ETV Bharat / state

4 शिक्षकों के भरोसे 300 छात्रों का भविष्य, देखें झलकी सिंह उच्च विद्यालय की एक झलक - bad condition of Jhalki Singh High School

ग्रामीण चुनु सिंह ने बताया कि विद्यालय में मात्र चार शिक्षक और दो आदेशपाल हैं. इन्हीं शिक्षकों के बदौलत छात्रों के भविष्य को संवारा जाता है. उन्होंने बताया कि विद्यालय में शिक्षक और छात्र दोनों नदारद रहते हैं.

patna
patna
author img

By

Published : Jan 18, 2020, 1:27 PM IST

Updated : Jan 18, 2020, 3:13 PM IST

पटना: दुल्हिन बाजार प्रखंड अंतर्गत सरकारी महिपत नारायण सिंह सरकारी उदासीनता के कारण आज तक मूलभूत सुविधाओं से वंचित है. इस विद्यालय के पास जर्जर भवन के आलावा अपना कुछ भी नहीं है. ये विद्यालय आज तक बदहाली की मार झेल रहा है. लेकिन प्रशासन के तरफ से इसके उत्थान के लिए किसी प्रकार का कदम नहीं उठाया गया है.

बदहाली की मार झेल रहा विद्यालय
बता दें कि 1961 में सिहि गांव के जमींदार महिपत नारायण सिंह ने अपने भाई झलकी सिंह के नाम पर 2 एकड़ जमीन पर उच्च विद्यालय का निर्माण करवाया था ताकि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे. लेकिन आज के समय में यह विद्यालय बदहाली की मार झेल रहा है.

patna
जर्जर भवन

सरकार ने विद्यालय को किया अपने अधीन
यहां के निवासी राजीव कुमार ने बताया कि पहले कमिटी के माध्यम से विद्यालय का संचाल होता था. उस वक्त शिक्षा की गुणवत्ता काफी अच्छी थी. इस विद्यालय से पढ़ कर कई छात्रों ने गांव और विद्यालय का नाम रोशन किया है. लेकिन कुछ साल बीतने के बाद विद्यालय को सरकार ने अपने अधीन कर लिया. इसके बाद से विद्यालय की पहचान मिटने लगी.

patna
विद्यालय में नहीं है कोई मूलभूत सुविधा

4 शिक्षक और 2 आदेशपाल के भरोसे विद्यालय
वहीं, ग्रामीण चुनु सिंह ने बताया कि विद्यालय में मात्र चार शिक्षक और दो आदेशपाल हैं. इन्हीं शिक्षकों के बदौलत छात्रों के भविष्य को संवारा जाता है. उन्होंने बताया कि विद्यालय में शिक्षक और छात्र दोनों नदारद रहते हैं.

patna
विद्यालय के शौचालय का हाल

विद्यालय में मात्र चार रूम
विद्यालय के सहायक शिक्षक जितेंद्र कुमार ने बताया कि विद्यालय में मात्र चार रूम है. जिसमें से एक रूम में कार्यालय है और दूसरे रूम में स्मार्ट क्लास की पढ़ाई होती है. केवल दो क्लास रूम है जिसमें छात्रों को पढ़ाया जाता है. उन्होंने बताया कि विद्यालय में न पीने के पानी की व्यवस्था है, न ही शौचालय और न ही को मूलभूत सुविधा.

देखें एक रिपोर्ट

12 शिक्षक की आवश्यकता
झलकी सिंह उच्च विद्यालय के सहायक शिक्षक रजवी हैदर ने बताया कि विद्यालय में 9वीं और 10वीं कक्षा में 300 छात्र-छात्राओं का नामांकन है. वहीं विद्यालय में चार शिक्षक और दो आदेशपाल है. यहां पर 12 शिक्षक की आवश्यकता है. उन्होंने बताया कि विद्यालय में सरकारी उदासीनता के कारण मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है.

