजमाव के कारण मोहल्ले के लगभग 100 घर प्रभावित हैं.
फरवरी में ही निकला था टेंडर
एक अन्य स्थानीय बताते हैं कि इस सड़क का टेंडर हो चुका है और फरवरी में ही टेंडर निकला था. लेकिन अभी तक टेंडर के आलोक में कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसके लिए मोहल्ले वासी नगर परिषद, मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन को आवेदन भी दे चुके हैं. लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.
चंदे से किया गया पगडंडी का निर्माण
लोगों का कहना है कि इस मोहल्ले में पिछले साल उन लोगों ने चंदा इकट्ठा करके रोड पर पगडंडी का निर्माण कराया था. ताकि लोग कम से कम पैदल चल सकें. उन्होंने बताया कि वह सभी टैक्सदाता हैं. लेकिन इस मोहल्ले में बिजली की सुविधा के अलावा अन्य कोई सुविधा नहीं है.
'खुद निर्माण करा सकते हैं लोग'
ईटीवी संवाददाता ने जब दानापुर नगर परिषद के एग्जीक्यूटिव अधिकारी संजीव कुमार से फोन पर बात की तो उनका कहना था कि मोहल्ले वासी चंदा इकट्ठा करके भी आने-जाने लायक रास्ते का निर्माण करा सकते हैं.