पटनाः चार राज्यों में विधानसभा चुनाव 2023 के परिणाम का बिहार में असर देखने को मिल रहा है. एग्जिट पोल को देखते हुए बिहार प्रदेश कांग्रेस कार्यालय सदाकत आश्रम में जश्न की काफी तैयारी की गई थी, लेकिन यह तमाम तैयारी धरी की धरी रह गई. चुनाव परिणाम देखने के लिए पार्टी दफ्तर के सभागार में बड़ा स्क्रीन लगाया गया था और सैकड़ों कुर्सियां लगाई गई थी, जिस पर कार्यकर्ता और नेता बैठकर चुनाव के परिणाम देख सके. लेकिन अब सदाकत आश्रम में सन्नाटा दिख रहा है.
कांग्रेस कार्यालय में सन्नाटाः तमाम बड़े नेता और कार्यकर्ता परिणाम खत्म होने के पहले ही पार्टी दफ्तर से निकल गए. प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह लगभग 3 घंटे सदाकत आश्रम में बैठे रहें. जब लगा कि तीन राज्यों में कांग्रेस बड़े अंतर से हार रही है तो कार्यालय से चुपचाप निकल गए. उनके निकलते ही सभी नेता निकलने लगे. पूरा सभागार खाली नजर आया. गिने-चुने लोग अंतिम राउंड की मतदान की गिनती देखे नजर आए.
पार्टी में रिजल्ट पर होगा मंथनः कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने कहा कि जो भी नतीजा है, अब उसे स्वीकार करना होगा. जो कमियां रह गई है, उस पर चर्चा की जाएगी. बिहार कांग्रेस के युवा इकाई के प्रदेश अध्यक्ष शिवसागर गरीबदास ने कहा कि जो भी नतीजा आ रहा है, सभी के सामने है. एग्जिट पोल में मीडिया ने भी पार्टी को बढ़त दिखाई थी और पार्टी का अनुमान भी था कि राजस्थान और छत्तीसगढ़ में हम सरकार बनाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
"जीत से हमें अति उत्साहित नहीं होना चाहिए और हार से धैर्य नहीं खोना चाहिए. कहीं न कहीं बूथ स्तर तक संगठन की उतनी मजबूती नहीं दिखी है. इस पर पार्टी काम करेगी. विश्वास है कि युवाओं को जोड़ते हुए संगठन को पार्टी और मजबूत बनाएगी और अपनी जमीनी ताकत को बढ़ाते हुए पार्टी एक बार फिर से मजबूती से खड़ा होगी." -शिवसागर गरीबदास, प्रदेश अध्यक्ष, युवा कांग्रेस
चार राज्यों में विधानसभा चुनाव का परिणामः चार राज्यों में राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में भाजपा आगे चल रही है. तेलांगना में कांग्रेस की जीत दिख रही है. हालांकि कांग्रेस के हाथ से राजस्थान और छत्तीसगढ़ निकलते दिख रहा है, क्योंकि दोनों राज्य में कांग्रेस की सरकार है.