पटना: जदयू के टिकट से एक बार फिर से अरूण मांझी चुनावी मैदान में हैं और लगातार चुनावी प्रचार में जुटे हुए हैं. वर्ष 2010 में मसौढी विधानसभा में जदयू के टिकट से विधायक रहे और एक बार फिर से चुनावी मैदान में है. इस बार फुलवारी विधानसभा से अपना भाग्य आजमा रहे हैं. विधानसभा में परिसिमन में हुए बदलाव के कारण इस बार मसौढी अनुमंडल के चौदह पंचायत फुलवारी विधानसभा में है.
2013 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रस्तावक बने थे अरूण मांझी
बहरहाल मसौढी के पुनपुन प्रखंड क्षेत्र के कलावनचक महादलित मुहल्ले में अरूण मांझी वोट मांग रहे थे और लोगों को नीतीश कुमार के सात निश्चय पार्ट टू के बारे में बता कर लोगों को एकजुट होकर वोट करने की अपील कर रहे थे. न्याय के साथ विकास करने और महादलित विकास मिशन एवं महादलितों के विकास के बारे मे चर्चा कर लोगों को समझाने में लगे थे. वहीं किसी के बहकावे में न आने को भी समझा रहे थे. गौरतलब है कि अरूण मांझी वर्ष 2013 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रस्तावक बने थे.
दर्जनों प्रत्याशियों ने भरा अपना नामांकन
बिहार विधानसभा चुनाव में 184 पटना साहिब विधानसभा और 185 फतुहा विधान सभा से दर्जनों प्रत्याशियों ने भी अपना नामांकन अंतिम दिन किया. उस कड़ी में पटना साहिब से कांग्रेस प्रत्याशी प्रवीण कुशवाहा तो फतुहा से जनाधिकार पार्टी के प्रत्याशी सच्चिदानंद यादव ने पर्चा दाखिल किया. कांग्रेस के प्रत्याशी प्रवीण ने जनता को मालिक बनाया तो सच्चिदानंद ने किसानों बदहाली दूर के मूलमंत्र को मुद्दा बनाकर चुनावी मैदान में उतरे हैं. अब देखना यह है कि 3 नवम्बर को जनता किन्हें यह जिम्मेवारी सौंपती है.