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बिहार में आज से बाढ़ सुरक्षा सप्ताह की शुरुआत, 7 जून तक लोगों को किया जाएगा जागरूक

बिहार में हर एक साल बाढ़ आती है. जिसमें करोड़ों की संपत्ति का नुकसान होता है. इस साल बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की तरफ से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. ताकि कम से कम नुकसान हो.

बाढ़ से बचाव के लिए जागरूकता अभियान
बाढ़ से बचाव के लिए जागरूकता अभियान
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Published : Jun 1, 2021, 4:52 PM IST

पटना : बिहार में मानसून के नजदीक आते ही बाढ़ की आशंका को लेकर सरकार की तरफ से तैयारियां शुरू हो गई है. प्रदेश में आज (मंगलवार) से बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की तरफ से बाढ़ सुरक्षा सप्ताह का आयोजन शुरू किया गया है जो 7 जून तक चलेगा. इस सुरक्षा सप्ताह के आयोजन को लेकर राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने पूर्व में ही सभी जिलों के डीएम सह अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को दिशा निर्देश भेज दिया है.

ये भी पढ़ें- Bihar Flood Preparation: मानसून की आहट के साथ बाढ़ का डर, 15 जून तक सब कुछ दुरुस्त करने का आदेश

बाढ़ सुरक्षा सप्ताह के मौके पर लोगों को बाढ़ से होने वाली गृह क्षति, फसल की क्षति समेत जानमाल की क्षति से बचाओ की जानकारी दी जा रही है और जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की मानें तो यह सभी जागरुकता कार्यक्रम कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए चलाया जा रहा है. सभी जिलों के डीएम को यह भी निर्देश दिया गया है कि लोगों में जागरूकता के लिए ऑनलाइन माध्यम से भी कार्यक्रम आयोजित किए जा सकते हैं कि बाढ़ की स्थिति में क्या करें और क्या ना करें.

ये भी पढ़ें- बिहार में बाढ़ अलर्ट सिस्टम: 'सैलाब' से निपटने के लिए टेक्नोलॉजी का सहारा, हर साल होता है करोड़ों का नुकसान

बाढ़ सुरक्षा सप्ताह के दौरान बाढ़ सुरक्षा पर आधारित होर्डिंग, पोस्टर, पंपलेट और लेखन के माध्यम से बाढ़ से बचाव को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है. ताकि राज्य में बाढ़ से होने वाली जान-माल की क्षति को कम किया जा सके. इस जागरुकता अभियान में सिविल डिफेंस, रेड क्रॉस, स्काउट एंड गाइड, एनएसएस, एनसीसी आदि संस्थाओं का सीमित सहयोग भी लिया जा रहा है. बताते चलें कि राज्य के 28 जिले बाढ़ प्रवण जिले में आते हैं. जिनमें से 15 जिले अति बाढ़ प्रवण जिले की श्रेणी में आते हैं और शेष जिले बाढ़ प्रवण की श्रेणी में आते हैं.

पटना : बिहार में मानसून के नजदीक आते ही बाढ़ की आशंका को लेकर सरकार की तरफ से तैयारियां शुरू हो गई है. प्रदेश में आज (मंगलवार) से बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की तरफ से बाढ़ सुरक्षा सप्ताह का आयोजन शुरू किया गया है जो 7 जून तक चलेगा. इस सुरक्षा सप्ताह के आयोजन को लेकर राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने पूर्व में ही सभी जिलों के डीएम सह अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को दिशा निर्देश भेज दिया है.

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बाढ़ सुरक्षा सप्ताह के मौके पर लोगों को बाढ़ से होने वाली गृह क्षति, फसल की क्षति समेत जानमाल की क्षति से बचाओ की जानकारी दी जा रही है और जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की मानें तो यह सभी जागरुकता कार्यक्रम कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए चलाया जा रहा है. सभी जिलों के डीएम को यह भी निर्देश दिया गया है कि लोगों में जागरूकता के लिए ऑनलाइन माध्यम से भी कार्यक्रम आयोजित किए जा सकते हैं कि बाढ़ की स्थिति में क्या करें और क्या ना करें.

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बाढ़ सुरक्षा सप्ताह के दौरान बाढ़ सुरक्षा पर आधारित होर्डिंग, पोस्टर, पंपलेट और लेखन के माध्यम से बाढ़ से बचाव को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है. ताकि राज्य में बाढ़ से होने वाली जान-माल की क्षति को कम किया जा सके. इस जागरुकता अभियान में सिविल डिफेंस, रेड क्रॉस, स्काउट एंड गाइड, एनएसएस, एनसीसी आदि संस्थाओं का सीमित सहयोग भी लिया जा रहा है. बताते चलें कि राज्य के 28 जिले बाढ़ प्रवण जिले में आते हैं. जिनमें से 15 जिले अति बाढ़ प्रवण जिले की श्रेणी में आते हैं और शेष जिले बाढ़ प्रवण की श्रेणी में आते हैं.

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