पटना: प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में सरकार ने कोरोना गाइडलाइंस फॉलो करने को लेकर सख्ती बढ़ा दी है. सरकार लोगों से मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो करने की अपील कर रही है. लेकिन प्रदेश के नेता ही इसे फॉलो करने को तैयार नहीं हैं. राजनीतिक दफ्तरों में सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने जैसे अनिवार्य नियमों की धज्जियां उड़ रही है.
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राजनीतिक दल विरोध प्रदर्शन या समर्थन को लेकर लगातार कार्यक्रम कर रहे हैं और इन कार्यक्रमों में कोरोना से जुड़े सभी गाइडलाइंस टूट रहे हैं. ऐसे में प्रदेश के आम लोगों के मन में यह सवाल उठने लगा है कि क्या सभी नियम सिर्फ आम आदमियों के लिए है और जनप्रतिनिधियों के लिए कोई नियम नहीं है.
कोरोना से सतर्क रहने की जरूरत- डॉ. दिवाकर तेजस्वी
ऐसे में पटना के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने कहा 'जिस प्रकार से प्रदेश में संक्रमण के मामले फिर से बढ़ने शुरू हुए हैं. कोरोना गाइडलाइंस अनिवार्य रूप से फॉलो करना जरूरी हो गया है. जनप्रतिनिधि समाज का आईना होते हैं और समाज के लोग अपने जनप्रतिनिधि का अनुसरण करते हैं. ऐसे में जनप्रतिनिधियों की जवाबदेही और ज्यादा बढ़ जाती है. ऐसी स्थिति में जनप्रतिनिधि जिस प्रकार से अपने कार्यक्रमों में गाइडलाइंस का उल्लंघन कर रहे हैं, वह गलत है और इससे समाज में गलत संदेश जा रहा है. कोरोना एक गंभीर बीमारी है और इसका खतरा अभी टला नहीं है, ऐसे में हमें सतर्क रहने की जरूरत है.'
उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर नेताओं और जनप्रतिनिधियों को ऐसा आचरण प्रस्तुत करना चाहिए जिससे आम लोगों में सकारात्मक संदेश जाए और लोग इस संक्रमण से बचाव के प्रति जागरूक हो सकें. जनप्रतिनिधि मास्क का प्रयोग अनिवार्य रूप से करें और लोगों से मिलते वक्त सोशल डिस्टेंसिंग का भी ख्याल रखें.