पटना: पाटलिपुत्र खेल परिसर में शनिवार को सांसद खेल महोत्सव का शुभारंभ हुआ. इस महोत्सव में पटना जिले के खुसरूपुर प्रखंड की रहने वाली एथलेटिक्स कृति राज सिंह पहुंचीं. उन्होंने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि बिना संघर्ष के सफलता नहीं मिलती है. मैं जिस क्षेत्र में रहती थी, उस समय मुझे काफी परेशानी हुई थी. लेकिन आज मैं अपने पेरेंट्स और अपने कोच की बदौलत इस मुकाम तक पहुंच पाई हूं. साथ ही कृति ने कहा कि सरकार से मदद तो नहीं मिली लेकिन उम्मीद है कि मिलेगी.
पढ़ें- वेटलिफ्टिंग में 6 गोल्ड मेडल जीतकर न्यूजीलैंड से बिहार पहुंची कृति, इस तरह हुआ Grand Welcome
सांसद खेल महोत्सव में पहुंचीं कृति राज सिंह: कृति राज ने कहा कि मेरे कोच भी एथलेटिक्स के एक अच्छे खिलाड़ी रहे हैं और उन्हीं के मार्गदर्शन में मैं आगे बढ़ी हूं. उन्होंने कहा कि उस समय स्थिति ऐसी थी कि गांव समाज को ध्यान में रखते हुए पापा मुझे खेलने से मना करते थे. लेकिन मेरे भाई प्रिंस ने पापा को समझा-बुझाकर मुझे खेलने का मौका दिया. कृति राज सिंह पहले जिला स्तर पर खेलने के साथ राज्य स्तर पर खेल कर जब मेडल लाई तो उनके पापा का मनोबल बढ़ा. पापा ने सोचा कि सोसाइटी मेरे लिए बड़ा नहीं है.
"पापा ने मुझे कहा कि तुम खेल के माध्यम से आगे बढ़ो हर संभव मदद किया जाएगा. उसके बाद राजधानी में आकर पढ़ाई के साथ-साथ खेल के क्षेत्र में प्रतिभा निखारने के लिए प्रैक्टिस शुरू की."- कृति राज सिंह, एथलेटिक्स
'वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा लेना है प्लानिंग': बता दें कि साल 2022 में कृति राज सिंह सब जूनियर पावर लिफ्टिंग कॉमनवेल्थ खेलने वाली बिहार की पहली महिला खिलाड़ी का गौरव प्राप्त कर चुकी हैं. साथ ही बिहार के लिए छह स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं. उनसे हमने सवाल किया कि अब आगे का क्या प्लानिंग है, तो उन्होंने कहा कि मेरा आगे का प्लानिंग है कि वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा लूं. लेकिन उसके लिए नेशनल चैंपियनशिप ट्रायल होगा. इसके लिए मैं पुरजोर मेहनत कर रही हूं. इस दौरान उन्होंने इशारों इशारों में सरकार की उपेक्षा का जिक्र भी किया.
कृति ने खिलाड़ियों को बताया सफलता का मंत्र: कृति ने कहा कि सांसद खेल महोत्सव में मैं आई हूं. मैं बच्चों को यही शुभकामना देती हूं कि बच्चे चाहे तो हमसे भी अच्छे खिलाड़ी बन सकते हैं. बस लगन और मेहनत के साथ आगे बढ़ते रहें, सफलता निश्चित ही मिलेगी. उन्होंने बिहार के खिलाड़ियों के लिए टिप्स देते हुए कहा कि खिलाड़ी ना तो कभी हारते हैं ना कभी जीतते हैं. खिलाड़ी हमेशा सीखता है. उन्होंने कहा कि समाज क्या सोच रहा है क्या कहेगा इस पर ध्यान ना दें, आप अपने खेल पर ध्यान दें, हारना जीतना लगा रहता है. बिहार सरकार हो या किसी राज्य की सरकार हो खिलाड़ियों के जीतने के बाद तो सब कुछ मिल जाता है लेकिन खिलाड़ियों को खेल के पहले जो आवश्यकता होती है वह मिल जाए तो काफी अच्छा प्रदर्शन करेंगे.