पटना: दुल्हिन बाजार प्रखंड अंतर्गत सरकारी महिपत नारायण सिंह सरकारी उदासीनता के कारण आज तक मूलभूत सुविधाओं से वंचित है. इस विद्यालय के पास जर्जर भवन के आलावा अपना कुछ भी नहीं है. ये विद्यालय आज तक बदहाली की मार झेल रहा है. लेकिन प्रशासन के तरफ से इसके उत्थान के लिए किसी प्रकार का कदम नहीं उठाया गया है.

बदहाली की मार झेल रहा विद्यालय
बता दें कि 1961 में सिहि गांव के जमींदार महिपत नारायण सिंह ने अपने भाई झलकी सिंह के नाम पर 2 एकड़ जमीन पर उच्च विद्यालय का निर्माण करवाया था ताकि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे. लेकिन आज के समय में यह विद्यालय बदहाली की मार झेल रहा है.

patna
जर्जर भवन

सरकार ने विद्यालय को किया अपने अधीन
यहां के निवासी राजीव कुमार ने बताया कि पहले कमिटी के माध्यम से विद्यालय का संचाल होता था. उस वक्त शिक्षा की गुणवत्ता काफी अच्छी थी. इस विद्यालय से पढ़ कर कई छात्रों ने गांव और विद्यालय का नाम रोशन किया है. लेकिन कुछ साल बीतने के बाद विद्यालय को सरकार ने अपने अधीन कर लिया. इसके बाद से विद्यालय की पहचान मिटने लगी.

patna
विद्यालय में नहीं है कोई मूलभूत सुविधा

4 शिक्षक और 2 आदेशपाल के भरोसे विद्यालय
वहीं, ग्रामीण चुनु सिंह ने बताया कि विद्यालय में मात्र चार शिक्षक और दो आदेशपाल हैं. इन्हीं शिक्षकों के बदौलत छात्रों के भविष्य को संवारा जाता है. उन्होंने बताया कि विद्यालय में शिक्षक और छात्र दोनों नदारद रहते हैं.

patna
विद्यालय के शौचालय का हाल

विद्यालय में मात्र चार रूम
विद्यालय के सहायक शिक्षक जितेंद्र कुमार ने बताया कि विद्यालय में मात्र चार रूम है. जिसमें से एक रूम में कार्यालय है और दूसरे रूम में स्मार्ट क्लास की पढ़ाई होती है. केवल दो क्लास रूम है जिसमें छात्रों को पढ़ाया जाता है. उन्होंने बताया कि विद्यालय में न पीने के पानी की व्यवस्था है, न ही शौचालय और न ही को मूलभूत सुविधा.

देखें एक रिपोर्ट

12 शिक्षक की आवश्यकता
झलकी सिंह उच्च विद्यालय के सहायक शिक्षक रजवी हैदर ने बताया कि विद्यालय में 9वीं और 10वीं कक्षा में 300 छात्र-छात्राओं का नामांकन है. वहीं विद्यालय में चार शिक्षक और दो आदेशपाल है. यहां पर 12 शिक्षक की आवश्यकता है. उन्होंने बताया कि विद्यालय में सरकारी उदासीनता के कारण मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है.

Intro:सरकारी उदासीनता के कारण मूलभूत सुबिधा से आज तक बंचित है दुल्हिन बाजार प्रखंड अंतर्गत सरकारी झलकी सिंह उच्च विद्यालय सिहि ।
चारदीवारी बिहीन विद्यालय जर्जर भवन, ,शौचालय से भी बंचित है विद्यालय ,यही है सरकारी झलकी सिंह उच्च विद्यालय की पहचान।


