पटना: राजधानी के एन सिन्हा इंस्टीट्यूट में रविवार को विश्व फिजियोथेरेपी दिवस का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने किया. जहां पर बिहार के हजारों फिजियोथेरेपिस्ट कार्यक्रम में शामिल हुए. वहीं, पाटलिपुत्र सांसद रामकृपाल यादव और आईजीआईएमएस के निदेशक डॉ विश्वास समेत आईएपी बिहार के अध्यक्ष डॉ नरेंद्र प्रसाद ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की.
चिकित्सा सेवा में फिजियोथेरेपिस्ट का बहुत ही अच्छा विकल्प है
आईएपी बिहार के अध्यक्ष डॉ नरेंद्र ने कहा कि चिकित्सा सेवा में फिजियोथेरेपिस्ट का बहुत ही अच्छा विकल्प है. चिकित्सा का क्षेत्र फिजियोथैरेपी के बिना अधूरा है. देशभर में फिजियोथेरेपिस्ट के लिए अलग से काउंसिल का गठन किया जाना चाहिए. वहीं, क्लीनिकल इस्टैब्लिशमेंट एक्ट में फिजियोथेरेपिस्ट को शामिल नहीं करना चाहिए. फिजियोथेरेपिस्टों की समस्याओं से मंत्री अश्विनी चौबे को अवगत कराया और समाधान कि मांग की.
अस्पतालों में फिजियोथेरेपिस्ट कि बहाली हो रही है
पाटलिपुत्र सांसद रामकृपाल यादव ने कहा कि पूरे देश भर में फिजियोथेरेपिस्ट की दक्षता और योग्यता के कारण सरकार प्रयासरत है. इनकी कार्य क्षमता का लाभ उठाया जाए. विभिन्न अस्पतालों में फिजियोथेरेपिस्ट को लेकर बहाली हो रही है. वहीं पाठ्यक्रमों में भी सुधार किया जा रहा है.
देशभर में फिजियोथेरेपिस्ट की डिमांड है
केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि कि देशभर में फिजियोथेरेपिस्ट की डिमांड है. फिजियोथेरेपी का समाज में एक बड़ा योगदान है. यह एमबीबीएस के डॉक्टरों के जैसा ही इनका भी रोल है. अन्य चिकित्सकों जैसा इन पर कोई भेदभाव नहीं होनी चाहिए. देशभर में फिजियोथेरेपिस्ट की आवश्यकता को देखते हुए और दक्षता को लेकर एक चिकित्सक के समान इन्हें भी देखना चाहिए. देश भर में 443 फिजियोथैरेपिस्ट कॉलेज हैं. वहीं, क्लिनिकल इस्टैब्लिशमेंट एक्ट में सुधार को लेकर उन्होंने कहा कि मैं हमेशा प्रयासरत रहा हूं.
देश भर में 1 लाख से अधिक फिजियोथेरेपिस्ट है
फिजियोथेरेपी दिवस पर बिहार से आए फिजियोथैरेपिस्टों ने मंत्री जी से मांग कि फिजियोथेरेपिस्ट का स्वतंत्र काउंसिल का गठन किया जाए. ग्रामीण अस्पतालों में फिजियोथेरेपिस्ट की बहाली किया जाए. बताया जाता है की 1995 में आज तक बहाली नहीं किया गया है. पूरे देश भर में 1लाख से अधिक फिजियोथेरेपिस्ट हैं. वहीं, डब्ल्यूएचओ के मापदंड के अनुसार फिजियोथैरेपिस्ट की आवश्यकता बढ़ाई जाए और सबसे बड़ी बात कि आयुष्मान भारत में भी फिजियोथेरेपिस्ट की प्रतिनिधि किया जाए. वहीं, इस कार्यक्रम मैं आईएपी के सचिव डॉ उदय शंकर को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड दिया गया.