नई दिल्ली/पटनाः केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य व सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री अश्विनी चौबे (Ashwini Choubey) ने कहा है कि पीएम मोदी (PM Modi) के नेतृत्व और मार्गदर्शन में भारतीय मानक ब्यूरो (Bureau of Indian Standards) राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के अनुरूप मानक तैयार कर रहा है.
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इसने खाद्य, रसायन, इंजीनियरिंग, स्वास्थ्य देखभाल उपकरणों, वस्त्रों एवं सेवाओं जैसे विविध विषयों से लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी जैसे उच्च तकनीकी क्षेत्रों के लिए 21,000 से अधिक भारतीय मानक तैयार किए हैं. वास्तव में इन मानकों को तकनीकी समितियों के नेटवर्क के माध्यम से सर्वसम्मति से तैयार किया गया है.
इनमें उद्योगों, अनुसंधान संस्थानों, सरकारी संगठनों, उपभोक्ताओं, परीक्षण प्रयोगशालाओं के स्टेक होल्डर और विशेषज्ञ शामिल होते हैं. जिससे यह सिद्ध होता है कि इन मानकों में सभी स्टेकहोल्डरों की मांगों और अपेक्षाओं को ध्यान में रखा जाता है. इन मानकों को समाज के सभी वर्ग अपना सकते हैं और क्रियान्वित कर सकते हैं.
बता दें गुरुवार को चौबे 'विश्व मानक दिवस' World Standards Day पर भारतीय मानक ब्यूरो Bureau of Indian Standards (BIS) द्वारा आयोजित कार्यक्रम को वर्चुअल माध्यम से संबोधित कर रहे थे. हर साल 14 अक्टूबर को पूरे दुनिया में विश्व मानक दिवस मनाया जाता है. इसे मनाने का मकसद उपभोक्ताओं, नियामकों व उद्योग के बीच वैश्विक अर्थव्यवस्था में मानकीकरण के महत्व के बारे में जागरुकता बढ़ाना है. इस साल विश्व मानक दिवस का थीम ‘सतत विकास लक्ष्यों के लिये मानक-एक बेहतर दुनिया के लिये साझा दृष्टिकोण’ है.
भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) भारत में राष्ट्रीय मानक निर्धारित करने वाली संस्था है. इसकी स्थापना 1947 में हुई थी. वहीं मानक का मतलब ऐसे दस्तावेज से है जो उपभोक्ताओं, विशिष्टताओं, मार्गनिर्देशों, विशेषताओं की सूचना मुहैया करता है. इसे यह सुनिश्चित करने के लिये इस्तेमाल किया जाता है कि कोई सामग्री, उत्पाद, प्रकृया या सेवा अपने उद्देश्य के लिये परिपूर्ण है.