पटना : झारखंड यूपी के जेडीयू प्रभारी का ऐलान किया गया है. झारखंड जेडीयू के नए प्रभारी के रूप में बिहार सरकार के भवन निर्माण मंत्री (Ashok Chaudhary Jharkhand JDU Incharge) अशोक चौधरी को नियुक्त किया गया है. वहीं झारखंड के पूर्व प्रभारी श्रवण कुमार को उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी दी गई है. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने इस बाबत अधिसूचना जारी की है.
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पड़ोसी राज्यों पर नजर : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जेडीयू के खुला अधिवेशन में राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को केसी त्यागी को बड़ी जिम्मेवारी देने की सलाह दी थी. साथ ही नए साथियों को संगठन में महत्वपूर्ण जिम्मेवारी देने के लिए कहा था. बता दें कि झारखंड से जेडीयू ने खीरू महतो को राज्यसभा भेजा है. झारखंड विधानसभा के चुनाव में जेडीयू को सफलता नहीं मिली. उत्तर प्रदेश चुनाव में भी जेडीयू के उम्मीदवारों का जमानत नहीं बचा था. ऐसे में पार्टी की नजर पड़ोसी राज्यों पर है. इसलिए श्रवण कुमार और अशोक चौधरी को बड़ी जिम्मेवारी दी गई है.
वर्ष 2015 में जेडीयू में शामिल हुए थे अशोकः बता दें कि अशोक चौधरी वर्ष 2015 में जनता दल यूनाइटेड में शामिल हुए थे और नीतीश कुमार के काफी करीबी माने जाते हैं. राजनीतिक इतिहास देखें तो अशोक चौधरी ने कांग्रेस को बिहार में दोबारा लाने का काम किया था. उनकी ही नेतृत्व में 2015 के चुनाव में कांग्रेस ने बेहतर प्रदर्शन किया था, लेकिन पार्टी में अंतर्कलह की वजह से उन्होंने अपना राजनीतिक घर बदल लिया था और तबसे जनता दल यूनाइटेड में बतौर विधान पार्षद और मंत्री के रूप में काम कर रहे हैं. अशोक चौधरी के पिता महावीर चौधरी भी बड़े राजनेता रहे हैं. इस लिहाज से अशोक चौधरी का राजनीतिक इतिहास भी काफी पुराना है.
सांसद खीरू महतो ने पार्टी अध्यक्ष और नीतीश का जताया आभारः अशोक चौधरी को झारखंड का प्रभारी (New Incharge Of Jharkhand JDU) नियुक्त करने के बाद झारखंड की तरफ से पार्टी के सांसद खीरू महतो और संयोजक सरवन कुमार ने राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह और नीतीश कुमार को आभार प्रकट किया है.
अशोक चौधरी कुशल संगठनकर्ताः वहीं झारखंड के पूर्व प्रभारी श्रवण कुमार ने कहा कि अशोक चौधरी कुशल संगठनकर्ता हैं. उन्हें संगठन चलाने का बेहतर अनुभव है. अशोक चौधरी के पार्टी में आने से यह उम्मीद जगी है कि नए साल में पार्टी नए तेवर के साथ लोगों के सामने आएगी.अब देखने वाली बात यह होगी कि बिहार में कांग्रेस जैसी बड़ी पार्टी को दोबारा खड़ा करने वाले अशोक चौधरी झारखंड में जेडीयू को कितना मजबूत कर पाते हैं.