Body:पटना केंद्र सरकार और बिहार सरकार की शिक्षा कानून को प्रमुखता से बखान करती है और उनका नारा है बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ,इस नारे को सरकार के मंत्री से लेकर सन्तरी ने स्लोगन कहते नही थकते है ,।
बतादे की पटना जिला के दुल्हिन बाजार प्रखंड अंतर्गत सिहि गांव है जो पालीगंज मसौढ़ी पथ पर अवस्थित है ,वहा के जमींदार महिपत नारायण सिंह ने 1961 में अपनी जमीन पर भाई झलकी सिंह के नाम पर उच्च विद्यालय का निर्माण किया था ,उनका मनसा था की हमारे इलाके के बच्चों को पढ़ने के लिए कहि दूर नही जाना पड़े इस सोच के साथ अपनी 2एकड़ भूमि पर झलकी सिंह उच्च विद्यालय का निर्माण कराया था ,ग्रामीण राजीव कुमार ने बताया की पहले कमिटी के माध्यम से विद्यालय का संचाल होता था उस वक्त शिक्षा की गुंबता काफी अच्छी थी उस विद्यालय से पढ़ कर छात्र काफी गांव और विद्याल का नाम रौशन किया था, लेकिन कुछ वर्षों बीतने के बाद विद्यालय को सरकार अपने अधीन कर लिया ,उन्होंने बताया कि सरकारी करण होने के बाद विद्यालय की पहचान मिटने लगा और आज विद्यालय जीर्ण श्रीन अवस्था मे टूटी पड़ी है ।
वही ग्रामीण चुनु सिंह ने बताया की विद्यालय में मात्र 4 शिक्षक और दो आदेशपाल है इन्ही शिक्षक के बदौलत छात्रों का भविष्य को सवारा जाता है उन्होंने सरकार पर तंज करते हुए बताया की विद्यालय में 300 छात्र छात्रा का नामांकन है लेकिन विद्यालय में शिक्षकों को नही आने से छात्र छात्रा नही विद्यालय आतेहै ।
वही विद्यालय के सहायक शिक्षक जितेंद्र कुमार ने बताया की विद्यालय में मात्र चार रूम है जिसमे एक रूम में कार्यालय है और दूसरा रूम में स्मार्ट क्क्लास की पढ़ाई होती है केवल दो क्लास रूम है जिसमे छात्रों का पढ़ाई किया जाता है उन्होंने बताया की हम क्या बताये विद्यालय के क्या सरकार के तरफ से सुविधा मुहैया कराया गया है ओ सामने है ,विद्यालय में चारदीवारी और शुद्ध पेय जल और शौचालय से बंचित है झलकी सिंह उच्च विद्यालय ।
जड़ा सोचने की बात है जिस विद्यालय में छात्रों को बैठने के लिए भवन न हो पाइन के लिए शुद्ध पानी नहो प्रसाधन उपलब्ध नहो शिक्षक का नियोजन नही हो उस विद्यालय में स्मार्ट क्लास के लिए टीवी सिस्टम उपलब्ध कराने से छात्र पढ़ पाएंगे,सरकार झलकी सिंह उच्च विद्यालय के छात्रों के भविष्य के साथ खेलवाड़ नही तो और क्या कहा जयगा ।


Conclusion:झलकी सिंह उच्च विद्यालय के सहायक शिक्षक मो रजवी हैदर ने बताया की विद्यालय में 9 और 10 क्लास में तीन सौ छात्र छात्रा का नामांकन है ,वही विद्यालय में चार शिक्षक दो आदेशपाल यह नियोजित है यह पर 12 शिक्षक की आवस्यकता है ,सहायक शिक्षक ने बताया कि विद्यालय में सरकारी उदासीनता के कारण यह शौचालय क्लास रूम शिक्षक की घोर अभाव है सरकार
को विद्यालय पर ध्यान देकर आवश्यक प्रसाधन सहित मूलभूत सुविधा को मुहैया करना चाहिये।
बाइट
1 ग्रामीण (चुनु सिंह उर्फ रविशंकर )
2विद्यालय सहायक शिक्षक(मो रिजवी हैदर )
3पी टी सी
Last Updated : Jan 18, 2020, 3:13 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.