पटना: आज से शारदीय नवरात्र (Sharadiya Navratri) की शुरुआत हो चुकी है. राजधानी पटना के सचिवालय स्थित नौलखा दुर्गा मंदिर (Naulakha Durga Mandir) में दरभंगा निवासी बाबा नागेश्वर अपने सीने पर 21 कलश रखकर पूजा-अर्चना कर रहे हैं. बाबा नागेश्वर पिछले 25 सालों से अपने सीने पर 21 कलश रखकर पूजा करते आए हैं. इस बार उनका 26वां साल है. जिसकी शुरुआत आज से हो गयी है.
ये भी पढ़ें:शारदीय नवरात्र: पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा, जानें इसका महत्व
दरभंगा निवासी बाबा नागेश्वर इस बार नौलखा मंदिर के प्रांगण में देश और राज्य के लोगों की कोरोना से रक्षा के लिये अन, जल और नित्य क्रिया त्यागकर पूरे आठ दिन माता की आराधना लीन रहेंगे. आज नवरात्र का पहला दिन है. आज के दिन माता के शैलपुत्री रुप की पूजा की जाती है. ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान बाबा नागेश्वर ने बताया कि वह पिछले 25 सालों से अपने सीने पर 21 कलश स्थापित करते आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि मां दुर्गा उन्हें इतना शक्ति दे देती है कि वह बिना कुछ खाये-पिये और बिना नित्य क्रिया के ही मां की आराधना में पूरे नवरात्र भर लगे रहते हैं.
नौलखा मंदिर के संस्थापक और केयरटेकर विजय यादव ने बताया कि बिहार के कोने-कोने से श्रद्धालु माता का दर्शन करने के लिये यहां पहुंचते हैं. इस बार कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए सरकार की ओर से तय की गई गाइडलाइंस को पूरा करते हुए भक्तों के लिये विशेष व्यवस्था किया गया है. गौरतलब है कि दुर्गा पूजा के दौरान नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ अलग-अलग रुपों की पूजा की जाती है. इस बार नवरात्र आठ दिनों का होगा. पंचमी और षष्टी एक ही दिन होगा.
ये भी पढ़ें:Durga Puja Guidelines: नवरात्र शुरू, घर से बाहर निकलने से पहले पढ़ लीजिए गाइडलाइन