बक्सर: केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी चौबे ने संपूर्ण क्रांति दिवस के मौके पर जेपी को याद कर उनको नमन किया. जेपी यानी जयप्रकाश नारायण को याद करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज ही के दिन 5 जून 1974 को राजधानी पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान से जेपी ने 'संपूर्ण क्रांतिट का नारा दिया था. उन्होंने कहा कि जेपी क्रांती में वे अग्रिम पंक्तियों में शामिल थे.
'जेपी का नारा हमारा भावी इतिहास'
जेपी मुवमेंट को याद करते हुए अश्विनी चौबे ने कहा कि उन्होंने जेपी मुवमेंट में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया था. जेपी ने 5 जून 1974 के दिन पटना के गांधी मैदान में औपचारिक रूप से संपूर्ण क्रांति की घोषणा की थी. देखते ही देखते यह जन आंदोलन बन गया था. बिहार से शुरू हुआ आंदोलन जल्द ही पूरे देश में सुलग उठा था.
'तानाशाही रवैये के खिलाफ था मुवमेंट'
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जेपी मुवमेंट का नारा हमारा भावी इतिहास है. बिहार से शुरू हुआ यह जन आंदोलन जल्द ही पूरे देश में सुलग उठा था. आंदोलन भ्रष्टाचार को केंद्र में रख कर शुरू हुआ था. हालांकि, बाद में यह संपूर्ण क्रांति में परिवर्तित हो गया. जिसका मुख्य लक्ष्य देश का नवनिर्माण हो चला था.
कौन थे जेपी?
जेपी यानी जयप्रकाश नारायण का जन्म बिहार के सारण जिले के सिताबदियारा में 11 अक्टूबर 1902 को हुआ था. जेपी मुवमेंट के लोगों ने उनको प्यार से लोकनायक कहना शुरू किया था. केंद्र सरकार के खिलाफ जेपी ने 'संपूर्ण क्रांति' का नारा दिया था. इतिहासकारों की माने तो जेपी अपने आंदोलन की उपज से देश में एक ऐसी हुकूमत को देखना चाहते थे. जिसमें समाज के सबसे दबे-कुचले सत्ता के शिखर पर हो.