पटनाः राजधानी सहित पूरे बिहार में साइबर और एटीएम फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. आए दिन इससे जुड़ी नई-नई घटनाएं सामने आ रही हैं. इसको रोकने की कोशिश में जुटी पुलिस को अहम सफलता हाथ लगी है. कंकड़बाग थाना क्षेत्र में एटीएम से ठगी की कोशिश कर रहे दो बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है.
थाने के नजदीक ठगी की कोशिश
दरअसल, कंकड़बाग थाना से मजह कुछ कदम की दूरी पर स्थित लोहिया नगर में प्रधान डाकघर के एटीएम में दोनों बदमाश एक व्यक्ति को मशीन से पैसे निकालने में मदद के बहाने ठगने की कोशिश कर रहे थे. उसी दौरान पुलिस ने उन्हें दबोच लिया.
रात में पुलिस गश्ती दल एटीएम के पास से गुजर रहा था. शक होने पर दोनों युवकों की तलाशी ली गई, तो उनके पास से 7 एटीएम कार्ड और 20 हजार रुपए बरामद हुए. फिर दोनों को थाने ले जाकर पूछताछ की गई तो पूरे मामले का खुलासा हुआ. गिरफ्तार युवकों की पहचान नवादा जिले के सीतामढ़ी ओपी निवासी ओमकार और सुमन के रूप में हुई है.
फ्रॉड ऐसे करते थे ठगी
गिरफ्तार युवकों ने बताया कि एटीएम से पैसे निकालने के दौरान ग्राहकों को झांसा देकर उनका कार्ड बदल देते थे. ग्राहक के एटीएम से निकलने के बाद उसके कार्ड से पैसे की निकासी करते थे. उन्होंने बताया कि गांव के गोलू नामक युवक डुप्लीकेट एटीएम बनाकर उन्हें उपलब्ध कराता था. उन दोनों का काम पैसे निकालकर गोलू तक पहुंचाना होता था.
एटीएम से ऐसे होते हैं फ्रॉड
केस-1
ठग मदद के नाम पर बनाते हैं शिकार:
- एटीएम में मदद के नाम पर होती है ठगी
- फ्रॉड पैसे निकालने में मदद के दौरान पिन कोड देख लेते हैं
- उसी क्रम में झांसा देकर ग्राहक को फर्जी एटीएम थमा देते हैं
- ग्राहक एटीएम कार्ड की जांच पड़ताल किए बगैर जेब में रख लेते हैं
- ग्राहक के जाने के बाद फ्रॉड उसके कार्ड से पैसे निकाल लेते हैं
एक्सपर्ट की राय:
- एटीएम कार्ड के इस्तेमाल के दौरान किसी अनजान व्यक्ति की मदद ना लें
- एटीएम पिन किसी के साथ साझा ना करें और समय-समय पर बदलते रहें
- एटीएम में पिन डालते समय गोपनीयता का ख्याल रखें
- एटीएम इस्तेमाल करते समय सुनिश्चित कर लें कि उस वक्त वहां और कोई ना हो
- जिस एटीएम पर कैमरा और गार्ड हो, वहीं से पैसे निकालें
केस- 2
एटीएम का क्लोन बनाकर करते हैं ठगी:
- एटीएम में कार्ड डालने वाली जगह पर डिवाइस लगा दी जाती है
- यह डिवाइस कार्ड का क्लोन करती है
- कार्ड अंदर डालते ही उसका पूरा डेटा चुरा लेती है
- फिर उस डिवाइस की मदद से डुप्लीकेट एटीएम कार्ड बनाए जाते हैं
- उस डुप्लीकेट कार्ड पैसे की निकासी की जाती है
एक्सपर्ट की राय
- एटीएम के ब्रैकेट में डिवाइस को क्लू से चिपकाया जाता है
- कार्ड डालने से पहले ब्रैकेट पर हाथ डालकर देखें
- डिवाइस होने पर वह आपके हाथ में आ जाएगी
- उसके बाद एटीएम से सुरक्षित निकासी कर सकते हैं
- एटीएम इस्तेमाल करते समय सुनिश्चित कर लें कि उस वक्त वहां और कोई ना हो
- जिस एटीएम पर कैमरा और गार्ड हो, वहीं से पैसे निकालें
जागरुकता है जरूरी
बता दें कि ग्राहकों को जागरूक करने के लिए बैंक और प्रशासन की ओर से लगातार अभियान चलाया जा रहा है. फिर भी लोग अपनी चूक की वजह से ठगी के शिकार हो जाते हैं. आपकी छोटी सी चूक आपके खाते को खाली कर सकती है. ऐसे में बैंक और साइबर एक्सपर्ट की ओर से बताए गए गाइड लाइन का पालन जरूर करें.